Thelokjan

site logo

rahul gandhi in US

मोहन भागवत का राहुल गांधी पर तंज-विदेश में देश की छवि खराब करने वाले शत्रु

नई दिल्ली | RSS चीफ मोहन भागवत ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का बिना नाम लिये निशाना साधा है. भागवत ने कहा कि ऐसी ताकतें देश की छवि को खराब करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि हमें ऐसा कोई मौका किसी को नहीं देना चाहिए. अपने स्वार्थ के लिए ये काम करने वाले लोग देश के शत्रु हैं. भागवत ने कहा, इस तरह का काम एक व्यक्ति के अहंकार का परिणाम हैं. ऐसी बेहूदा टिप्पणियों को जनता करीब से देख रही है.” अमेरिका में राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में पूरा विपक्ष मौजूदा समय में संघर्ष कर रहा है. उन्होंने कहा था कि, “भारत में अगर कोई विपक्षी सरकार के खिलाफ बोलने की कोशिश करता है तो उसकी आवाज को दबा दिया जाता है. इस दौरान राहुल गांधी ने मुसलमानों को लेकर भी टिप्पणी की थी. भागवत ने एकता का किया आह्ववान यह रेखांकित करते हुए कि देश की प्रगति के लिए हिंदू-मुस्लिम एकता आवश्यक है, आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार (1 जून) को कहा कि “कुछ समुदाय बाहर से आए थे” और “हम उनसे लड़े जो उन्हें लाए”, वे “अपने” हैं और यह “हमारी सामूहिक जिम्मेदारी” है कि अगर कोई “कमी” है तो उनकी सोच को बदलें. नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग के एक समारोह में बोलते हुए, मोहन भागवत ने कहा, “कुछ संप्रदाय बाहर से आए. उनके लाने वाले जो बाहर से थे, उनके साथ हमारी लड़ाई हुई. लेकिन वो बाहर वाले तो चले गए, सब अंदर वाले हैं.” उन बाहर वालों का संबंध भूलकर इस देश में रहना, और अभी भी वहां के प्रभाव में यहां जो लोग हैं, वो बाहर वाले नहीं वो अपने ही हैं, ये समझ के उनके साथ व्यवहार करना. अगर उनके सोचने में कोई कमी है तो उनका योग्य प्रबोधन करना, हम सबकी जिम्मेवारी है. मोहन भागवत, RSS प्रमुख ‘अलग पहचान कौन चाहता है’ मोहन भागवत ने आगे कहा, “हमारे अहंकार और अतीत के बोझ के कारण, हम एकजुट होने से डरते हैं. हमें लगता है कि अगर हम सबकी मातृभूमि की पूजा में शामिल हो गए तो हम अपनी पहचान खो देंगे. अलग पहचान कौन चाहता है? कोई अलग पहचान नहीं है.” भारत के अंदर हमारी अलग पहचान सुरक्षित है. बाहर, अगर आप किसी राष्ट्र की मूल पहचान से अलग हैं, तो आपके लिए खुशहाल जीवन जीना मुश्किल है. मोहन भागवत, RSS प्रमुख संघ प्रमुख ने संवाद पर जोर दिया और कहा, “हमें अपने पारस्परिक संबंधों में संयम बरतना होगा. हमें विवाद के बजाय संवाद को अपनाना होगा. हमारी विविधता विभाजन नहीं बल्कि हमारी एकता है.” भागवत ने कहा कि एक समय स्पेन से मंगोलिया तक इस्लाम के प्रसार के दौरान पूरी दुनिया को हमलों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा,”धीरे-धीरे और लगातार, लोग जाग गए और हमलावरों को हरा दिया. इसने इस्लाम को अपने ही क्षेत्र में सीमित कर दिया. उपद्रवी चले गए, यहां इस्लाम सबसे सुरक्षित है. यह शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व सदियों से है.” RSS चीफ मोहन भागवत ने कहा, “हमारी प्रार्थना के तरीके अलग हो सकते हैं, लेकिन हम इस देश के हैं. हमारे पूर्वज इसी देश के थे. हम इस वास्तविकता को स्वीकार क्यों नहीं कर पा रहे हैं?”

मोहन भागवत का राहुल गांधी पर तंज-विदेश में देश की छवि खराब करने वाले शत्रु Read More »

US में स्पीच के दौरान राहुल गाँधी ने साधा मोदी जी पर निशाना, कहा ” वे भगवान् को भी ज्ञान दे सकते हैं “

नई दिल्ली | अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस को निशाना बनाया। अमेरिका के सैन फ़्रांसिस्को में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में लोगों को एक ग्रुप ऐसा है, जिसे लगता है कि वे हर चीज़ जानते हैं। राहुल गांधी 10 दिनों की अमेरिका यात्रा पर हैं। सैन फ़्रांसिक्को के बाद वे वॉशिंगटन डीसी और फिर न्यूयॉर्क जाएँगे। संबोधन के दौरान सिख्स फ़ॉर जस्टिस (एसजेएफ़) से जुड़े कुछ लोगों ने खालिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी की और खालिस्तान का झंडा भी दिखाया. इंदिरा गांधी को लेकर भी नारेबाज़ी की गई। एसजेएफ़ का कहना है कि वो राहुल गांधी की हर सभा में जाएँगे और जब पीएम मोदी अमेरिका आएँगे, तो भी ऐसा ही करेंगे। कुछ समय के लिए राहुल गांधी को अपना भाषण रोकना पड़ा। हालाँकि इसके बाद उन्होंने अपनी पुरानी बात दोहराई नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान। राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा – “ऐसे लोग भगवान के साथ बैठ कर उन्हें भी समझता सकते हैं. ऐसे लोगों में एक पीएम नरेंद्र मोदी भी हैं. मुझे लगता है कि अगर आप मोदीजी को भगवान के बगल में बिठा दें, तो मोदी जी भगवान को ये समझाने लगेंगे कि ये ब्रह्मांड कैसे काम करता है. और भगवान भी भ्रमित हो जाएँगे कि मैंने क्या बनाया है. ये मज़ेदार बातें हैं लेकिन यही हो रहा है.” राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लोगों का एक ग्रुप ऐसा है, जिन्हें लगता है कि वे सब चीज़ें जानते हैं। https://twitter.com/SupriyaShrinate/status/1663795877046263808?s=20 उन्होंने कहा – “ये लोग वैज्ञानिकों को विज्ञान समझा सकते हैं, इतिहासकारों को इतिहास समझा सकते हैं और सेना को हथियारों के बारे में समझा सकते हैं. लेकिन दरअसल वे कुछ भी नहीं समझते. क्योंकि जीवन में आप कुछ भी नहीं समझ सकते, अगर आप सुनने को तैयार नहीं हो.” भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत ने किसी विचार को ख़ारिज नहीं किया है। https://twitter.com/AskAnshul/status/1663787682026393600?s=20 कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि BJP में सवालों की जगह नहीं – “ये यही भारत है, जिसका आप प्रतिनिधित्व करते हो. अगर आप इन मूल्यों से सहमत नहीं रहते, तो आप यहाँ नहीं होते. अगर आप ग़ुस्सा, नफ़रत और घमंड में भरोसा करते, तो आप बीजेपी की एक मीटिंग में बैठे होते और मैं ‘मन की बात’ कर रहा होता.” राहुल गांधी ने ये भी कहा कि बीजेपी में सवालों की जगह नहीं, वहाँ सिर्फ़ जवाब होते हैं। कुछ महीने पहले राहुल गांधी की ब्रिटेन यात्रा को लेकर भारत में काफ़ी बवाल हुआ था। बीजेपी ने उन पर ये आरोप लगाया था कि वे विदेशी ज़मीन पर भारतीय लोकतंत्र का अपमान किया था। हालाँकि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने इसका खंडन किया था। उस समय राहुल गांधी कांग्रेस के सांसद थे। अब वे सांसद नहीं हैं। क्योंकि आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें दो साल की सज़ा सुनाई गई है। जिसके बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता ख़त्म कर दी गई थी। राहुल गांधी ने इस फ़ैसले को अदालत में चुनौती दी और ये मामला अदालत के विचाराधीन है। राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे। उनकी सदस्यता जाने के बावजूद भी अभी ये सीट ख़ाली है। राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का भी ज़िक्र किया और आरोप लगाया कि इसे रोकने की काफ़ी कोशिश की गई। राहुल गांधी ने कहा – “सरकार ने भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए अपनी पूरी ताक़त लगा दी. बीजेपी लोगों को डरा रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. लेकिन कुछ भी काम नहीं आया और यात्रा का प्रभाव और बढ़ गया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारत जोड़ो का विचार सबके दिल में हैं.” BJP और RSS पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा इसलिए शुरू हुई क्योंकि लोगों को जोड़ने के लिए जिन चीज़ों की आवश्यकता होती है, उन सबका नियंत्रण बीजेपी और आरएसएस कर रही हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और इसका समापन 30 जनवरी को श्रीनगर में हुआ था। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने तीन हज़ार किलोमीटर से ज़्यादा की दूरी तय की। सैन फ़्रांसिस्को में राहुल गांधी ने जातीय जनगणना को लेकर अपनी पार्टी की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि ये समाज के एक्सरे की तरह होगा और इससे जाति के आधार पर भेदभाव का स्तर सामने आएगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस संविधान पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि वे देश को जाति और धर्म के आधार पर बाँटने की कोशिश कर रहे हैं। https://twitter.com/INCIndia/status/1663774622679203841?s=20 उन्होंने कहा – ग़रीब और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग आज असहाय महसूस कर रहे हैं। भारतीय एक-दूसरे से नफ़रत करने में भरोसा नहीं करते. लेकिन लोगों का एक छोटा ग्रुप, जो सिस्टम को नियंत्रित करता है और मीडिया नफ़रत की आग को भड़का रहा है। राहुल गांधी ने ये भी कहा कि मोदी और उनकी सरकार बेरोज़गारी, बढ़ती क़ीमत, नाराज़गी और नफ़रत का प्रसार और गिरती शिक्षा व्यवस्था को रोक नहीं पा रही है। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा- क्या आप इससे ख़ुश नहीं है कि मैं झुक नहीं रहा हूँ।

US में स्पीच के दौरान राहुल गाँधी ने साधा मोदी जी पर निशाना, कहा ” वे भगवान् को भी ज्ञान दे सकते हैं “ Read More »