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प्रकृति और प्रगति के बेहतर समन्वय के साथ लाएंगे नई हरितक्रांति: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विधान भवन पर झंडा रोहण किया और उसके बाद प्रदेश की जनता को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा विगत पांच वर्ष में हम लोगों ने विकास और सुशासन की नींव तैयार की है। आगामी पांच वर्ष में प्रदेश के प्रगति और समृद्धि की भव्य इमारत आकार लेगी। ये भव्य इमारत नये भारत का नया उत्तर प्रदेश होगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक नई कार्ययोजना के साथ सरकार ने कार्य करना शुरू कर दिया है। हम लोग प्रकृति और प्रगति के बेहतर समन्वय के साथ अन्नदाता किसानों की आय को कई गुना बढ़ाकर एक नई हरितक्रांति लेकर आएंगे।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हम सबके लिए महत्वपूर्ण है। पूरा देश आजादी के 75 वर्ष की यात्रा का साक्षी बन रहा है। इन वर्षों के आत्मावलोकन का सौभाग्य हम सबको प्राप्त हो रहा है। यह अमृतकाल दृढ़ संकल्पों के साथ एक नई कार्ययोजना को लेकर आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रम को आमजन से जोड़कर एक राष्ट्रीय उत्सव बना दिया है। इस ये राष्ट्रीय उत्सव के अंतर्गत विगत पांच दिनों में विभिन्न कार्यक्रमों से जुड़ने का अवसर हम सबको प्राप्त हुआ है। इसके तहत 11 से 17 अगस्त के बीच स्वतंत्रता सप्ताह मनाया जा रहा है। हर घर तिरंगा कार्यक्रम आयोजित हुआ है।बंटवारे की त्रासदी को स्मरण करते हुए विभाजन विभीषिका के तहत पूरे देश के अंदर मौन मार्च निकाला गया, जिससे आने वाले समय में उस प्रकार की त्रासदी का सामना मानवता को न करना पड़े।

हर घर तिरंगा से जुड़े लोग
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम ने देश के 135 करोड़ लोगों को एक स्वर के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार किया। भारत की आन, बान और शान का प्रतीक तिरंगा हर घर, सरकारी, गैर सरकारी कार्यलयों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर फहराता हुआ दिखाई दिया। ये कार्यक्रम हम सबको अपने अतीत की गौरवशाली विरासत के साथ जोड़ता है। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने देश पर और उसके संसदीय लोकतंत्र पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। आजादी का अमृत महोत्सव के इस अवसर पर लोग उत्साह और उमंग के साथ जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।

यूपी देश के अंदर दिए अनेक मॉडल
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस कार्यक्रम पर हमें गौरव की अनुभूति क्यों न हो। याद करिए विगत ढाई वर्ष का वह कालखंड जब हम लोगों ने इस सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना किया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरे देश ने जिस जज्बे के साथ कोरोना महामारी का सामना किया। सबकी आशंका उत्तर प्रदेश पर थी कि क्या होगा यूपी का। लेकिन मुझे उत्तर प्रदेश की जनता पर विश्वास था कि यूपी की जनता आत्मानुशासन का परिचय देते हुए डबल इंजन की सरकार के कार्यक्रमों को अपना पूरा सहयोग देगी। यह आज हम सबके सामने एक प्रमाण भी है। कोरोना कालखण्ड में ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण के अभियान को जिस मजबूती के साथ आगे बढ़ाया गया वह हम सबके सामने है। जब हम सामूहिक रूप से टीम भाव के साथ काम करते हैं तो उसके परिणाम भी उसी रूप में हम सबको मिलते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कोरोना कालखंड में देश के अंदर अनेक मॉडल दिए। दुनिया देखती रही कि उत्तर प्रदेश ये सब कुछ कर सकता है। आज उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टेस्ट, टीकाकरण, निःशुल्क भोजन और खाद्यान्न उपलब्ध कराने वाला राज्य है। आज उत्तर प्रदेश के हर जनपद में कोविड 19 के टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है।

2 करोड़ 61 लाख परिवारों शौचालय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने पांच वर्ष में 2 करोड़ 61 लाख परिवारों शौचालय उपलब्ध कराया। 43 लाख गरीब परिवारों को सिर ढकने के लिए एक-एक आवास दिया। एक करोड़ 50 लाख परिवारों को जिन्हें आजादी के बाद बिजली नहीं मिली थी उन्हें विद्युत कनेक्शन दिया गया। कोरोना कालखंड में 15 करोड़ गरीबों को निःशुल्क खाद्यान उपलब्ध करवाया गया। 10 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा के कवर से जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि भारत में 70 वर्षों तक ईंधन के लिए भटकने वाले लोगों के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 1 करोड़ 70 लाख परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिया गया।

अर्थव्यवस्था के आकार बढ़ाया
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकासपरक माहौल बनाकर सेकटवार नीतियों तथा भरोसेमंद अवस्थापना सुविधाओं की उपलब्धता के कारण उत्तर प्रदेश आज पूरे देश में निवेश के ड्रीम डेस्टिनेशन के रूप में उत्तर प्रदेश उभरा है। राज्य सरकार के नियोजित प्रयासों के परिणामस्वरूप ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में प्रदेश आज देश अग्रणी राज्यों में है। 2015-16 में प्रदेश इस मामले 14वें स्थान पर था। आज यूपी दूसरे स्थान पर है। पांच वर्ष के अंदर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के आकार बढ़ाया है और प्रति व्यक्ति आय को भी दोगुना करने में हमें सफलता प्राप्त हुई है।

उत्तर प्रदेश में छुपी हैं अनन्त सम्भावनाएं
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर छिपी हुई अनन्त सम्भावनाओं के लिए प्रदेश को निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि लगभग चार लाख करोड़ रुपये का निवेश प्रदेश में लाने में हम सफल रहे हैं। साथ ही प्रदेश के परंपरागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद और विश्वकर्मा श्रम सम्मान के माध्यम से प्रदेश के कारीगर एवं हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित किया, जिसने उत्तर प्रदेश के निर्यात को 88 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1 लाख 56 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।

प्रकृति और प्रगति में बेहतर समन्वय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अनन्त सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने का अवसर हम सबके पास आया है। प्रकृति और प्रगति में बेहतर समन्वय करते हुए विगत पांच वर्ष के अंदर दशकों से लंबित सिचाईं की परियोजनाओं को हमने पूरा किया। 21 लाख हेक्टेयर से अधिक की भूमि को सिचाईं की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध कराने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि कम लागत में किसान का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केमिकल, फर्टिलाइजर, पेप्टिसाइड का उपयोग को कम करते हुए कैसे किसान प्राकृतिक खेती के साथ जुड़ सकते हैं इस दिशा में हम कार्य कर रहे हैं। प्राकृतिक खेती के लिए उत्तर प्रदेश ने मां गंगा के तटवर्ती 27 और बुंदेलखंड के 7 जनपदों को तकनीक के साथ जोड़ते हुए केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रथम चरण में लागू किया है।

हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में रोजगार और नौकरी के मामले में भी हमें सफलता प्राप्त हुई है। विगत पांच वर्ष के अंदर पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने 1 करोड़ लाख नौजवानों को विभिन्न प्रकार के रोजगार से जोड़ा है। साथ ही 60 लाख से अधिक लोगों को परंपरागत उद्योग हस्तशिल्प और कारीगरों को रोजगार के साथ जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने तय किया है 2023 की जनवरी-फरवरी माह में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश में करेंगे। जिसमें 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश लाकर उत्तर प्रदेश के अंदर रोजगार और स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम के साथ हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार, नौकरी से जोड़ेंगे।

ईज ऑफ लिविंग केंद्र बिंदु
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को एक मंत्र दिया सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का। इस मंत्र को अंगीकार करते हुए हम लोगों ने उत्तर प्रदेश के अंदर सर्वसमावेशी, सर्वस्पर्शी और समग्र विकास के लिए जिस कार्ययोजना को मजबूती के साथ आगे बढ़ाया है उसके परिणाम सामने हैं। सेवा, सुरक्षा और सुशासन ये हमारी प्राथमिकता है। ईज ऑफ लिविंग डबल इंजन की सरकार की विभिन्न योजनाओं का केंद्र बिंदु है।

वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के रूप में स्थापित कर भारत को दुनिया की एक महाशक्ति के रूप में स्थापित करना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश ने भी आगामी पांच वर्ष की अपनी कार्ययोजना बनाई है, जिसके अंतर्गत प्रदेश की अर्थव्यवस्था को चार गुना यानी वन ट्रिलियन डॉलर बनाने के लक्ष्य के साथ हम लोगों कार्य करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम लोगों ने सभी विभागों को 10 सेक्टर में समायोजित करते हुए कृषि उत्पादन, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, सामाजिक सुरक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगरी विकास, ग्राम्य विकास, पर्यटन एवं संस्कृति, शिक्षा, राजस्व संग्रह तथा सुरक्षा जैसे विविध सेक्टरों में बांटा है।

अन्नदाता किसानों के हित में चलाए अनेक कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। इस देश और प्रदेश ने खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त की। लेकिन इतने भर से हम चैन से नहीं बैठने वाले। विगत पांच वर्ष के भीतर अन्नदाता किसानों के हितों के लिए डबल इंजन की सरकार ने अनेक कार्यक्रम चलाए हैं। साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से किसानों के खातों भिजवाने के कार्य किए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में किसानों के उत्पादन में चार गुना वृद्धि के लक्ष्य के साथ अपनी कार्ययोजना को हम आगे बढ़ रहे हैं। प्राकृतिक खेती और तकनीकी इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक साबित होगी। प्राकृतिक खेती के लिए भारतीय नस्ल के गोवंश महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके लिए राज्य सरकार पहले से कार्य कर रही है। 6 हजार 222 से अधिक निराश्रित गो आश्रय स्थल प्रदेश के अंदर कार्य कर रहे हैं। इनमें 10 लाख से अधिक निराश्रित गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन हो रहा है।

डाटा सेंटर के नए हब के रूप में यूपी
आज प्रदेश डाटा सेंटर के नए हब के रूप में स्थापित हो रहा है। डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से उत्तर प्रदेश देश की सुरक्षा व्यवस्था और रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उभरते उद्यमियों को सुविधा देने के लिए आगरा, कानपुर, और गोरखपुर में प्लेटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स की योजना को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 5 वर्षों में कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने के लिए बेहतर काम किया है। आज उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे के रूप में जाना जाता है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे राज्य को समर्पित हो चुका है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे का कार्य प्रगति पर है। इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को बढ़ावा देते हुए पड़ोसी राज्य झारखंड, बिहार, उत्तराखंड समेत सभी राज्यों के साथ अपनी कनेक्टिविटी के साथ जोड़ने का कार्य किया है। यह सभी कार्यक्रम युद्ध स्तर पर आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज जिला मुख्यालय को फोरलेन की कनेक्टिविटी से और तहसील, ब्लाक मुख्यालय को 2 लेन के साथ और हर गांव में बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए हम सब युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। मेट्रो जो आधुनिक तकनीक ट्रांसपोर्ट की सुविधा है। उत्तर प्रदेश देश के अंदर सर्वाधिक शहर मेट्रो से जुड़े हुए। 5 शहर वर्तमान में हमारे मेट्रो से जुड़े हुए हैं। आगरा में भी मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है। आज 9 एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के अंदर क्रियाशील हैं। जहां से 80 जगह की कनेक्टिविटी प्राप्त हो रही है। आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में 5 इंटरनेशनल हवाई अड्डे वाला देश का पहला राज्य होगा।

विद्युत उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने प्राप्त किया नया लक्ष्य
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विद्युत उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने एक नए लक्ष्य को प्राप्त किया है। विद्युत जनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्टिब्यूशन के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए 1 लाख 21 हजार गांवों को जिन्हें आजादी के बाद कभी बिजली नहीं मिल पाई थी उन्हें बिजली पहुंचाने का कार्य किया गया है। अब प्रदेश में विद्युत वितरण में भेदभाव नहीं होता है। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में जिला मुख्यालय पर 24 घण्टे। तहसील मुख्यालय को 20 से 22 घण्टे और ग्रमीण क्षेत्र में 16 से 18 घण्टे विद्युत आपूर्ति का कार्य किया जा रहा है।

34 लाख परिवारों को घरौनी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज प्रदेश के अंदर हर एक तबके के लिए राज्य सरकार ने कार्य किए हैं। बेटियों के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के माध्यम से प्रदेश की 13 लाख बेटियों को उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के माध्यम से 2 लाख बेटियों का दहेज रहित विवाह कराया गया है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति को हमने कई गुना बढ़ाया है। श्रमिकों एवं निराश्रित बच्चों के लिए आधुनिक एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अटल आवासीय विद्यालय बनाने की कार्यवाही 18 मंडलों में युद्ध स्तर पर चल रही है। हमारा प्रयास की 2023 में इन विद्यालयों का सत्र प्रारम्भ हो जाए। यही नहीं प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत 34 लाख परिवारों को घरौनी दे चुके हैं। हमारी माताएं और बहनें आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बने इसके लिए 10 लाख महिला स्वयं सेवी समूहों से एक करोड़ से अधिक माताओं बहनों को इस अभियान से जोड़ा गया है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला अग्रणी राज्य
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला अग्रणी राज्य है। बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यवसायिक, तकनीकी शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करके अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किए हैं जो हमारे युवाओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के साथ जोड़ते हैं। उनके स्किल डेवलपमेंट के लिए कार्य करते हैं और उन्हें आर्थिक स्वालम्बन की ओर बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अपने नौजवानों के लिए वर्ल्ड रैंकिंग में जिन संस्थाओं का योगदान हो सकता है हम उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के नौजवानों को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने के लिए 2 करोड़ टैबलेट और स्मार्ट फोन दिया गया है। नये विश्विद्यालयों की स्थापना और खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 9 लाख पटरी व्यवसायी को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से जोड़ा गया है।

नगरीय विकास अर्थव्यवस्था का आधार
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नगरीय विकास किसी भी अर्थव्यवस्था का आधार बनता है। प्रधानमंत्री के स्मार्ट सिटी विजन को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने कन्वर्जन के माध्यम से इस दिशा में आगे बढ़ा है। प्रदेश के 17 नगर निगम स्मार्ट सिटी मिशन के साथ जुड़े हैं। जिनमें 10 पर केंद्र सरकार के सहयोग से और 7 पर राज्य सरकार अपने स्तर पर कार्य कर रही है। नीति आयोग के साथ मिलकर 100 नगर निकायों को आकांक्षात्मक नगर निकाय के तौर पर विकसित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में 100 आकांक्षात्मक विकास खंडों का चयन किया है। उनके समग्र विकास की वृहद कार्य योजना के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं।

भगवान श्री राम के धाम का विकास
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ये नया उत्तर प्रदेश है जो अपनी विरासत पर गर्व करता है। दिव्य और भव्य कुम्भ दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बना था। आज काशी विश्वनाथ धाम हम सबके सामने है। इसी तर्ज पर राज्य सरकार ने अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के धाम को विकसित करने की वृहद कार्ययोजना को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। ब्रज भूमि और नैमिषारण्य के समग्र विकास के कार्यक्रम को हम आगे बढ़ा रहे हैं। शुक तीर्थ, विंध्य धाम या फिर आजादी की लड़ाई में ऐतिहासिक भूमिका निभाने वाले बुंदेलखंड के किलों को संरक्षित करने के साथ पर्यटन के डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जा रहा है।

75 जनपदों में निःशुल्क डायलसिस की सुविधा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हम तेजी के साथ आगे बढ़ चुके हैं। संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए हम लोगों ने काला जार पर नियंत्रण पा लिया है। मलेरिया और दिमाग बुखार पर नियंत्रण की दिशा में राज्य सरकार तेजी से आगे बढ़ चुकी है। आने वाले समय में प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निःशुल्क डायलसिस की सुविधा डबल इंजन की सरकार देने जा रही है।

अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति की सभी जगह सराहना हो रही है। यह तब सम्भव हो पाया जब हम लोगों ने भर्ती की प्रक्रिया को ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाया। 1 लाख 54 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती, उनकी आधुनिक ट्रेनिंग और प्रदेश में पहली बार पुलिस और फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट की स्थापना की गई। इसका परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश के अंदर नजीर बनी हुई है। पेशेवर गुंडों और माफिया की 3 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया गया है।

विभूतियों को किया सम्मानित
स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी ने झंडा रोहण के साथ किया। उसके बाद उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद पद्म सम्मान से अलंकृत विभूतियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, क्रांतिकारियों और देश की सीमाओं की सुरक्षा में बलिदान हुए शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। फिर मार्च पास्ट निकाला गया, उसके ब्रज, पूर्वांचल, अवध और बुंदेलखंड से कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।

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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा कल सुबह 9:30 बजे कांग्रेस मुख्यालय से शुरू होगी

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मध्यप्रदेश जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण नियम, 2024 लागू किये जाने की स्वीकृति

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक गुरूवार को मंत्रालय में हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण नियम, 2024 लागू किये जाने की स्वीकृति दी है। महा-रजिस्ट्रार कार्यालय, भारत सरकार से प्राप्त प्रारूप नियम के अनुरूप मध्यप्रदेश जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण नियम, 2024 तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत मध्यप्रदेश जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण नियम, 1999 की विभिन्न धाराओं में संशोधन किया गया है। मध्यप्रदेश जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण नियम, 2024 के मुख्य बिंदुओं में जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र के डिजिटल रजिस्ट्रीकरण और इलेक्ट्रॉनिक परिदान का उपबंध, रजिस्ट्रीकृत जन्म और मृत्यु का राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय डाटाबेस तैयार करना, दत्तक ग्रहण किये गये, अनाथ, परित्यक्त, सरोगेट बच्चे और एकल माता-पिता या अविवाहित माता से बच्चे के रजिस्ट्रीकरण प्रक्रिया को सुगम बनाया जाना आदि शामिल है। जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण (संशोधन) अधिनियम, 2023 के प्रारंभ की तारीख को या उसके पश्चात् जन्म लेने वाले किसी व्यक्ति के जन्म की तारीख और स्थान को प्रमाणित करने के लिए जन्म प्रमाण-पत्र उपयोगी है। किसी आपदा या महामारी में मृत्यु के त्वरित रजिस्ट्रीकरण और प्रमाण पत्र जारी करने के लिये विशेष “उप-रजिस्ट्रार” की नियुक्ति का उपबंध किया गया है। किसी जन्म या मृत्यु के 30 दिन के पश्चात् किंतु एक वर्ष के भीतर विलंबित सूचना की दशा में नोटरी या राज्य सरकार द्वारा प्राधिकृत किसी अन्य अधिकारी के समक्ष किसी शपथ-पत्र के स्थान पर स्व-अनुप्रमाणित दस्तावेज को प्रस्तुत करने का उपबंध किया गया है। किसी जन्म या मृत्यु के एक वर्ष के पश्चात् रजिस्ट्रार को विलंबित सूचना की दशा में आदेश करने वाले प्राधिकारी प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट के स्थान पर जिला मजिस्ट्रेट या उपखंड मजिस्ट्रेट या जिला मजिस्ट्रेट द्वारा प्राधिकृत कार्यपालक मजिस्ट्रेट का उपबंध किया गया है। लोकहित में जन शिकायत निवारण के लिए रजिस्ट्रार/जिला रजिस्ट्रार द्वारा की गई कार्यवाही से व्यथित होने पर अपील का प्रावधान है और उपबंधित शास्तियों में वृद्धि की गई हैं। प्रदेश में स्थापित 11 के.वी. फीडर्स को सौर ऊर्जा से ऊर्जीकृत किये जाने की स्वीकृति  मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश के कृषकों की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रदेश में स्थापित 11 के.वी. फीडर्स को सौर ऊर्जा से ऊर्जीकृत (सोलराईजेशन) किये जाने की स्वीकृति दी गई। इसके क्रियान्वयन से किसान को सिंचाई के लिये दिन में बिजली उपलब्ध होगी, जिससे उनकी जीवन शैली व्यवस्थित हो सकेगी। सौर संयंत्र से 33/11 किलोवॉट विद्युत वितरण उप केन्द्रों पर स्थापित पॉवर ट्रांसफार्मर पर ओवर-लोडिंग और परिणामतः लो-वोल्टेज एवं पावर कट की समस्या कम होगी। साथ ही विद्युत उप केन्द्रों के उन्नयन पर आने वाले वित्तीय भार को बचाया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि कृषकों की सिंचाई आवश्यकताओं की प्रतिपूर्ति, उनके करीब सौर ऊर्जा का उत्पादन एवं आय के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए केन्द्रीय नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, (MNRE) द्वारा प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम- कुसुम) योजना लागू की गयी है। योजना के अंतर्गत सोलर संयंत्र स्थापना के लिए 1.05 करोड़ रूपये प्रति मेगावाट केन्द्रीय सहायता राशि दी जानी प्रावधानित है। प्रदेश में कुसुम-सी के अंतर्गत पृथक कृषि फीडर्स पर स्थापित कृषि पंप को विद्युत प्रदाय करने के लिए सौर ऊर्जा से ऊर्जीकृत (सोलराईजेशन) किया जायेगा। मंत्रि-परिषद द्वारा आगामी सिंहस्थ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए क्षिप्रा नदी के तट पर शनि मंदिर से नागदा बायपास तक 29.215 कि.मी. लंबाई के घाट-निर्माण कार्य के लिये 778 करोड़ 91 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। मंत्रि-परिषद द्वारा संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चम्बल नदी लिंक परियोजना के अंतर्गत परियोजना समूह की लागत 28,798 करोड़ 02 लाख रूपये, सैंच्य क्षेत्र 4 लाख 72 हजार 970 हेक्टेयर का प्रशासकीय अनुमोदन प्रदान किया गया। स्वीकृति परियोजनाओं से मध्यप्रदेश में मालवा एवं चम्बल क्षेत्र के 10 जिले गुना, शिवपुरी, मुरैना, उज्जैन, सीहोर, इन्दौर, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर एवं राजगढ़ में कुल 4.73 लाख हेक्टेयर नवीन सिंचित क्षेत्र और चम्बल की दाईं मुख्य नहर प्रणाली के आधुनिकीकरण से भिण्ड, मुरैना एवं श्योपुर के 1205 ग्रामों में 3.62 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। जनजातीय क्षेत्रों में धरती आबा-जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान प्रारंभ करने की सैधान्तिक स्वीकृति मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण, महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा, आयुष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार, किसान कल्याण तथा कृषि विकास, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास, पशु पालन एवं डेयरी, पर्यटन एवं जनजातीय कार्य विभाग की चिन्हित योजना अंर्तगत शत-प्रतिशत सेचुरेशन के लिए नवीन योजना धरती आबा- जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DAJGUA) प्रारंभ करने की सैधान्तिक स्वीकृति प्रदान की गई है।

UP-सीएम योगी के क्रियाकलापों में दिखती है प्रदेश को उन्नति के पथ पर ले जाने की प्रतिबद्धताः स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती

महाकुम्भ 2025 के आयोजन और इसके लिए योगी सरकार द्वारा की जा रही अभूतपूर्व व्यवस्था पर ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की है। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के लिए प्रयागराज में जो विकास कार्य किए जा रहे हैं उसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने पूर्ण लगन से इस कुम्भ पर्व की व्यवस्था की है। सिर्फ कुम्भ ही नहीं, प्रदेश को उन्नति के पथ पर अग्रसर करने की प्रतिबद्धता उनके क्रियाकलापों में दिखती है। सभी संत और प्रदेशवासी उन्हें धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने प्रदेश को आगे बढ़ाने का प्रयास किया। यही नहीं, उन्होंने प्रदेश और देश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण और सनातन धर्म के प्रति लोगों को एकजुट करने के लिए भी पीएम मोदी और सीएम योगी के प्रयासों की प्रशंसा की। कुम्भ के लिए की जा रही अभूतपूर्व व्यवस्था उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रयागराज में जनवरी 2025 से शुरू हो रहे सनातन संस्कृति के सबसे बड़े समागम को भव्य और दिव्य बनाने के लिए वृहद स्तर पर प्रयास कर रही है। इसके लिए 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की धनराशि खर्च की गई है। संगम जाने वाले रास्तों का चौड़ीकरण हो या सौंदर्यीकरण विकास परियोजनाओं से प्रयागराज का कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है। इनका संज्ञान लेते हुए स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि प्रयागराज में भव्य और दिव्य कुम्भ पर्व होने जा रहा है। जो विकास के कार्य प्रदेश सरकार और सीएम योगी के मार्गदर्शन में किए जा रहे हैं, वह अभूतपूर्व हैं। बहुत अच्छी व्यवस्था की जा रही है। क्षेत्र का विस्तार भी खूब हो रहा है। सभी विभागों के कर्मचारी और अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं। इसके लिए सीएम योगी का साधुवाद है। हम उनके प्रति भी मंगलकामना करते हैं। सांस्कृतिक पुनर्जागरण का श्रेय पीएम और सीएम को अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर, विंध्य कॉरिडोर समेत उत्तर प्रदेश और देश में धार्मिक स्थलों के विकास के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पीएम और सीएम के नेतृत्व में देश सांस्कृतिक पुनर्जागरण की ओर बढ़ रहा है। मोदी और योगी हिंदू संस्कृति और संस्कार के प्रति निष्ठावान हैं। उनका प्रयास है कि हिंदु संस्कृति की जागृति हो, सभी लोग वैदिक सनातन धर्म के अंतर्गत अपने समाज, अपने राष्ट्र, अपने धर्म, अपने धर्म क्षेत्र की उन्नति में प्रयत्नशील हों। इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे। आज सनातन धर्मावलंबी जाग्रत हुए हैं और अपनी संस्कृति को लेकर उनमें जागरूकता आई है। इसके लिए पीएम और सीएम को श्रेय दिया जाना चाहिए। समाज को बांटने वालों से अलग रहना चाहिए संभल के विषय पर उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि सभी दबे, छिपे मंदिरों का पुनरोद्धार हो और सभी चीजें समाज के सामने आएं और उसका लाभ समाज को मिले। सुप्रीम कोर्ट में प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय होगा, सभी को मानना चाहिए। सीएम योगी और पीएम मोदी के एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे नारे पर उन्होंने कहा कि सबको एकजुट होना चाहिए। सभी भारतीय हैं, भारतीय संस्कृति से संबद्ध हैं। सबको मिलकर एक साथ रहना चाहिए। समाज को बांटने वाले लोगों से हमें अलग रहना चाहिए। महाकुम्भ पर उन्होंने कहा कि पूरे देश और दुनिया के लोग यहां पर आएंगे। सभी को संगम स्नान का पुण्य मिलेगा और उनकी मनोकामना पूर्ण होगी।

UP-सनातन धर्म सुरक्षित है तो दुनिया में सब कोई सुरक्षित है: सीएम योगी

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री अयोध्या धाम के अशर्फी भवन आश्रम में आयोजित भव्य अष्टोत्तरशत 108 श्रीमद्भागवत पाठ और पंच नारायण महायज्ञ में भाग लिया। सीएम योगी ने महायज्ञ में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए आहुतियां अर्पित की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म है और इसे सुरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति के माध्यम से समाज में सकारात्मकता और शांति का प्रसार होता है। ऐतिहासिक मंदिरों पर आक्रमण की घटनाओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग इन पवित्र स्थलों को नष्ट करने का काम करते थे, उनका कुल और वंश नष्ट हो गया। सीएम योगी ने कहा कि औरंगजेब के परिवार के लोग आज रिक्शा चला रहे हैं। यह उनकी दुर्गति है। अगर उन्होंने पुण्य किए होते और मंदिरों को न तोड़ा होता, तो क्या उनकी ऐसी स्थिति होती? उन्होंने कहा कि विश्व शांति की स्थापना केवल सनातन धर्म के माध्यम से हो सकती है। यह शाश्वत धर्म है, जो सृष्टि के आरंभ से ही चला आ रहा है। विरासत और विकास का समन्वय के साथ काम कर रही डबल इंजन की सरकार- सीएम योगी मुख्यमंत्री ने कहा कि विरासत और विकास के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए। उन्होंने अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या के वैभव को पुनः स्थापित करने का कार्य किया है। रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण और अयोध्या धाम का विकास इसका जीवंत उदाहरण है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह यज्ञ न केवल आत्मशुद्धि और पर्यावरण शुद्धि का माध्यम है, बल्कि यह सनातन धर्म की रक्षा और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार भी करता है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन मां सरयू के पवित्र अंचल और भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर हो रहा है, जो इस यज्ञ को और भी विशेष बनाता है। सभी को ऐतिहासिक गलतियों से सबक लेने की आवश्यकता है – सीएम योगी सीएम योगी ने कहा कि जिन गलतियों की वजह से भारत को गुलामी की बेड़ियां झेलनी पड़ीं और हमारे धर्म स्थलों का अपमान हुआ, उन्हें दोबारा नहीं दोहराया जाना चाहिए। उन्होंने भारतवासियों से सनातन धर्म की रक्षा और संरक्षण के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। सीएम योगी ने कहा कि अगर विश्व मानवता को बचाना है तो सनातन धर्म का सम्मान करना होगा। यह धर्म सभी के कल्याण की बात करता है। उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम् का संदर्भ देते हुए कहा कि यह केवल सनातन धर्म है, जिसने हर जाति और मजहब के लोगों को विपत्ति के समय शरण दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत तब तक भारत है जब तक यहां सनातन धर्म सुरक्षित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस धर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि युगों-युगों से सनातन धर्म ने सृष्टि के साथ तालमेल बनाकर खुद को जीवंत बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इसे किसी भी प्रकार की विकृतियों या विसंगतियों से बचाने के लिए हमें सतर्क रहना होगा। भारत तब तक भारत है जब तक भारत के अंदर सनातन धर्म सुरक्षित है। इसकी रक्षा के लिए इसके संरक्षण के लिए हम सभी को मिलकर के कार्य करना होगा। यह एक शाश्वत धर्म है, सृष्टि के साथ चला हुआ धर्म है हो सकता है कि किसी कालखंड में कुछ विसंगतिया आई हो लेकिन, विसंगती का परिमार्जन भी हमारे ऋषि मुनि संतो के माध्यम से समय-समय परमहापुरुषों के द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करते हुए हम करेंगे। कहीं भी हम आपसी उन फूट का, आपसी बंटवारे का, आपसी विभाजन की गलतियों को पूरे देश और पूरे धर्म को नहीं भुगतने देंगे, इस संकल्प के साथ हमें आगे बढ़ना होगा। धार्मिक स्थलों को को अपवित्र करने वालों का आज अस्तित्व नहीं है- योगी सीएम योगी ने कहा कि आज बांग्लादेश में क्या हो रहा है, पाकिस्तान में क्या हुआ था, इससे पहले अफगानिस्तान में क्या हुआ ? मैं पूछना चाहता हूं उन लोगों से वह कौन लोग थे जिन्होंने देश के अंदर सनातन धर्म से जुड़े हुए उन मान बिंदुओं को नष्ट करने का काम किया था, और क्यों किया था, उसके पीछे की नियत क्या थी। उसके पीछे की नियति थी अपने कुकृत्यों को अंजाम दे करके पूरी धरती को नर्क बनाने की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी में काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि, मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि, संभल में कल्की अवतार की हरिहर भूमि, भोज में ज्ञान के अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के पावन मंदिर जैसे पवित्र स्थलों को अपवित्र करने वालों का आज कोई अस्तित्व नहीं है। यह उनके पापों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में कोई भी ऐसी स्थितियां उत्पन्न न हो, जिनसे हमारे धर्म स्थलों को अपमानित होना पड़े।” सीएम योगी ने पंचनारायण महायज्ञ के आयोजकों का किया अभिनंदन मुख्यमंत्री ने पंचनारायण महायज्ञ के आयोजन के लिए जगद्गुरु रामानुजाचार्य पूज्य स्वामी शंकराचार्य महाराज और उनकी टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस यज्ञ का पुण्य पूरे भारतवासियों को प्राप्त होगा। इस महायज्ञ में कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह, जेपीएस राठौर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, धर्म-अध्यात्म से जुड़े कई प्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

टाइम्स हायर एजुकेशन इनॉगरल इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग 2025: कीट भारत में चौथा सर्वश्रेष्ठ और दुनिया में 92वां स्थान अर्जित किया

भुवनेश्वर। कीट-डीयू ने शुरुआती टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग 2025 में भारत में प्रभावशाली चौथा स्थान हासिल किया है जो इंटरडिसिप्लिनरी वैज्ञानिक अनुसंधान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालयों को मान्यता देता है। विशेष रूप से, केवल चार भारतीय विश्वविद्यालय – निजी और सार्वजनिक दोनों – विश्व स्तर पर शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में शामिल हैं, और कीट उनमें से एक है, जो दुनिया भर में 92 वें स्थान पर है। हाल ही में जारी रैंकिंग में भारत का मजबूत प्रतिनिधित्व है जिसमें 65 विश्वविद्यालय शामिल हैं, जिनमें से सात शीर्ष 100 में शामिल हैं। विशेष रूप से, अन्ना विश्वविद्यालय भारतीय संस्थानों में अग्रणी है और विश्व स्तर पर 41 वां स्थान हासिल किया है। यह मान्यता इंटरडिसिप्लिनरी अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कीट डीम्ड विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। भारतीय संस्थानों में, कीट शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में से एक है जो वैश्विक इंटरडिसिप्लिनरी विज्ञान परिदृश्य में देश की उपस्थिति में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है। कीट और कीस के संस्थापक डॉ. अच्युत सामंत ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि की सराहना की और कहा, “अंतर्विषयक वैज्ञानिक अनुसंधान विश्वविद्यालयों के बीच कीट की स्थिति दशकों से इस क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के प्रति इसके सर्वश्रेष्ठ योगदान को दर्शाती है”। कीट के गुणवत्तापूर्ण शोधकर्ताओं और कर्मचारियों ने अपने गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान, नवाचार और प्रकाशनों के माध्यम से इसे संभव बनाया है। उन्होंने इस अनूठी उपलब्धि के लिए कीट-डीयू के संकाय समुदाय, स्टाफ सदस्यों और छात्रों को बधाई दी। बुद्धिजीवियों ने कहा कि ओडिशा में स्थापित कीट विश्वविद्यालय ने अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में दुनिया भर में अपना प्रभाव फैलाया है।

CG-बलौदाबाजार में खुलेगा बीएड महाविद्यालय और ट्रांसपोर्ट नगर की होगी स्थापना : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में विभिन्न विकास कार्यों का  भूमि पूजन और लोकार्पण करते हुए बलौदाबाजार में बीएड महाविद्यालय खोलने और ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के लिए 60 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इन कार्यों में से 32 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत के 16 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 27 करोड़ 88 लाख रूपए की लागत के 32 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े और विधायक गुरू श्री खुशवंत साहेब भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत मकानों में से 2100 हितग्राहियों को आवास के स्वीकृति पत्र एवं 51 हितग्राहियों को घर की चाबी सौंपी। उन्होंने इस जिले में संचालित ’’हम होंगे कामयाब अभियान’’ के अंतर्गत 51 युवाओं को सम्मान पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में किसानों ने 3100 रूपए प्रति क्विंटल तथा प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी के लिए मुख्यमंत्री श्री साय को धान से भरे टुकनी एवं पर्रा भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रति आवास के लिए 1 लाख 20 हजार रूपये के साथ ही मननरेगा से 90 दिनो की मजदूरी 21,870 रूपये एवं स्वच्छ भारत मिशन से शौचालय  हेतु 12 हजार रूपये खर्च किए जा रहे है। इस तरह प्रति आवास 1 लाख 53 ’हजार 870 रूपये दिया जा रहा है। आज इस तरह कुल 2100 आवास के लिए कुल 32 करोड़ 31 लाख रूपये का भूमिपूजन किया गया है।