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Uttrakhand News:मुख्यमंत्री ने मंगलवार को हरेला पर्व के अवसर पर मालदेवता देहरादून में आयोजित ‘शहीदों के नाम पौधरोपण’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को हरेला पर्व के अवसर पर मालदेवता देहरादून में आयोजित ‘शहीदों के नाम पौधरोपण’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण किया। कार्यक्रम के दौरान जम्मू के कठुआ में शहीद हुए उत्तराखण्ड के जवानों एवं बिनसर वन्यजीव विहार में वनाग्नि दुर्घटना में मृतक वन्य कर्मियों की स्मृति में श्रद्धांजलि स्वरूप पौधा रोपण किया गया। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सराहनीय प्रयास करने वाले स्कूलों एवं वन पंचायतों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरेला पर्व सुख, समृद्धि, शान्ति, पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण का प्रतीक है। यह पर्व जीवन को प्रकृति के साथ जोड़ने का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड प्राकृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को प्रतिज्ञा लेनी होगी कि हम प्राकृतिक धरोहर एवं विरासत को संरक्षित कर भावी पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण देंगे। इस बार राज्य में हरेला पर्व की थीम पर्यावरण की रखवाली, घरघर हरियाली, लाये समृद्धि और खुशहाली निर्धारित की गई है। उन्होंने जल संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में सभी को योगदान देने के लिए अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि तापमान में वृद्धि होना, सबके लिए चिंतन का विषय है। देवभूमि उत्तराखण्ड को प्रकृत्ति ने सब कुछ दिया है। हमारी जिम्मेदारी है कि प्रकृति प्रदत्त सम्पदाओं का सही तरह से उपयोग हो। वृक्षारोपण और जल संरक्षण की दिशा में सबको मिलकर प्रयास करने हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हरेला पर्व पर 50 लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें सरकार के साथ जनसहयोग भी लिया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा 15 अगस्त तक बृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जायेगा। सरकार के साथ स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों, एनजीओ और जनसहयोग को इसमें लिया जायेगा। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि जो भी वृक्षारोपण किये जा रहे हैं, उनका संरक्षण भी करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनेक कार्य किये गये हैं। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरूआत की थी। तब से अब तक देश में करोड़ों पौधे रोपे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहे हैं। उत्तराखण्ड ने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लिए देश में पहला स्थान हासिल किया है। यह उत्तराखण्ड के लिए गौरव का विषय है। हरेला पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी विद्यालयों, कॉलेजों, निकायों, जनप्रतिनिधियों तथा सभी सरकारी एवं निजी संस्थानों से भी अपने परिसर में अधिक से अधिक पौधों का रोपण का आह्वाहन किया। मुख्यमंत्री ने मिश्रित वन के तहत पर्यावरण विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में ‘सिंगलास वन’ विकसित करने के लिए प्रयास कर रही रूद्रप्रयाग जनपद के कोट ग्राम पंचायत की मातृशक्ति के प्रयासों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण के साथ जल संरक्षण के लिए भी कार्य किये जा रहे हैं, यह एक सराहनीय पहल है। वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हरेला पर्व के उपलक्ष्य में इस वर्ष प्रदेश में 01 करोड़ 64 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की पहचान यहां का नैसर्गिक सौन्दर्य है। वन सम्पदा राज्य की आजीविका का महत्वपूर्ण संसाधन है। वन सम्पदाओं को बढ़ाने और जल संरक्षण की दिशा में हमें निरन्तर कार्य करने हैं। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग और ग्लेशियरों का तेजी से पिघलना बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को शुद्ध वतावरण देने के लिए सबको वृक्षारोपण और जल संरक्षण की दिशा में कार्य करने होंगे। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) डॉ. धनंजय मोहन, आईजी गढ़वाल श्री के.एस नगन्याल, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, एसएसपी श्री अजय सिंह एवं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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Uttrakhand News: मुख्यमंत्री ने मंगलवार को प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में श्रावणी मेले का पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया जागेश्वर धाम के प्रसिद्ध श्रावणी मेले का शुभारंभ। प्रदेशवासियों को दी हरेला पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं। वृक्षारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश। जनपद के विकास को लेकर की कई घोषणाएं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में एक महीने तक चलने वाले श्रावणी मेले का पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया। उन्होंने जागेश्वर के भंडारा स्थल में पदम का वृक्ष लगाकर हरेला की शुभकामनाओं के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जागेश्वर धाम पौराणिक संस्कृति का अप्रतिम प्रतीक है। यहां आकर एक अलग ही शांति की अनुभूति मिलती है। भगवान जागेश्वर सभी श्रद्धालुओं पर अपनी कृपा रखते हैं। उन्होंने कहा कि यहां कोई अपनी मर्जी से नहीं बल्कि बाबा के बुलावे पर ही आता है। श्रावणी मेले को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावणी मेला पौराणिक संस्कृति का जीता जागता उदाहरण है। श्रावणी मेला सदियों से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों को हरेला पर्व एवं श्रावणी मेले की शुभकामनाएं देते हुए डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड के विकास को समर्पित सरकार है। इसी का परिणाम है कि नीति आयोग द्वारा जारी की गई सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर आया है। यह उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में सकारात्मक कदम है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपद के विकास को लेकर अनेक घोषणाएं भी की जिनमें, सरयू (सेराघाट) से वृद्ध जागेश्वर सहित जागेश्वर क्षेत्र के लिए पेयजल पंपिंग योजना का निर्माण, भगततोला कपकोट मोटर मार्ग का डामरीकरण, मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत वृद्ध जागेश्वर को धार्मिक पर्यटन से जोड़ने, भिकियासेन में डाम का निर्माण, चमडखान में बैंक की स्थापना, भरतोली के प्राचीन देवायल मंदिर का जीर्णोधार, डिप्टेश्वर महादेव एवं कोटेश्वर महादेव का जीर्णोधार तथा सौंदर्यीकरण किये जाने, मर्चुला भिकियासेन मोटर मार्ग पर रामगंगा नदी पर मोटर पुल का निर्माण, महात्मा गांधी इंटर कॉलेज चनोदा सोमेश्वर के अपूर्ण भवन का निर्माण किये जाने, चायखन थूवासीमल से ध्युली धोनी व ध्यूली रौतेला चैना बैंड तक लिंक रोड का निर्माण किये जाने, सोमेश्वर के ग्राम सभा रहत में धूनी गैर नामक स्थान पर तथा शहर फाटक नंगधूनी मंदिर के पास मिनी स्टेडियम का निर्माण किये जाने, विकासखंड हवालबाग के गोविंदपुर स्थित देवडघाट के नानकोसी में मिनी बैराज का निर्माण के साथ जागेश्वर विधानसभा में 40 किमी डामरीकरण के प्रस्ताव आदि कार्यों की घोषणा शामिल है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के विकास को समर्पित सरकार है। अल्मोड़ा के कोसी से कौसानी तक साइकिल ट्रैक का निर्माण कार्य किया जा रहा है जिससे अल्मोड़ा जनपद के पर्यटन को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा शहर के विस्तार की भी योजना बनायी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना की है तब से यहां श्रद्धालुओं की संख्या में गुणात्मक वृद्धि हुई है तथा लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार लगातार देश एवं प्रदेश में विकास के नए नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। प्रदेश के तीर्थाटन को बढ़ाने में भी राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। जिस प्रकार केदारनाथ एवं बदरीनाथ मंदिर के मास्टर प्लान के माध्यम से केदारनाथ एवं बदरीनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है उसी प्रकार जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान के माध्यम से भी यहां के लोगों के आजीविका के द्वार खुलेंगे। उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान के कार्य पूरा हो जाने के बाद प्रति वर्ष 10 लाख श्रद्धालुओं के यहां आने की उम्मीद है। इसके माध्यम से यहां के लोगों का जीवन खुशहाल होगा एवं जनपद की आर्थिकी में भी बढ़ोतरी होगी। इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने भी जनपद एवं प्रदेशवासियों को हरेला पर्व एवं श्रावणी मेले के शुभकनाएं दी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के विकास के लिए प्रयासरत है। इस दिशा में अनेक कार्य मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन सुदूर आदि कैलाश में कराकर योग दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड की सड़कों का कायाकल्प होगा एवं प्रदेश तेजी से मजबूत अर्थव्यवस्था को और अग्रसर होगा। विधायक जागेश्वर मोहन सिंह मेहरा ने मुख्यमंत्री के जागेश्वर धाम आने के लिए उनका धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा लगातार प्रदेश एवं जनपद के लिए अहम फैसले लिए जा रहे हैं। जो प्रदेश के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। इस दौरान जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश बहुगुणा, उपाध्यक्ष जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति नवीन चंद्र भट्ट, जिला मजिस्ट्रेट विनीत तोमर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे समेत अन्य विभागीय अधिकारी, जन प्रतिनिधि एवं आम जनमानस उपस्थित थे।

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MP News:सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के नए प्रयोग को गुजरात सरकार भी अपनाएगी- मंत्री बावलिया

गुजरात के जल संसाधन मंत्री श्री कुंवर जी भाई मोहन भाई बावलिया ने आज प्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट से उनके निवास पहुंचकर मुलाकात की। मंत्रीद्वय ने दोनों राज्यों की सिंचाई परियोजनाओं और आपसी सहयोग पर विस्तार से चर्चा की। श्री कुंवर जी भाई बावालिया ने कहा कि सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। यहां की मोहनपुरा कुंडलिया और केन बेतवा लिंक परियोजनाओं का न केवल भारत में अपितु विश्व की सिंचाई परियोजना में महत्वपूर्ण स्थान हैं। मैं आज यहां मध्य प्रदेश की मोहनपुरा कुंडलिया प्रेशराइज्ड पाइप सूक्ष्म सिंचाई परियोजना और अन्य परियोजनाएं देखने आया हूं। सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में किए जा रहे नित नए प्रयोगों को गुजरात सरकार भी अपनाएगी। मंत्री श्री सिलावट ने बताया की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में सिंचाई क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी शीघ्र ही केन बेतवा लिंक परियोजना का भूमि पूजन करने के लिए मध्यप्रदेश आने वाले हैं। यह परियोजना प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की तस्वीर बदल देगी। मोहनपुरा कुंडलिया प्रेशराइज्ड पाइप सूक्ष्म सिंचाई परियोजना विश्व की अनूठी सिंचाई परियोजना है। इस परियोजना के लिए मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कृत भी किया गया है। मध्यप्रदेश का सिंचाई रकबा बढ़कर लगभग 50 लाख हेक्टेयर हो गया है। हमारा लक्ष्य वर्ष 2025 तक इसे 65 लाख हेक्टेयर और वर्ष 28 – 29 तक इसे 100 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाना है। मंत्री श्री सिलावट ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में चलाए गए जल गंगा संवर्धन अभियान और अन्य जल संरक्षण और संवर्धन संबंधी कार्यों की जानकारी दी और इस संबध में एक पुस्तिका भी भेंट की। गुजरात के जल संसाधन मंत्री ने श्री सिलावट को गुजरात की साबरमती रिवरफ्रंट व अन्य योजनाएं देखने का आमंत्रण भी दिया और गांधी आश्रम की प्रतिकृति स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। इस अवसर पर विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख अभियंता श्री शिरीष मिश्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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MP News:आर्थिक विकास के साथ पर्यावरण सामंजस्य ज़रूरी: उप-मुख्यमंत्री

उप-मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि विकास की गति तेज करने के साथ पर्यावरण के साथ सामंजस्य बहुत महत्वपूर्ण है। आगामी पीढ़ी को विभिन्न प्राकृतिक संसाधन जल, वायु, मृदा आदि अच्छी अवस्था में मिले यह वर्तमान पीढ़ी की ज़िम्मेदारी है। विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सतत कार्य करना जलवायु परिवर्तन की समस्या के दौर में अहम है और अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में सतत कार्य कर रही है। उप-मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने भोपाल में द नेचर वालंटियर संस्था द्वारा भोपाल में पाई जाने वाली बर्ड्स की विभिन्न प्रजातियों की प्रामाणिक जानकारी पर आधारित पुस्तक “बर्ड्स ऑफ़ भोपाल” का विमोचन किया। उल्लेखनीय है कि यह पुस्तक भारतीय वन सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी स्वर्गीय श्री पी.एम. लाड को समर्पित की गयी है। स्वर्गीय श्री लाड ने बर्ड कंज़र्वेशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने पुस्तक की एक प्रति स्वर्गीय श्रीं लाड की पत्नी श्रीमती कमला लाड को भेंट की। पुस्तक में भोपाल में पाई जाने वाली स्थानीय बर्ड्स और प्रवासी बर्ड्स को मिलाकर बर्ड्स की 312 प्रजातिओं को डॉक्यूमेंट किया गया है। विकास की राह में पर्यावरण संरक्षक पथ-प्रदर्शक का कार्य करते हैं उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों के लिए अधोसंरचना विकास के लिए प्राकृतिक संपदा को कई बार परिहार्य कारणों से क्षति पहुँचती है तो शासन ने प्रावधान किए हैं कि उसकी भरपाई की जाये। सरकार इस दिशा में संवेदनशील है। उप-मुख्यमंत्री ने टीएनवी सहित समस्त ऐसे नेचर वालंटियर और संस्थान जो पर्यावरण संरक्षण दिशा में कार्यरत हैं, उनकी सराहना करते हुए कहा कि विकास की राह में पर्यावरण संरक्षकों के द्वारा ढाल की तरह पथ-प्रदर्शक का कार्य किया जाता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए हर नागरिक की सहभागिता आवश्यक हैं। जन-जागरूकता के लिए सतत प्रयास महत्वपूर्ण हैं। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, अपर मुख्य सचिव वन श्री अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री शिवशेखर शुक्ला, वन बल प्रमुख श्री असीम श्रीवास्तव, पद्मश्री पुरस्कृत एवं टीएनवी के प्रेसिडेंट श्री भालू मोंधे एवं वरिष्ठ पत्रकार एवं टीएनवी के वाईस प्रेसिडेंट श्री अभिलाष खांडेकर सहित टीएनवी के पदाधिकारी, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य कर रहे प्रबुद्धजन और वालंटियर्स उपस्थित रहे। भोपाल में है “इंटरनेशनल बर्ड्स फेस्टिवल” की क्षमता प्रमुख सचिव पर्यटन श्री शुक्ला ने भोपाल में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के बर्ड्स फेस्टिवल के आयोजन की क्षमताओं और संभावनाओं को रेखांकित किया और इस दिशा में जन-जागरूकता लाने के लिए स्वयंसेवी संगठनों से प्रयास करने का आह्वान किया। वन बल प्रमुख श्री असीम श्रीवास्तव ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा तैयार वन्य-प्राणियों, जैव-विविधता पर आधारित पुस्तकों से प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध होती है, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों में अत्यंत उपयोगी है। वरिष्ठ पत्रकार एवं टीएनवी के वाईस प्रेसिडेंट श्री अभिलाष खांडेकर ने “बर्ड्स ऑफ़ भोपाल” पुस्तक के निर्माण में योगदान देने वाले ओरिंथोलॉजिस्ट और प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में शासन से सहयोग के विभिन्न विषयों का उल्लेख किया।

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MP News:मोहनपुरा-कुंडालिया परियोजनाओं से 3 लाख हेक्टेयर क्षेत्र मे होगी सिंचाई

कौशल विकास और रोजगार मंत्री श्री गौतम टेटवाल के साथ गुजरात सरकार के जल संसाधन मंत्री श्री कुंवर जी भाई मोहन भाई बावलिया ने आज राजगढ़ जिले के मोहनपुरा-कुंडालिया सिंचाई परियोजना का अवलोकन किया। मोहनपुरा-कुंडालिया परियोजनाओं से लगभग 3 लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। दोनों प्रदेश के मंत्रियों ने मोहनपुरा डैम के समीप कृषिधाम का भी अवलोकन किया। स्थानीय किसानों एवं अधिकारियों से चर्चा कर योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। मंत्री श्री बावलिया ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत मोहनपुरा पंप हाऊस परिसर में पौधरोपण भी किया। स्थानीय सांसद श्री रोडमल नागर भी उपस्थित रहे। मोहनपुरा-कुंडालिया डेम की दोनों परियोजनाओं में 7 पम्प हाऊस से सिंचाई की व्यवस्था की गई है। दोनों डेम मे लगभग 26 हजार कि.मी. की पाईपलाइन बिछाई गई है। अंडरग्राउण्ड पाईप से किसानों के खेतों तक कनेक्शन दिये गये है। इसमें किसान कम पानी से अधिक सिंचाई कर पा रहे है। गुजरात के जल संसाधन मंत्री श्री बावलिया ने झझाड़पुर गाँव पहुँचकर प्रेशराइज पाईप प्रणाली का अवलोकन किया और स्थानीय किसानों से सिंचाई और फ़सल उत्पादन के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि कुंडालिया डेम के अवलोकन के बाद जानकर अच्छा लगा कि कम पानी में किस प्रकार से अधिक से अधिक सिंचाई की जा सकती है। मंत्री श्री बावलिया ने कहा कि वे गुजरात के कच्छ में नर्मदा जी का पानी पहुँचाने के लिए ऐसी ही परियोजना का प्लान तैयार कर रहें हैं‍। कुंडालिया परियोजना के अवलोकन से कच्छ परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा करने में आवश्यक मदद मिलेगी।

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MP News:प्रदेश को विकास के मानकों में शीर्ष में ले जाने के लिए सरकार है संकल्पित- उप-मुख्यमंत्री

उप-मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि मध्यप्रदेश को विकास के मानकों में शीर्ष पर ले जाने के लिए सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में डबल इंजन की मध्यप्रदेश सरकार जनहितकारी योजनाओं का तेज़ी से क्रियान्वयन कर हर व्यक्ति के उत्थान के लिए समर्पित है। सरकार मिशन मोड पर कार्य कर रही है। उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल भोपाल में निजी न्यूज़ चैनल के “विजनरीज़ ऑफ़ मध्यप्रदेश” कार्यक्रम में शामिल होकर संवाद कर रहे थे। उन्होंने मध्यप्रदेश में विकास के विजन और इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों को साझा किया। उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र को सशक्त करने के लिए वृहद् मंथन कर सेवाओं के गैप को चिह्नांकित किया गया है। प्रदेश के शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय का रोडमैप तैयार किया गया है। मैन पॉवर, अधोसंरचनात्मक विकास, उपकरणों की उपलब्धता के लिए कार्य किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र के महत्व को समझते हुए सरकार द्वारा बजट में 34 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है। वर्ष 2003 में मौजूद 5 मेडिकल कॉलेज से आज हम 14 मेडिकल कॉलेज तक पहुँच गये हैं। वर्तमान वर्ष में 3 एवं आगामी 2 वर्षों में 8 और मेडिकल कॉलेज के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश के 12 ज़िलों में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेजों का संचालन प्रक्रियाधीन है। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए हर उपलब्ध संभावना पर कार्य किया जा रहा है ताकि हर नागरिक को हर क्षेत्र में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं का प्रदाय सुनिश्चित किया जा सके। उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश में आर्थिक विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी गई है ताकि आगामी पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित हो। “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान में बढ़-चढ़कर की जा रही सहभागिता इसी दिशा में किया गया एक सशक्त प्रयास है। मध्यप्रदेश में कृषि विकास के साथ-साथ पर्यटन एवं औद्योगिक विकास पर कार्य किया जा रहा है। अधोसंरचनात्मक विकास के साथ नीतिगत प्रयास किए जा रहें हैं।

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MP News:प्रदेश में निवेश और औद्योगिक विकास से रोजगार और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में निवेश और औद्योगिक विकास से रोजगार और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिये मध्यप्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव कराई जा रही है। उन्होंने प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिये 20 जुलाई को जबलपुर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को सफल बनाने के लिये मंगलवार को छिन्दवाड़ा जिले के अमरवाड़ा में हुई उद्योग संघों व उद्योगपतियों की बैठक में यह विचार व्यक्त किये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्थानीय उद्यमियों के साथ बाहर के उद्यमियों को जोड़कर प्रदेश के सभी अंचल में सरकार समान रूप से विकास करना चाहती है, जिसमें कृषि, रोजगार, व्यापार, पर्यटन आदि की दिशा में एक नये उपलब्धि को हासिल किया जा सके। इसमें कई सारी कठिनाईया आती है लेकिन सकारात्मक सोच से आगे बढ़कर उनका निराकरण करें। छोटे-बड़े, मझौले सभी उद्यमी सरकार के साथ कदम-कदम से मिलाकर चलेंगे तो विकास की एक नई धारा प्रवाहित होगी। अभी तक इंदौर में इंडस्ट्री सम्मिट होती थी लेकिन अब यह प्रदेश के अन्य भागों में भी होगी और वहां की औद्योगिक कठिनाईयों को दूर किया जायेगा। उन्होंने उद्योग संघों व उद्योगपतियों से कहा कि वे निवेश को प्रोत्साहित करें। इसके लिये उन्हें औद्योगिक नीति अनुसार सुविधा प्रदान की जायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी 5 साल में प्रदेश की जीडीपी को डबल करने के लक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुये निवेश को प्रोत्साहित करना है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार जो बेहतर हो सकता है उस दिशा में निवेश में अनुकूलता लाना है। औद्योगिक विकास के लिये प्रदेश में पर्याप्त लैंड बैंक है। बैठक में उन्होंने औद्योगिक निवेश में रोजगारमूलक गतिविधि और स्थानीय उत्पादों के प्र-संस्करण पर जोर दिया गया। उन्होंने उद्योगों के स्थापना में सब्सिडी का जिक्र करते हुये बॉयर- सेलर के बीच की कठिनाईयों को दूर कर उद्योग और व्यापार की दिशा में आगे बढ़ने को कहा। इन सब बातों में उन्होंने स्थानीयता को विशेष महत्व देते हुये कहा कि स्थानीय स्तर पर कच्चे-माल को उपयोगी बनाये और रोजगार पाने वालों की संख्या बढ़ायें। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने सभी जिला कलेक्टरों से उद्योग और व्यापार संघों की कठिनाईयों को समझने तथा उसे दूर करने और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये कहा ताकि लघु उद्योगों को प्रोत्साहन मिले और उनकी बेहतरी के लिये सुझाव भी हो। उन्होंने दुग्ध उद्योग को बढ़ावा देने के लिये हो रहे प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने जिले एवं संभाग में उद्योगों की संभावनाओं की दिशा में कारगर कार्य करने को निर्देशित किया। सांसद श्री वी.डी.शर्मा ने कहा कि विकास आपके लिये और आपके द्वारा हो, इसलिये 20 जुलाई की तैयारियों को लेकर आज उद्योगपतियों की बैठक आयोजित की गई है। प्रदेश के विकास में छोटे-छोटे उद्यमियों के विजन का भी सम्मान करें। उन्होंने औद्योगिक समस्याओं के निराकरण के लिये सिंगल विंडों सिस्टम अपनाने को कहा। क्षेत्रीय विकास के लिये जिले की संभावनाओं को पहचानने और उस दिशा में आगे बढ़ने के साथ नौजवानों को औद्योगिक गतिविधियों में भाग लेने के लिये प्रेरित करने पर जोर दिया। उद्योग संघों की बैठक में छिन्दवाड़ा के उद्यमियों ने जहॉ प्रत्यक्ष रूप से बैठक में सहभागिता की। वहीं सिवनी, बालाघाट, पांढुर्णा के उद्योगपति वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल हुए। विभिन्न उद्योगपतियों ने विकास के लिये अपने-अपने विचार व्यक्त किये। छिन्दवाड़ा के राकेश जुनेजा, बोरगांव के उद्योगपति श्री रीतेश जैन, श्री सुमेरसिंह, श्री अजय सक्सेना ने विभिन्न सुझाव दिये। पांढुर्णा से उद्यमी श्री आर.एन.द्रविड, उद्योगपति श्री सुभाष बुधराजा, श्री जितेन्द्र पटेल ने औद्योगिक नीतियों को और अधिक फ्रेंडली बनाने संबंधी विचार व्यक्त किये।बालाघाट के उद्योगपति श्री अतुल, श्री हर्ष व्दिवेदी, श्री प्रत्यूष नेमा, श्री अभिषेक जेठानी ने फूड प्रोसेसिंग और योगेन्द्र पाठक ने मेगनीज यूनिट स्थापित करने की दिशा में अपने विचार व्यक्त किये। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन ने औद्योगिक क्षेत्रों में पानी की समस्या के निदान के साथ औद्योगिक नीति की जानकारी देते हुये कहा कि आईटी क्षेत्र को प्रोत्साहन करने के लिये विशेष कार्ययोजना है।

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MP News:तत्परता से करें जन-समस्याओं का निराकरण – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए संकल्प के साथ विकास का क्रम निरंतर जारी है। “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” के ध्येय वाक्य को अंगीकार करते हुए हम सभी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी शासन की प्रमुख फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ धरातल तक पहुँचाएं। जन सामान्य की मूलभूत सुविधाओं से संबंधित समस्याओं का निराकरण संवेदनशीलता और तत्परता से किया जाए। उन्होंने कहा कि जाति और निवास प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव उज्जैन के आस्था गार्डन में आयोजित जन संवाद शिविर को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिविर में उपस्थित नागरिकों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानी एवं जिला प्रशासन को निराकरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ.यादव की ओर से शिविर में उज्जैन आजीविका स्व-सहायता समूह की महिलाओं को एक करोड़ 47 लाख ऋण राशि का चेक प्रदान किया गया। प्रदेश का गौरव है बाबा महाकाल की सवारी मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि उज्जैन में विकास कार्यों की प्राथमिकता तय करते हुए कार्यों को पूर्ण कराएं। “एक जिला-एक उत्पाद” अंतर्गत उज्जैन में चयनित बुटिक प्रिंट के साथ हैंडलूम, पॉवरलूम, लघु, कुटीर और फुटकर उद्योगों को भी समान रूप से बढ़ावा मिले, जिससे रोजगार के अधिक से अधिक अवसरों का सृजन हो सके। उन्होंने कहा कि उज्जैन में भगवान की मूर्तियां, वस्त्र और पूजन सामग्री बनाने का काम भी आरंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाबा महाकाल की सवारी उज्जैन ही नहीं पूरे प्रदेश का गौरव हैं। सवारी में जनजातीय जिले डिंडौरी, मंडला, बालाघाट आदि के नृत्य कलाकारों को भी शामिल किया जाए। बाबा महाकाल की सवारी में मंत्रीगण भी शामिल होंगे। उज्जैन नगर से महानगर की ओर हो रहा है अग्रसर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सिंहस्थ के नोटिफाइड एरिया को चिन्हित कर विकास कार्यों को गति प्रदान करें। उज्जैन नगर से महानगर की ओर अग्रसर हो रहा है। देश-विदेश में नगर की सकारात्मक छवि निर्मित करने की दिशा में सभी को समन्वित रूप से प्रयास करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जन सहभागिता से सिंहस्थ के कार्यों को आगे बढ़ाएं। हरिद्वार की तर्ज पर उज्जैन का स्थाई रूप से विकास किया जाए। उन्होंने अवैध अतिक्रमण न होने देने और नीति संगत निर्माण कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उज्जैन के देवस्थानों और घाटों का भी जीर्णोधार किया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेज में आईटी पार्क बनाने के प्रयास किए जाएंगे। उज्जैन के लिए मेडिसिटी बड़ी सौगात है। उन्होंने मेडिसिटी के कामों में तेजी लाने के निर्देश दिए।

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MP News:रोजगार के अवसर बढ़ाने उद्योगों की श्रृंखला स्थापित की जाएगी – मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है रोजगार के अवसर बढा़ने के लिये महाकौशल सहित पूरे प्रदेश में उद्योगों की श्रृंखला स्थापित की जाएगी। इससे युवाओं को रोज़गार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दो लाख भर्तियां करने की तैयारी की जा रही है। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिये रहने, खाने एवं कोचिंग की फ़ीस भी देने की व्यवस्था की जायेगी। ज़िला प्रशासन ऐसे विद्यार्थियों की सूची तैयार करें। उनके सपनों को साकार करने में सरकार मदद करेगी। कार्यक्रम में विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये गये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा कृषि उपज मंडी प्रागंण में आयोजित 127 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों एवं किसानों के हितों की रक्षा की गारंटी प्रदेश सरकार की है। जनता से किये वादे पूरे करने की शुरुआत हो गई है। मुख्यमंत्री ने छिन्दवाड़ा जिले को प्रदेश का मोर-मुकुट बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र को प्रकृति ने खूब संवारा है। छिन्दवाड़ा और पांढुर्णा की नैसर्गिक सुंदरता मन मोह लेती है। आज आभार रैली में लोगों का जनसैलाब देखकर लगता है कि होली एवं दीपावली का त्यौहार मन रहा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके, खजुराहो सांसद श्री वी.डी.शर्मा, सांसद श्री विवेक बंटी साहू, अमरवाड़ा विधायक श्री कमलेश प्रताप शाह, बैतूल विधायक श्री हेमंत खंडेलवाल, पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना, नगर निगम महापौर विक्रम अहके सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने एक पेड़ मां के नाम अभियान में आम का पौधा भी लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली विभिन्न योजनाएँ यथावत संचालित होती रहेगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत स्व-सहायता समूह की महिलाओं  के लिए नवीन योजनायें लाई जाएगी। इन सबके लिए प्रदेश सरकार का बजट अब पूर्व के बजट से 20 प्रतिशत से अधिक रखने का लक्ष्य है। इनमें सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा। आने वाले 5 वर्षों में बजट दोगुना किया जाएगा। किसान सम्मान निधि के लाभ से छूटे किसानों को किश्त देनें,जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य भी सरकार के द्वारा किया जा रहा है। अन्नदाता किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिलें,हर किसान के खेत तक पानी पहुँचे इसके लिए बांध बनाने की योजना भी शुरू हो चुकी है। डूब प्रभावित क्षेत्र में आने वाली भूमि के किसानों को भी मुआवज़ा देने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के समग्र कल्याण के लिये प्रधानमंत्री जन-मन योजना से अब पक्के मकान बनाकर दिए जा रहें हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना में जिन हितग्राहियों की किश्त शेष है, उसे भी सरकार द्वारा भरा जाएगा। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में प्रदेश के श्रदालुओं को देश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों के साथ-साथ प्रदेश में स्थित प्रमुख धार्मिक स्थलों का भी भ्रमण करवाया जाएगा। इनमें उज्जैन के महाकाल मंदिर,राम राजा की नगरी ओरछा, मैहर के माँ शारदा माता मंदिर, दतिया का पीताम्बरा पीठ शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा है कि अमरवाड़ा विधायक श्री शाह द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए जो माँगे की गई है उन्हें पूरा किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि राजस्व महाअभियान 2.0 में 18 जुलाई से 31 अगस्त तक लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण का कार्य कैंपों का आयोजन कर प्रारंभ किया जा रहा है। इस महाअभियान का उद्देश्य राजस्व अभिलेखों की त्रुटियों को दुरूस्त करना है। राजस्व महाअभियान 1.0 में प्रदेश में लगभग 30 लाख से अधिक राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया गया है। खजुराहो सांसद श्री वीडी शर्मा ने कहा कि केंद्र एवं राज्य में डबल इंजन की सरकार द्वारा हितग्राहीमूलक योजनाओं का बेहतर तरीक़े से संचालन किया  जा रहा है। रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव का आयोजन 20 जुलाई को जबलपुर में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने इस संबंध में छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बालाघाट एवं सिवनी जिले के उद्योगपतियों से वर्चुअली चर्चा भी की। विधायक श्री शाह ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा ज़िले को दी गई सौग़ातों के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में जिला आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य श्री शेषराव यादव, नगरपालिका अध्यक्ष अमरवाड़ा श्रीमती प्रीति नितिन तिवारी, पूर्व विधायक श्री टीकाराम चंद्रवंशी, श्री नथनशाह, श्री संतोष पारिक सहित अन्य विशिष्ट जनप्रतिनिधि, और बड़ी संख्या में हितग्राही उपस्थित रहे।

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CG News: मुख्यमंत्री श्री साय से पर्वतारोही निशु सिंह ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर:मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से बिलासपुर जिले की पर्वतारोही सुश्री निशु सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। देश- विदेश की कई प्रमुख पर्वत चोटियां फतह कर चुकी सुश्री निशु ने 21 मई 2024 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के 26,200 फिट पर तिरंगा फहराया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने उन्हें  बधाई और शुभकामनाएं दी और कहा की आपकी इस शानदार उपलब्धि ने छत्तीसगढ़ को भी गौरवान्वित किया है। इससे  उभरते पर्वतारोहियों को भी एक प्रेरणा मिलेगी। सुश्री निशु ने बताया कि माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई के दौरान उन्हें कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ा।  बार बार खराब होते मौसम, बर्फबारी, कम होते ऑक्सीजन लेवल और ठंडी हवाओं ने उनकी कठिन परीक्षा ली, लेकिन उनके बुलंद हौसलों को डगमगा नहीं पाई। आखिरकार उन्होंने अपने  सपने को सच कर दिखाया और दृढ़ साहस और इच्छाशक्ति के बदौलत माउंट एवरेस्ट के 26,200 फिट पर तिरंगा फहरा  दिया। पर्वतारोही सुश्री निशु सिंह को पर्वत चोटियां फतह करने का एक जुनून सा है। उन्होंने माउंट एवरेस्ट सहित तंजानिया के 19,500 फिट ऊंची माउंट किलिमंजारो शिखर,  हिमाचल प्रदेश की 18,480 फिट ऊंची स्पीति वैली और मनाली की 20,000 फिट ऊंची माउंट यूनाम चोटी  , लद्दाख के 20,800 फिट  ऊंची कांग यास्ते 1 और 20500 फीट ऊंची चोटी कांग यास्ते 2  सहित अब तक देश- विदेश के 22 पर्वत चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुकी है। मुख्यमंत्री ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और आगामी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं भी दी।

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