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February 29, 2024

अनुपयोगी घाटियां व जमीनों में उगायी जाएगी मंडुआ, झंगोरा एवं चौलाई

देहरादून।  मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने मंडुआ, झंगोरा व चौलाई का उत्पादन बढ़ाने तथा सप्लाई चेन को बेहतर करने के सम्बन्ध में गुरूवार को विधानसभा भवन में हाउस ऑफ हिमालया तथा मिलेट मिशन की बैठक में महत्वपूर्ण निर्देश जारी किये हैं। सीएस ने कृषि एवं उद्यान विभाग को प्रदेश में अनुपयोगी घाटियां एवं जमीनों को चिहिन्त कर उनमें मंडुआ, झंगोरा एवं चौलाई के बड़े स्तर पर उत्पादन को बढ़ावा देने तथा क्षेत्र विस्तार की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाना है। इसका संचालन महिला स्वयं सहायता समूहों को प्राथमिकता से दिया जाना चाहिए। मुख्य सचिव ने कहा है कि मंडुआ, झंगोरा, चौलाई तथा अन्य स्थानीय उत्पादों के उत्पादन तथा प्रोक्यूरमेंट को बढ़ाने के लिए कृषि एवं उद्यान विभाग के साथ ही सहकारिता विभाग को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। इस दिशा में मुख्य सचिव ने यूसीएफ (उत्तराखण्ड स्टेट कॉपरेटिव फेडरेशन) तथा हाउस ऑफ हिमालया के मध्य एमओयू किये जाने हेतु निर्देश दिए हैं। सीएस ने झंगोरा तथा चौलाई की एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के सम्बन्ध में प्रस्ताव बनाने के सम्बन्ध में इनपुट कॉस्ट (लागत मूल्य ) का अध्ययन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने विधानसभा, सचिवालय, सहित जीएमवीएन, केएमवीएन आदि सभी सरकारी भवनों एवं संस्थानों में परोसे जाने वाले खाद्य उत्पादों में मिलेट्स मंडुआ, झंगोरा आदि का उपयोग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने विशेषरूप से महिला विकास एवं बाल कल्याण विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग को महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य विकास हेतु मंडुआ, झंगौरा, चौलाई जैसे स्थानीय मिलेट्स को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्य में एएनएम, आशा वर्कर्स तथा आंगनबाड़ी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उत्तराखण्ड के अम्ब्रेला ब्राण्ड हाउस ऑफ हिमालया की मजबूती के लिए तथा स्थानीय उत्पादों की बेहतरीन मार्केटिंग के लिए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के बड़े स्थापित ब्राण्ड्स की कार्यप्रणाली का अध्ययन करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए हैं। सीएस ने निर्देश दिए हैं कि उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों हेतु प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करने वाले हाउस ऑफ हिमालया के तहत उत्पादों की गुणवत्ता तथा प्रमाणीकरण का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। बैठक में प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, श्रीमती राधिका झा, वी बी आर सी पुरूषोत्तम, विनोद कुमार सुमन, चन्द्रेश कुमार, अरविन्द सिंह हयांकी, अपर सचिव मनुज गोयल तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

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World awaits India’s skills, innovation & technology in textiles: CM Yogi

New Delhi, February 29 Chief Minister Yogi Adityanath, on Thursday, said that the global market awaits India’s skills, innovation, and technology in the textile sector. He added that India exports carpets worth Rs 17,000 crores, with 60 percent originating from Bhadohi, Mirzapur, and Varanasi in Uttar Pradesh. During a media interaction on the fourth day of ‘India Tex 2024,’ held at Pragati Maidan, the Chief Minister extended a warm welcome to all buyers and visitors at the ‘India Tex 2024’ Uttar Pradesh Pavilion and expressed gratitude to PM Modi for giving the opportunity to participate as a partner state in such a significant event. The exhibition showcases the past, present, and future needs of the textile industry, with special emphasis on the international aspect through the Bharat Mandapam and Yashobhumi. Praising Prime Minister Narendra Modi’s initiative, he mentioned that the exhibition, spanning the last four days, saw enthusiastic engagement from individuals nationwide and globally. He further noted that the textile industry stands as the second-largest employment provider after agriculture, offering boundless opportunities for technological advancements. CM Yogi highlighted that in ‘India Tex 2024,’ Uttar Pradesh has demonstrated its expertise in the textile sector, with 20 exhibitors in Yashobhoomi and 46 exhibitors in the Bharat Mandapam. Artisans have displayed handicrafts, carpets, and other handloom products from the state to buyers from across the country and the world and are receiving their appreciation. “Uttar Pradesh holds limitless opportunities in the textile sector. Under PM Modi’s PM Mitra Park Scheme, a mega textile park is set to be established in an area of one thousand acres between Lucknow and Hardoi, as part of the plan implemented at seven locations across the country. Additionally, efforts are underway to develop four new flatted factories in the state”, he informed. Yogi highlighted that significant efforts have been made in the past seven years to promote Lucknow’s Chikankari, Sitapur’s Durrie, Bareilly’s Zari-Zardozi, and Bhadohi’s carpets. All of these crafts serve as crucial means for creating employment opportunities. The global textile industry is currently looking at India with hope, he stated. The Chief Minister also visited the stalls from different parts of the country at the exhibition, showing interest in their products while the artisans expressed their joy on meeting CM Yogi. On this occasion, MSME Minister Rakesh Sachan, Additional Chief Secretary Amit Mohan Prasad and other dignitaries were present.

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