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September 5, 2022

मुख्यमंत्री ने लखनऊ में लेवाना होटल में लगी आग का लिया संज्ञान

लखनऊ | राजधानी लखनऊ के होटल लेवाना में सोमवार सुबह भीषण आग लग गई. इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 9 घायल लोगों का इलाज सिविल अस्पताल के बर्न यूनिट में चल रहा है. कई लोगों के होटल के अंदर फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. होटल में आग से इलाके में हड़कंप मच गया. दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटी हैं. यह होटल शहर के वीआईपी इलाके हजरतगंज में स्थित है. होटल के बाहर एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि अंदर अभी भी 20 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है. फायर ब्रिगेड की 15-20 गाड़ियां मौके पर आग बुझाने के काम में लगी हुई हैं. अभी यह पता नहीं चल पाया है कि आग कैसे लगी. बताया जा रहा है कि हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. दमकल की टीमें आग पर काबू पाने की कोशिशों में लगी हैं. आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है. शुरुआती तौर पर शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह बताई जा रही है. मामले में आगे की जांच जारी है. बताया जा रहा है कि होटल के स्टाफ ने तुरंत दमकल विभाग को इस बारे में जानकारी दी. फिलहाल आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. जांच की जा रही है कि आखिर किन कारणों से आग इतनी भड़क गई. जांच के बाद ही मामले की तस्वीर साफ हो पाएगी. उधर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लेवाना होटल में लगी आग का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर तत्काल पहुंचने और राहत- बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है. यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लेवाना होटल अग्निकांड पर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ये घटना कैसे हुई है, इसकी जांच होगी.

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सीएम योगी करेंगे यूपी के पहले फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास

आगरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही ताजनगरी को फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स का तोहफा देने वाले हैं। उत्तर प्रदेश में पहली बार फ्लैटेड फैक्ट्री बनाई जा रही है। आगरा के फाउंड्री नगर में बनने वाली यह फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स करीब 125 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शारदीय नवरात्र में इस फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास करेंगे। यहां एक ही छत के नीचे 200 उद्यमी अपनी फैक्ट्रियां लगा सकेंगे। – आगरा के फाउंड्री नगर में बनेगा बहुमंजिला फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स -नवरात्र में मुख्यमंत्री देंगे शहर के उद्यमियों को अनोखी सौगात -करीब 125 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार होगा कॉम्प्लेक्स -एक ही छत के नीचे 200 उद्यमी स्थापित कर सकेंगे अपनी फैक्ट्रियां 21500 वर्ग मीटर जमीन में बनेगा कॉम्प्लेक्स यूपी की पहली फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स के लिए आगरा के इंडस्ट्रियल एरिया में 21500 वर्ग मीटर जमीन चुनी गई है। फाउंड्री नगर में बनने वाली इस बहुमंजिला इमारत में करीब 4 लाख वर्ग फीट कंस्ट्रक्शन एरिया होगा। इसमें ग्राउंड फ्लोर समेत कुल 4 मंजिल होंगी। प्रत्येक मंजिल में एक लाख वर्ग फीट कंस्ट्रक्शन एरिया होगा। इसमें 9 लिफ्ट लगाई जाएंगी। इस फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स में 200 उद्यमी अपनी इकाई लगा सकेंगे। पूरी तरह इको फ्रेंडली होगा फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स इसमें फायर सेफ्टी का पूरा इंतजाम किया जाएगा। यह फैक्ट्री पूरी तरह से इको फ्रेंडली होगी। इसके साथ ही तीन मेगावाट का सब स्टेशन, जल संचयन समेत कम पानी खपत के लिए यूरीनल बनाए जाएंगे। इसके अलावा सोलर एनर्जी की व्यवस्था भी रहेगी। एक ही स्थान में मिलेंगी तमाम सुविधायें उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग ने बताया कि आगरा में बनने जा रही फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स में उद्यमी आते ही अपना काम शुरू कर सकता है। यहां सिर्फ उसे अपनी मशीनरी लगाकर प्लग ऑन करना है, इसके साथ ही उनका उत्पादन शुरू जायेगा। उन्होंने बताया कि उद्यमियों को उद्योग स्थापित करने के लिए बड़े-बड़े प्लॉट की आवश्यकता होती है। उसके बाद प्रदूषण विभाग, बिजली कनेक्शन, समेत अन्य तमाम विभागों से अनुमति लेनी होती है। इसमें उद्यमियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बिना परेशानी और कम बजट में उद्यमी अपनी फैक्ट्री लगा सकें और उन्हें एक ही स्थान पर सभी सुविधायें मिल सके, इसके लिए यह प्रयास किया गया है। साथ ही बैंक ऋण व अन्य सभी सुविधाओं के साथ प्रदेश का पहला फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स आगरा में बनाया जा रहा है। गारमेंट इंडस्ट्री और नए स्टार्टअप को मिलेगी प्राथमिकता राकेश गर्ग ने बताया कि यह पूरा प्रोजेक्ट 125 करोड़ रुपए का है। उद्यमियों को वास्तविक लागत मूल्य पर फैक्ट्री की जगह उपलब्ध कराई जाएगी। इस फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स में व्हाइट कैटेगरी के उद्योग जैसे गारमेंट इंडस्ट्री समेत नए स्टार्टअप संचालकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके तहत यहां पर गारमेंट इंडस्ट्री को विकसित किया जाएगा। निर्माता और खरीदार दोनों के समय की होगी बचत इसको लेकर आगरा के गारमेंट्स उद्यमियों में भी उत्साह दिखाई दे रहा है। आगरा रेडीमेड गारमेंट्स संगठन के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि इस कॉम्प्लेक्स के बनने से निर्माता और खरीदार दोनों के समय की बचत होगी। इसमें आगरा आने वाले खरीदार सभी उद्यमियों के उत्पादों को एक ही स्थान पर देखकर ऑर्डर दे सकेगा। उसे हर फैक्ट्री में घूमना नहीं पड़ेगा।

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गोरखपुर-कारोबार को देने रफ्तार, बैंक पहुंचा टेराकोटा शिल्पकारों के द्वार

गोरखपुर। लगातार बुलंदियों को छू रहे टेराकोटा शिल्प के उद्यम को वित्त पोषण में और सहूलियत मिलने जा रही है। टेराकोटा शिल्पियों के कारोबार को रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से किए गए वादे के अनुरूप पंजाब एंड सिंध बैंक शिल्पियों के द्वार पहुंचा है। बैंक के अधिकारियों ने टेराकोटा शिल्पकारो से उनकी वित्तीय जरूरतों की जानकारी ली और बताया कि उन्हें अपनी कला को उद्योग के रूप में स्थापित करने के प्रदेश सरकार के प्रयास में वह भी हमकदम बन गया है। बैंक ने गोरखपुर के 5000 टेराकोटा शिल्पियों के लिए 25 करोड़ रुपये लोन वितरण का लक्ष्य रखा है। टेराकोटा गांव औरंगाबाद और गुलरिहा का भ्रमण किया पंजाब एंड सिंध बैंक के अफसरों ने 5000 टेराकोटा शिल्पकारों को 25 करोड़ का लोन देने की प्रतिबद्धता जता चुका है बैंक गोरखपुर की विशिष्ट टेराकोटा मिट्टी शिल्प को योगी सरकार ने महत्वाकांक्षी एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल कर प्रशिक्षण, निशुल्क यंत्र-उपकरण व अनुदानित लोन देकर इसे फर्श से अर्श तक पहुंचा दिया है। नायाब होने के बावजूद कभी टेराकोटा के उत्पादों को खरीदारों का टोटा था तो अब सरकार की तरफ से कराई गई ब्रांडिंग का यह जलवा है कि इस शिल्प के उत्पादों की डिमांड इतनी है कि शिल्पकारों के पास तीन से चार महीने के लिए एडवांस ऑर्डर रहता है। यही नहीं, इसके उत्पाद ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से लेकर ग्लोबल मार्केट तक उपलब्ध हैं। सरकार के प्रयासों से टेराकोटा को जीआई (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) टैग भी हासिल है। टेराकोटा मिट्टी शिल्प उद्यम के रूप में स्थापित हो चुका है। इसका कारोबार और बढ़े और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल सके, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद दिलचस्पी लेते हैं। सीएम योगी के प्रयासों से जुड़ने की एक पहल पंजाब एंड सिंध बैंक ने भी की है। कार्यकारी निदेशक रामजस यादव के नेतृत्व में गत 23 अगस्त को बैंक के अधिकारियों ने सीएम योगी से लखनऊ में मुलाकात कर टेराकोटा शिल्पकारों के लिए अपनी कार्ययोजना की जानकारी दी थी। बताया था कि बैंक उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग के साथ मिलकर गोरखपुर के 5000 टेराकोटा शिल्पकारों को 25 करोड़ का लोन उपलब्ध कराएगा। इस वित्त पोषण से शिल्पी अपने उद्यम का आकार और विस्तारित कर सकेंगे। इसी कार्ययोजना के मुताबिक रविवार को बैंक के मुख्य प्रबंधक विनय कुमार ओझा के नेतृत्व में वरिष्ठ प्रबंधक शैलेंद्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक गोलघर गोरखपुर शाखा अरविंद कुमार मिश्र, शाखा प्रबंधक बशारतपुर गोरखपुर पंकज जायसवाल व शाखा प्रबंधक बस्ती संदीप यादव टेराकोटा के लिए मशहूर औरंगाबाद और गुलरिहा पहुंचे। उन्होंने भोला प्रसाद प्रजापति, रामफल, गुलाब चंद प्रजापति, गब्बू, लालचंद प्रजापति, हीरालाल प्रजापति, राजन प्रजापति, रविन्द्र प्रजापति से मुलाकात की। उनके हुनर को देखा, बाजार, उत्पादों की मांग और उनके टर्नओवर के बारे में जानकारी ली। बैंक अधिकारियों ने टेराकोटा शिल्पकारों को ओडीओपी के तहत सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। साथ ही बताया कि बैंक उन्हें त्वरित आधार पर सरलता से लोन देने के लिए तैयार बैठा है। लोन से वह अपने कारोबार को और रफ्तार दे सकते हैं। शिल्पकारो को डिजिटल पेमेंट सिस्टम और क्यूआर कोड के जरिये लेनदेन के बारे में बताया गया।

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