लखनऊ | स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बुंदेलखंड में संचालित बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की सफलता और काशी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के प्रति महिला किसानों के सकारात्मक रुझान को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में दूध के उत्पादन को बढ़ाने के लिए महिला सामर्थ्य योजना की शुरुआत की है। इसके लिये 200 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। इससे जहां एक ओर प्रदेश की महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी, वहीं दूसरी ओर प्रदेश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। इस योजना के तहत रायबरेली, गोरखपुर, बरेली, प्रयागराज और लखनऊ में पांच मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना का लक्ष्य है। इन सात कंपनियों बलिनी और काशी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी समेत अगले पांच वर्षों में रोजाना करीब 15 लाख लीटर दूध के संकलन का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य में तकनीकी सहायता के लिए राज्य के ग्रामीण आजीविका मिशन ने राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड की अनुसंगी संस्था एनडीडीबी डेरी सर्विसेस के साथ अनुबंधन किया है। रायबरेली, गोरखपुर, बरेली, प्रयागराज और लखनऊ में होगी स्थापना रायबरेली और गोरखुपर में फरवरी से शुरू हो जाएगा दूध संकलन राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के निदेशक भानुचन्द्र गोस्वामी ने बताया कि प्रदेश के रायबरेली और गोरखपुर में मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना हो चुकी है। वहीं बरेली में रजिस्ट्रेशन के लिए प्रारम्भिक कार्यवाही शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि रायबरेली में स्थापित सामर्थ्या मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी और गोरखपुर में स्थापित श्री बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के फरवरी में संचालन के लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है। इन दोनों कंपनियों के शुरू होने से रायबरेली के आस पास के 7 जिलों (राय बरेली, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, फ़तेहपुर, कानपुर नगर और प्रतापगढ़) और गोरखपुर के आस-पास के 4 जिलों (गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया और कुशीनगर) के 1 लाख से अधिक महिला किसानों को संगठित दूध व्यवसाय से जोड़ा जाएगा । प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने में अहम भूमिका निभाएगी महिला सामर्थ्य योजना निदेशक ने बताया कि बरेली में स्थापित होने वाली मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के आस पास के 6 जिलों (बरेली, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी और सीतापुर) के 40 हज़ार से अधिक महिला किसान लाभान्वित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रयागराज और लखनऊ के आस-पास के जिलों को इस योजना से जोड़ने के लिए एनडीडीबी डेरी सर्विसेस से डीपीआर के लिए अनुरोध किया गया है और दिसंबर तक इसके लिए स्वीकृति प्राप्त हो जाएगी। इन 5 नयी कंपनियों के साथ-साथ पूर्व में निगमित 2 कंपनियां मिल कर अगले पांच वर्षों में रोजाना करीब 15 लाख लीटर दूध का संकलन करेंगी। इससे जहां प्रदेश की ग्रामीण महिलाएं सशक्त, स्वावलंबी और आत्मनिर्भर होंगी, वहीं इससे प्रदेश की आय में वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महिला सामर्थ्य योजना प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
October 4, 2022
कानून व्यवस्था का योगी मॉडल, महिला संबंधी अपराधों और गंभीर मामलों में शासन से लेकर जिले स्तर तक हो रही मानिटरिंग
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अंतर विभागीय समन्वय से अदालतों में तारीख दर तारीख की प्रथा अब बदल रही है। खासकर, महिला संबंधी गंभीर अपराधों और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन अगेंस्ट सेक्सुअल ऑफेंस (पास्को) एक्ट से जुड़े मुकदमों में एक माह से कम समय में न्याय मिल रहा है। पिछले छह माह में पास्को के 21 मामलों में एक माह से कम समय में सजा हुई है और महिला संबंधी अपराधों में हर रोज 29 अपराधियों को सजा मिली है। सीएम योगी के निर्देश पर पहली बार प्रदेश में महिला संबंधी अपराधों और गंभीर मामलों में शासन से लेकर जिले स्तर तक मानिटरिंग की जा रही है। इसके लिए डीजीपी मुख्यालय, अभियोजन निदेशालय और शासन स्तर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हर हफ्ते समीक्षा की जा रही है। पुलिस ने कम समय में न्याय दिलाने के लिए विवेचना और वैज्ञानिक साक्ष्यों की दृष्टि से मजबूत मामलों को चिह्नित कर, उनमें गवाहों और प्रदर्शों को समय पर अदालतों में प्रस्तुत कराया। साथ ही जिलों में जिला जज की अध्यक्षता में मॉनिटरिंग सेल की बैठक के अलावा जिलों की हर महीने होने वाली अपराध और अभियोजन गोष्ठी के माध्यम से समयबद्ध कर कराया गया। डीजीपी मुख्यालय, अभियोजन निदेशालय और शासन स्तर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हर हफ्ते हो रही समीक्षा। पिछले छह माह में पास्को के 21 मामलों में एक माह से कम समय में हुई सजा, महिला संबंधी अपराधों में हर रोज मिली 29 अपराधियों को सजा। एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय ने बताया कि पूरी प्रक्रिया में गवाहों को सम्मन तामील कराना चुनौती थी। अंतर विभागीय समन्वय से गवाहों को सम्मन तामील कराने के लिए एक कार्य योजना बनाकर संबंधित विवेचकों, थानाध्यक्षों और अभियोजकों की जिम्मेदारी तय की गई। सम्मन तामील कराने में थाना स्तर के कांस्टेबल और मुख्य आरक्षी की भूमिका सराहनीय रही। जिस कारण प्रदेश में रिकार्ड 97.8 प्रतिशत सम्मन तामील हुए। महिला संबंधी अपराधों में 42 सौ अपराधियों को मिली सजा अंतर विभागीय समन्वय से पिछले छह माह में महिला संबंधी अपराधों में 4175 अपराधियों को सजा मिली है। पास्को न्यायालयों से 1438 अपराधियों को सजा हुई है। इसमें 206 को आजीवन कारावास, 513 को 10 वर्ष से अधिक और 719 को मिली 10 वर्ष से कम की सजा हुई है। इसके अलावा महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराधों में 2737 अपराधियों को सजा हुई है। इसमें 250 अपराधियों को आजीवन कारावास, 528 को 10 वर्ष से अधिक कारावास और 1959 को 10 वर्ष से कम की सजा मिली है। महिला संबंधी अपराधों में सजा दिलाने में यूपी नंबर वन एनसीआरबी की ओर से हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक महिला संबंधी अपराधों में सजा दिलाने में पूरे देश में उत्तर प्रदेश वर्ष 2021 में 59.1 प्रतिशत के साथ पहले पायदान पर है। मिशन शक्ति अभियान के तीन चरणों में कुल 6211 अपराधियों को सजा दिलाई गई है। इसमें 36 अपराधियों को फांसी, 1296 को आजीवन कारावास, 1203 को 10 वर्ष या 10 वर्ष से अधिक सजा और 3676 को 10 वर्ष से कम की सजा दिलाई गई है।
गोरखपुर में और तेज होगी औद्योगिक विकास की रफ्तार
गोरखपुर । गोरखपुर आने वाले समय में इंडस्ट्रियल हब बनने के रूप में प्रतिष्ठित होने की दिशा में बढ़ चला है। योगी सरकार की मंशा के अनुरूप गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की कार्ययोजना और उसके मुताबिक जारी गतिविधियां इसकी तस्दीक करती हैं। गीडा के वर्तमान औद्योगिक क्षेत्र में तेजी से बिछ रहे उद्योगों के संजाल ले साथ ही औद्योगिक विकास की गतिविधियों बढ़ाने के लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के समीप इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप भी आकार लेने लगी है। इनमें सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप का। गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पवन अग्रवाल बताते हैं कि इस टाउनशिप को धुरियापार क्षेत्र के 18 ग्रामों में अधिसूचित 8385 एकड़ भूमि के दायरे में बसाया जाएगा। इसके लिए मेसर्स आरईपीएल द्वारा तैयार किया जा रहा मास्टर प्लान अंतिम चरण में है। फाइनल मास्टर प्लान के पूर्व प्री ड्राफ्ट का प्रेजेंटेशन मुख्यमंत्री के समक्ष हो चुका है। फाइनल मास्टर प्लान में कुल क्षेत्रफल में 37.07 प्रतिशत क्षेत्र औद्योगिक, 20.05 प्रतिशत आवासीय, 13.39 प्रतिशत पीएसपी, 5.81 प्रतिशत व्यावसायिक, 14.50 प्रतिशत हरित-खुला क्षेत्र तथा 9.18 प्रतिशत सड़क व अन्य सुविधाओं के लिए प्रस्तावित किया जा रहा है। इस ड्राफ्ट को संबंधित विभागों के पास भेजकर सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे और सुझावों को समाहित कर मास्टर प्लान को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत दिनों समीक्षा बैठक में भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए थे। मूर्त रूप में आने के बाद यह इंडस्ट्रियल टाउनशिप धुरियापार समेत समूचे गोरखपुर दक्षिणांचल के लिए गेम चेंजर साबित होगी। धुरियापार की पहचान अति पिछड़े क्षेत्र के रूप में रही लेकिन आने वाले दिनों में इसकी ख्याति गोरखपुर के नए औद्योगिक क्षेत्र के गेटवे के रूप में होगी। बीते पांच सालों में देश-दुनिया के कई निवेशकों का रुझान गोरखपुर की तरफ देखते हुए योगी सरकार धुरियापार क्षेत्र को ग्रेटर गीडा बनाने की तैयारी कर रही है। औद्योगिक विकास के साथ ही यहां रोजगार की बहार भी बहेगी। उधर गीडा के वर्तमान औद्योगिक क्षेत्र और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के समीप बड़े निवेश धरातल पर उतरने लगे हैं। निवेशकों के उत्साह को सरकार की उद्योग मित्रवत नीतियों और गीडा प्रशासन की तत्परता का पूरा साथ मिल रहा है। गीडा औद्योगिक सेक्टर 27 में विश्व प्रसिद्ध पेय पदार्थ की कम्पनी पेप्सिको का बॉटलिंग प्लांट लगाने के लिए पेप्सिको की फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण बेवरेजेस को 43.81 एकड़ भूमि आवंटन की प्रक्रिया को एक सप्ताह से भी कम समय में पूरा कर दिया गया। गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि एक सप्ताह में कम्पनी को भौतिक कब्जा भी प्रदान कर दिया जाएगा। पेप्सिको के इस बॉटलिंग प्लांट पर 1071 करोड़ रुपये का निवेश होगा और इससे करीब 1509 लोगों को रोजगार मिलेगा। औद्योगिक गतिविधियों को पंख लगाने के लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के समीप औद्योगिक गलियारे के ग्राम भगवानपुर में 88 एकड़ क्षेत्रफल में 70 करोड़ रुपये की लागत से प्लास्टिक पार्क की स्थापना होने जा रही है। प्लास्टिक पार्क की स्थापना के लिए भारत सरकार के पेट्रो एवं रसायन मंत्रालय से अनुमोदन प्राप्त हो चुका है। गीडा की तरफ से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है और अगले तीन माह में यहां भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। गीडा के सेक्टर 13 में एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल रेडीमेड गारमेंट के उद्यमियों के लिए 2.68 एकड़ भूमि पर 33.92 करोड़ रुपये की लागत से फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स के निर्माण को भी केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। इस फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स में रेडीमेड गारमेंट की 80 यूनिट लग सकेंगी और 40 मार्केटिंग आउटलेट भी बन सकेंगे। गीडा में ही रेडीमेड गारमेंट पार्क की भी स्थापना की जा रही है। रेडीमेड गारमेंट पार्क में अब तक 40 उद्यमियों को जमीन भी आवंटित कर दी गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि गीडा के स्थापना दिवस 30 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फ्लैटेड फैक्ट्री और रेडीमेड गारमेंट पार्क का शिलान्यास करेंगे।
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श्रद्धालुओं ने लगाया गोरक्षपीठाधीश्वर को तिलक, लिया आशीर्वाद
गोरखपुर | विजयादशमी के पावन पर्व पर मंगलवार दोपहर में गोरखनाथ मंदिर के तिलक हाल में पारंपरिक तिलकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर साधु-संतों, श्रद्धालुओं ने गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ को तिलक लगाकर प्रणाम किया। गोरक्षपीठाधीश्वर ने भी तिलक लगाकर उन्हें आशीर्वाद दिया। तिलकोत्सव कार्यक्रम में सबसे पहले पीठ से जुड़े योगी, संत, पुजारी, पुरोहित आदि ने मंगल पाठ के बीच योगी आदित्यनाथ को तिलक लगाया। नाथ पंथ की विशिष्ट परंपरा के अनुसार उन्हें दंडवत प्रणाम किया। उसके बाद तिलक लगाने की बारी गृहस्थ श्रद्धालुओं की थी। सीएम योगी को तिलक लगाकर आशीर्वाद लेने वालों में मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, योगी शांतिनाथ, योगी धर्मेन्द्रनाथ, योगी रामनाथ, सन्तोष दास उर्फ सतुआ बाबा, महंत रविन्द्र दास, प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद रवि किशन, विधायक विपिन सिंह, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, रमेश सिंह, अवधेश सिंह, बंधु उपेन्द्र सिंह, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल अतुल बाजपेयी, आयुष विश्विद्यालय के कुलपति प्रो एके सिंह, प्रो रविशंकर सिंह, राज्य महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती अंजू चौधरी, विक्रम चौधरी, पिपराइच के पूर्व ब्लॉक प्रमुख आनंद शाही, पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में संतजन व श्रद्धालु शामिल रहे।
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मुख्यमंत्री ने किया नौ दुर्गा स्वरूपा नौ कुंवारी कन्याओं का विधि विधान से पूजन
गोरखपुर । मातृशक्ति के प्रति अगाध श्रद्धा व सम्मान गोरक्षपीठ की परंपरा है। इस श्रद्धाभाव की महत्ता को महिला सशक्तिकरण के विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये व्यावहारिकता के धरातल पर प्रतिष्ठित करना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्येय है। जगतजननी मां आदिशक्ति की आराधना के विशिष्ट अवसर शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीठ की परंपरा का निर्वहन कर अपने ध्येय को और मजबूती दी। पांव पखारे, चुनरी ओढाई, आरती उतारी, श्रद्धापूर्वक भोजन करने के बाद दक्षिणा और उपहार दिया। मंगलवार सुबह नवरात्र की नवमी पर सीएम योगी ने विधि विधान से कन्या पूजन कर मातृशक्ति की आराधना की। मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की प्रतीक नौ कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे, चुनरी ओढाई, आरती उतारी, श्रद्धापूर्वक भोजन कराया, दक्षिणा और उपहार देकर उनका आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने परम्परा का निर्वहन करते हुए बटुक पूजन भी किया। कन्या पूजन अनुष्ठान में मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री ने मठ के प्रथम तल पर स्थित भोजन कक्ष में श्रद्धाभाव से परम्परागत रूप से पीतल के परात में, चांदी के लोटे में भरे जल से नौ कुंवारी कन्याओं के बारी-बारी पांव धोये। उनके मस्तक पर रोली, चंदन, दही, अक्षत, दूर्वा का तिलक लगाया। चुनरी ओढ़ाकर, उपहार एवं दक्षिणा प्रदान कर आशीर्वाद लिया। आरती उतारी। पूजन के बाद इन कन्याओं समेत सौ से अधिक कन्याओं व छोटे बालकों को मंदिर की रसोई में पकाया गया ताजा भोजन प्रसाद योगी ने अपने हाथों से परोसा। नौ कन्याओं के अतिरिक्त सैकड़ों की संख्या में पहुंची बालिकाओं और बटुकों को भी श्रद्धापूर्वक भोजन कराकर उपहार व दक्षिणा दिया गया। कन्या पूजन कार्यक्रम में योगी बाबा का सानिध्य पाने के लिए नन्हीं बालिकाओं व बटुकों का उत्साह, उमंग देखते ही बन रहा था। सत्कार और स्नेह के भाव से मुख्यमंत्री ने एक-एक कर नौ कन्याओं व बटुक भैरव के पांव पखारे और पूजन किया। इस दौरान सीएम के हाथों दक्षिणा मिलने से सभी काफी प्रफुल्लित थे। पूजन के बाद भोजन परोसते समय सीएम योगी बच्चों से निरंतर संवाद और ठिठोली भी करते रहे। यह भी ख्याल रखते रहे कि किसी भी बालक-बालिका की थाली में भोजन प्रसाद की कोई कमी न रहे। इसे लेकर वह मंदिर की व्यवस्था से जुड़े लोगों को निर्देशित करते रहे।
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उत्तराखंड : हल्द्वानी की इस रामलीला में लडकियां निभाती हैं, राम और लक्ष्मण समेत सभी किरदार
उत्तराखंड | उत्तराखंड के हल्द्वानी में चल रही रामलीला में इस बार रामायण के सभी किरदारों को लड़कियां निभा रहीं हैं। पौराणिक कथा रामयण में राम, लक्ष्मण जैसे सभी मुख्य पुरुष पात्रों का किरदार लड़कियां निभा रहीं हैं। यही नहीं रामलीला में भाग लेने वाली लड़कियां महज कुछ दिनों की तैयारी के बाद पहली बार मंच पर अभिनय कर रहीं हैं। पंचेश्वर महादेव मंदिर रामलीला कमेटी के प्रबंधक गोपाल भट्ट ने कहा – “हमेशा रामलीला के सारे पात्रों की भूमिका में पुरुष ही होते हैं लेकिन इस बार हमने तय कि हम हमारे इलाके की लड़कियों को मौका देंगे। यह महिला सशक्तिकरण की ओर एक कदम है।” रामलीला के लिए अभिनय कर रहीं कृतिका उप्रेती, पूर्णिमा तिवारी, जागृति बिष्ट, अंशिका, वैस्नेवी पाण्डेय ने बातचीत में कहा कि, वे पहली बार मंच पर अभिनय कर रहीं हैं। उन्होंने बताया कि 10-15 दिन में इसकी तैयारी की गई है। शुरुआत में उन्हें मंच पर किरदार निभाते वक्त थोड़ी हिचकिचाहट होती थी लेकिन धीरे-धीरे अब रामलीला करने में उन सभी को मजा आ रहा है। रामलीला में काम करने वालों की मेकअप आर्टिस्ट प्रेमा बिष्ट ने कहा कि, 38 साल के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि रामलीला के पात्रों का किरदार बेटियां अदा कर रही हैं।