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प्रकृति और प्रगति के बेहतर समन्वय के साथ लाएंगे नई हरितक्रांति: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विधान भवन पर झंडा रोहण किया और उसके बाद प्रदेश की जनता को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा विगत पांच वर्ष में हम लोगों ने विकास और सुशासन की नींव तैयार की है। आगामी पांच वर्ष में प्रदेश के प्रगति और समृद्धि की भव्य इमारत आकार लेगी। ये भव्य इमारत नये भारत का नया उत्तर प्रदेश होगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक नई कार्ययोजना के साथ सरकार ने कार्य करना शुरू कर दिया है। हम लोग प्रकृति और प्रगति के बेहतर समन्वय के साथ अन्नदाता किसानों की आय को कई गुना बढ़ाकर एक नई हरितक्रांति लेकर आएंगे।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हम सबके लिए महत्वपूर्ण है। पूरा देश आजादी के 75 वर्ष की यात्रा का साक्षी बन रहा है। इन वर्षों के आत्मावलोकन का सौभाग्य हम सबको प्राप्त हो रहा है। यह अमृतकाल दृढ़ संकल्पों के साथ एक नई कार्ययोजना को लेकर आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रम को आमजन से जोड़कर एक राष्ट्रीय उत्सव बना दिया है। इस ये राष्ट्रीय उत्सव के अंतर्गत विगत पांच दिनों में विभिन्न कार्यक्रमों से जुड़ने का अवसर हम सबको प्राप्त हुआ है। इसके तहत 11 से 17 अगस्त के बीच स्वतंत्रता सप्ताह मनाया जा रहा है। हर घर तिरंगा कार्यक्रम आयोजित हुआ है।बंटवारे की त्रासदी को स्मरण करते हुए विभाजन विभीषिका के तहत पूरे देश के अंदर मौन मार्च निकाला गया, जिससे आने वाले समय में उस प्रकार की त्रासदी का सामना मानवता को न करना पड़े।

हर घर तिरंगा से जुड़े लोग
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम ने देश के 135 करोड़ लोगों को एक स्वर के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार किया। भारत की आन, बान और शान का प्रतीक तिरंगा हर घर, सरकारी, गैर सरकारी कार्यलयों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर फहराता हुआ दिखाई दिया। ये कार्यक्रम हम सबको अपने अतीत की गौरवशाली विरासत के साथ जोड़ता है। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने देश पर और उसके संसदीय लोकतंत्र पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। आजादी का अमृत महोत्सव के इस अवसर पर लोग उत्साह और उमंग के साथ जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।

यूपी देश के अंदर दिए अनेक मॉडल
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस कार्यक्रम पर हमें गौरव की अनुभूति क्यों न हो। याद करिए विगत ढाई वर्ष का वह कालखंड जब हम लोगों ने इस सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना किया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरे देश ने जिस जज्बे के साथ कोरोना महामारी का सामना किया। सबकी आशंका उत्तर प्रदेश पर थी कि क्या होगा यूपी का। लेकिन मुझे उत्तर प्रदेश की जनता पर विश्वास था कि यूपी की जनता आत्मानुशासन का परिचय देते हुए डबल इंजन की सरकार के कार्यक्रमों को अपना पूरा सहयोग देगी। यह आज हम सबके सामने एक प्रमाण भी है। कोरोना कालखण्ड में ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण के अभियान को जिस मजबूती के साथ आगे बढ़ाया गया वह हम सबके सामने है। जब हम सामूहिक रूप से टीम भाव के साथ काम करते हैं तो उसके परिणाम भी उसी रूप में हम सबको मिलते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कोरोना कालखंड में देश के अंदर अनेक मॉडल दिए। दुनिया देखती रही कि उत्तर प्रदेश ये सब कुछ कर सकता है। आज उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टेस्ट, टीकाकरण, निःशुल्क भोजन और खाद्यान्न उपलब्ध कराने वाला राज्य है। आज उत्तर प्रदेश के हर जनपद में कोविड 19 के टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है।

2 करोड़ 61 लाख परिवारों शौचालय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने पांच वर्ष में 2 करोड़ 61 लाख परिवारों शौचालय उपलब्ध कराया। 43 लाख गरीब परिवारों को सिर ढकने के लिए एक-एक आवास दिया। एक करोड़ 50 लाख परिवारों को जिन्हें आजादी के बाद बिजली नहीं मिली थी उन्हें विद्युत कनेक्शन दिया गया। कोरोना कालखंड में 15 करोड़ गरीबों को निःशुल्क खाद्यान उपलब्ध करवाया गया। 10 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा के कवर से जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि भारत में 70 वर्षों तक ईंधन के लिए भटकने वाले लोगों के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 1 करोड़ 70 लाख परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिया गया।

अर्थव्यवस्था के आकार बढ़ाया
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकासपरक माहौल बनाकर सेकटवार नीतियों तथा भरोसेमंद अवस्थापना सुविधाओं की उपलब्धता के कारण उत्तर प्रदेश आज पूरे देश में निवेश के ड्रीम डेस्टिनेशन के रूप में उत्तर प्रदेश उभरा है। राज्य सरकार के नियोजित प्रयासों के परिणामस्वरूप ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में प्रदेश आज देश अग्रणी राज्यों में है। 2015-16 में प्रदेश इस मामले 14वें स्थान पर था। आज यूपी दूसरे स्थान पर है। पांच वर्ष के अंदर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के आकार बढ़ाया है और प्रति व्यक्ति आय को भी दोगुना करने में हमें सफलता प्राप्त हुई है।

उत्तर प्रदेश में छुपी हैं अनन्त सम्भावनाएं
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर छिपी हुई अनन्त सम्भावनाओं के लिए प्रदेश को निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि लगभग चार लाख करोड़ रुपये का निवेश प्रदेश में लाने में हम सफल रहे हैं। साथ ही प्रदेश के परंपरागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद और विश्वकर्मा श्रम सम्मान के माध्यम से प्रदेश के कारीगर एवं हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित किया, जिसने उत्तर प्रदेश के निर्यात को 88 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1 लाख 56 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।

प्रकृति और प्रगति में बेहतर समन्वय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अनन्त सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने का अवसर हम सबके पास आया है। प्रकृति और प्रगति में बेहतर समन्वय करते हुए विगत पांच वर्ष के अंदर दशकों से लंबित सिचाईं की परियोजनाओं को हमने पूरा किया। 21 लाख हेक्टेयर से अधिक की भूमि को सिचाईं की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध कराने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि कम लागत में किसान का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केमिकल, फर्टिलाइजर, पेप्टिसाइड का उपयोग को कम करते हुए कैसे किसान प्राकृतिक खेती के साथ जुड़ सकते हैं इस दिशा में हम कार्य कर रहे हैं। प्राकृतिक खेती के लिए उत्तर प्रदेश ने मां गंगा के तटवर्ती 27 और बुंदेलखंड के 7 जनपदों को तकनीक के साथ जोड़ते हुए केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रथम चरण में लागू किया है।

हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में रोजगार और नौकरी के मामले में भी हमें सफलता प्राप्त हुई है। विगत पांच वर्ष के अंदर पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने 1 करोड़ लाख नौजवानों को विभिन्न प्रकार के रोजगार से जोड़ा है। साथ ही 60 लाख से अधिक लोगों को परंपरागत उद्योग हस्तशिल्प और कारीगरों को रोजगार के साथ जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने तय किया है 2023 की जनवरी-फरवरी माह में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश में करेंगे। जिसमें 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश लाकर उत्तर प्रदेश के अंदर रोजगार और स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम के साथ हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार, नौकरी से जोड़ेंगे।

ईज ऑफ लिविंग केंद्र बिंदु
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को एक मंत्र दिया सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का। इस मंत्र को अंगीकार करते हुए हम लोगों ने उत्तर प्रदेश के अंदर सर्वसमावेशी, सर्वस्पर्शी और समग्र विकास के लिए जिस कार्ययोजना को मजबूती के साथ आगे बढ़ाया है उसके परिणाम सामने हैं। सेवा, सुरक्षा और सुशासन ये हमारी प्राथमिकता है। ईज ऑफ लिविंग डबल इंजन की सरकार की विभिन्न योजनाओं का केंद्र बिंदु है।

वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के रूप में स्थापित कर भारत को दुनिया की एक महाशक्ति के रूप में स्थापित करना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश ने भी आगामी पांच वर्ष की अपनी कार्ययोजना बनाई है, जिसके अंतर्गत प्रदेश की अर्थव्यवस्था को चार गुना यानी वन ट्रिलियन डॉलर बनाने के लक्ष्य के साथ हम लोगों कार्य करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम लोगों ने सभी विभागों को 10 सेक्टर में समायोजित करते हुए कृषि उत्पादन, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, सामाजिक सुरक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगरी विकास, ग्राम्य विकास, पर्यटन एवं संस्कृति, शिक्षा, राजस्व संग्रह तथा सुरक्षा जैसे विविध सेक्टरों में बांटा है।

अन्नदाता किसानों के हित में चलाए अनेक कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। इस देश और प्रदेश ने खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त की। लेकिन इतने भर से हम चैन से नहीं बैठने वाले। विगत पांच वर्ष के भीतर अन्नदाता किसानों के हितों के लिए डबल इंजन की सरकार ने अनेक कार्यक्रम चलाए हैं। साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से किसानों के खातों भिजवाने के कार्य किए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में किसानों के उत्पादन में चार गुना वृद्धि के लक्ष्य के साथ अपनी कार्ययोजना को हम आगे बढ़ रहे हैं। प्राकृतिक खेती और तकनीकी इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक साबित होगी। प्राकृतिक खेती के लिए भारतीय नस्ल के गोवंश महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके लिए राज्य सरकार पहले से कार्य कर रही है। 6 हजार 222 से अधिक निराश्रित गो आश्रय स्थल प्रदेश के अंदर कार्य कर रहे हैं। इनमें 10 लाख से अधिक निराश्रित गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन हो रहा है।

डाटा सेंटर के नए हब के रूप में यूपी
आज प्रदेश डाटा सेंटर के नए हब के रूप में स्थापित हो रहा है। डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से उत्तर प्रदेश देश की सुरक्षा व्यवस्था और रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उभरते उद्यमियों को सुविधा देने के लिए आगरा, कानपुर, और गोरखपुर में प्लेटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स की योजना को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 5 वर्षों में कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने के लिए बेहतर काम किया है। आज उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे के रूप में जाना जाता है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे राज्य को समर्पित हो चुका है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे का कार्य प्रगति पर है। इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को बढ़ावा देते हुए पड़ोसी राज्य झारखंड, बिहार, उत्तराखंड समेत सभी राज्यों के साथ अपनी कनेक्टिविटी के साथ जोड़ने का कार्य किया है। यह सभी कार्यक्रम युद्ध स्तर पर आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज जिला मुख्यालय को फोरलेन की कनेक्टिविटी से और तहसील, ब्लाक मुख्यालय को 2 लेन के साथ और हर गांव में बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए हम सब युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। मेट्रो जो आधुनिक तकनीक ट्रांसपोर्ट की सुविधा है। उत्तर प्रदेश देश के अंदर सर्वाधिक शहर मेट्रो से जुड़े हुए। 5 शहर वर्तमान में हमारे मेट्रो से जुड़े हुए हैं। आगरा में भी मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है। आज 9 एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के अंदर क्रियाशील हैं। जहां से 80 जगह की कनेक्टिविटी प्राप्त हो रही है। आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में 5 इंटरनेशनल हवाई अड्डे वाला देश का पहला राज्य होगा।

विद्युत उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने प्राप्त किया नया लक्ष्य
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विद्युत उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने एक नए लक्ष्य को प्राप्त किया है। विद्युत जनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्टिब्यूशन के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए 1 लाख 21 हजार गांवों को जिन्हें आजादी के बाद कभी बिजली नहीं मिल पाई थी उन्हें बिजली पहुंचाने का कार्य किया गया है। अब प्रदेश में विद्युत वितरण में भेदभाव नहीं होता है। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में जिला मुख्यालय पर 24 घण्टे। तहसील मुख्यालय को 20 से 22 घण्टे और ग्रमीण क्षेत्र में 16 से 18 घण्टे विद्युत आपूर्ति का कार्य किया जा रहा है।

34 लाख परिवारों को घरौनी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज प्रदेश के अंदर हर एक तबके के लिए राज्य सरकार ने कार्य किए हैं। बेटियों के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के माध्यम से प्रदेश की 13 लाख बेटियों को उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के माध्यम से 2 लाख बेटियों का दहेज रहित विवाह कराया गया है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति को हमने कई गुना बढ़ाया है। श्रमिकों एवं निराश्रित बच्चों के लिए आधुनिक एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अटल आवासीय विद्यालय बनाने की कार्यवाही 18 मंडलों में युद्ध स्तर पर चल रही है। हमारा प्रयास की 2023 में इन विद्यालयों का सत्र प्रारम्भ हो जाए। यही नहीं प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत 34 लाख परिवारों को घरौनी दे चुके हैं। हमारी माताएं और बहनें आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बने इसके लिए 10 लाख महिला स्वयं सेवी समूहों से एक करोड़ से अधिक माताओं बहनों को इस अभियान से जोड़ा गया है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला अग्रणी राज्य
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला अग्रणी राज्य है। बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यवसायिक, तकनीकी शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करके अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किए हैं जो हमारे युवाओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के साथ जोड़ते हैं। उनके स्किल डेवलपमेंट के लिए कार्य करते हैं और उन्हें आर्थिक स्वालम्बन की ओर बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अपने नौजवानों के लिए वर्ल्ड रैंकिंग में जिन संस्थाओं का योगदान हो सकता है हम उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के नौजवानों को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने के लिए 2 करोड़ टैबलेट और स्मार्ट फोन दिया गया है। नये विश्विद्यालयों की स्थापना और खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 9 लाख पटरी व्यवसायी को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से जोड़ा गया है।

नगरीय विकास अर्थव्यवस्था का आधार
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नगरीय विकास किसी भी अर्थव्यवस्था का आधार बनता है। प्रधानमंत्री के स्मार्ट सिटी विजन को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने कन्वर्जन के माध्यम से इस दिशा में आगे बढ़ा है। प्रदेश के 17 नगर निगम स्मार्ट सिटी मिशन के साथ जुड़े हैं। जिनमें 10 पर केंद्र सरकार के सहयोग से और 7 पर राज्य सरकार अपने स्तर पर कार्य कर रही है। नीति आयोग के साथ मिलकर 100 नगर निकायों को आकांक्षात्मक नगर निकाय के तौर पर विकसित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में 100 आकांक्षात्मक विकास खंडों का चयन किया है। उनके समग्र विकास की वृहद कार्य योजना के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं।

भगवान श्री राम के धाम का विकास
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ये नया उत्तर प्रदेश है जो अपनी विरासत पर गर्व करता है। दिव्य और भव्य कुम्भ दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बना था। आज काशी विश्वनाथ धाम हम सबके सामने है। इसी तर्ज पर राज्य सरकार ने अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के धाम को विकसित करने की वृहद कार्ययोजना को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। ब्रज भूमि और नैमिषारण्य के समग्र विकास के कार्यक्रम को हम आगे बढ़ा रहे हैं। शुक तीर्थ, विंध्य धाम या फिर आजादी की लड़ाई में ऐतिहासिक भूमिका निभाने वाले बुंदेलखंड के किलों को संरक्षित करने के साथ पर्यटन के डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जा रहा है।

75 जनपदों में निःशुल्क डायलसिस की सुविधा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हम तेजी के साथ आगे बढ़ चुके हैं। संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए हम लोगों ने काला जार पर नियंत्रण पा लिया है। मलेरिया और दिमाग बुखार पर नियंत्रण की दिशा में राज्य सरकार तेजी से आगे बढ़ चुकी है। आने वाले समय में प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निःशुल्क डायलसिस की सुविधा डबल इंजन की सरकार देने जा रही है।

अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति की सभी जगह सराहना हो रही है। यह तब सम्भव हो पाया जब हम लोगों ने भर्ती की प्रक्रिया को ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाया। 1 लाख 54 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती, उनकी आधुनिक ट्रेनिंग और प्रदेश में पहली बार पुलिस और फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट की स्थापना की गई। इसका परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश के अंदर नजीर बनी हुई है। पेशेवर गुंडों और माफिया की 3 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया गया है।

विभूतियों को किया सम्मानित
स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी ने झंडा रोहण के साथ किया। उसके बाद उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद पद्म सम्मान से अलंकृत विभूतियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, क्रांतिकारियों और देश की सीमाओं की सुरक्षा में बलिदान हुए शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। फिर मार्च पास्ट निकाला गया, उसके ब्रज, पूर्वांचल, अवध और बुंदेलखंड से कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।

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Uttarakhand April 29, 2025adminjeevan मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से की भेंट FacebookWhatsAppPinterestLinkedInXTelegramShare देहरादून/नई दिल्ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भेंट की। मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन परियोजना के अन्तर्गत भारत के सबसे लम्बे रेल टनल (देवप्रयाग-जनासू) के सफल ब्रैक थ्रू के लिए रेल मंत्री को बधाई देते हुए कहा कि इससे भारत के प्रौद्योगिकी विकास को नई पहचान मिली है। उन्होंने रूडकी-देवबंद रेलवे लाईन के सी०आर०एस० जारी करने पर भी उत्तराखंड की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में अपनायी जा रही टनल प्रणाली के समान ही देहरादून से सहारनपुर को मोहण्ड होते हुए रेलवे से जोड़ने के लिए टनल आधारित रेल लाईन परियोजना की संभाव्यता का परीक्षण कराकर परियोजना की स्वीकृति देने का रेल मंत्री से अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल लाईन परियोजना के त्वरित क्रियान्वयन किए जाने, जिला चम्पावत के टनकपुर से नई दिल्ली तक वंदे भारत ट्रैन शुरू करने और टनकपुर से देहरादून ट्रेन के फेरे बढ़ाए जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री से टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करते हुए इस परियोजना पर होने वाले व्यय का पूर्ण वहन भारत सरकार द्वारा किये जाने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश के पुराने रेलवे स्टेशन की भूमि के समस्त अधिकार राज्य सरकार को हस्तांतरित किये जाने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इस भूमि का प्रयोग ऋषिकेश-गंगा कोरिडोर में हो रहे बहुद्देशीय विकास कार्यो जैसे सङक चौडीकरण, यातायात सुदृढीकरण, तीर्थ यात्रियों / श्रद्धालुओं के लिए अध्यात्मिक सुविधाओं को बढावा देने के लिए उपयोग में लाया जायेगा। साथ ही पुराने रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक को सङक में परिवर्तित करते हुए यातायात को और सुविधाजनक बनाया जाएगा। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सभी प्रस्तावों पर सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया।

UK-चारधाम यात्रा से पहले धामी सरकार की बड़ी सौगात, प्रदेश के अस्पतालों को मिले 45 विशेषज्ञ डॉक्टर

देहरादून।  चारधाम यात्रा के शुभारंभ से पहले धामी सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में 45 विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश संख्या 293157/2025 के अनुसार, विशेषज्ञ चिकित्सकों को उनके संबंधित विशेषज्ञता के अनुसार ज़िला चिकित्सालयों, उप जिला चिकित्सालयों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात किया गया है। इनमें सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग (OBS & Gynae), एनेस्थीसिया, बाल रोग (Pediatrics), नेत्र रोग (Ophthalmology), कान-नाक-गला (ENT), फॉरेंसिक मेडिसिन और जनरल मेडिसिन जैसे विभागों के डॉक्टर शामिल हैं। स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी मजबूती स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, स्वास्थ मंत्री डॉ धन सिंह रावत के मार्गदर्शन व निर्देशन में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री जी व स्वास्थ्य मंत्री जी के स्पष्ट निर्देश हैं कि सीमांत गाँव के अंतिम छोर पर खड़े ब्यक्ति को भी स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ मिले। स्वास्थ्य सचिव ने बताया सभी डॉक्टर विभाग की तरफ से पीजी करने गए थे। पीजी कोर्स पूर्ण होने के बाद विशेषघ चिकित्सक के रूप में इन सभी की तैनाती विभिन्न जनपदों में कर दी गई है। चारधाम यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के उत्तराखंड आने की संभावना है। ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त रखना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती से जिलों में आपातकालीन सेवाओं से लेकर सामान्य इलाज तक में उल्लेखनीय सुधार होगा। इससे न केवल यात्रियों को बल्कि स्थानीय जनता को भी त्वरित और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती से राज्य के अस्पतालों को मिली बड़ी राहत स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को दूर करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। पर्वतीय जिलों के अस्पतालों में पूर्व में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है। इन चिकित्सकों की तैनाती से राज्य के अस्पतालों को बड़ी राहत मिली है। कई जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के अभाव के कारण मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। अब सर्जरी, एनेस्थीसिया, स्त्री रोग, बाल रोग और नेत्र रोग जैसे प्रमुख विभागों में विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध होंगी। इससे न केवल आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बेहतर होगी, बल्कि सामान्य बीमारियों के इलाज में भी तेजी आएगी। सरकार का यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की दिशा में एक बड़ा परिवर्तन साबित होगा। किन जिलों को मिले विशेषज्ञ डॉक्टर स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि इन 45 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती विशेष रूप से उन जिलों में की गई है, जहां चारधाम यात्रा का सीधा प्रभाव पड़ता है या जहां स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने की तत्काल आवश्यकता थी। इनमें प्रमुख रूप से पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी गढ़वाल, अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर और हरिद्वार जैसे जिले शामिल हैं। विशेषज्ञताओं के अनुसार तैनाती का विवरण 1 :- एनेस्थीसिया (Anaesthesiology) – 12 डॉक्टर 2 :- सर्जरी (General Surgery) – 5 डॉक्टर 3 :- बाल रोग विशेषज्ञ (Pediatrics) – 4 डॉक्टर 4 :- स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ (OBS & Gynae) – 4 डॉक्टर 5 :- कान-नाक-गला (ENT) – 5 डॉक्टर 6 :- नेत्र रोग विशेषज्ञ (Ophthalmology) – 2 डॉक्टर 7 :- फॉरेंसिक मेडिसिन (MD Forensic Medicine) – 1 डॉक्टर 8 :- जनरल मेडिसिन व अन्य – 10 डॉक्टर यात्रियों के लिए विशेष तैयारी स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि चूंकि चारधाम यात्रा के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी जोखिम बढ़ जाते हैं, इसलिए सरकार ने हाई-एल्टीट्यूड मेडिसिन, कार्डियक इमरजेंसी और ट्रॉमा केयर के लिए भी अतिरिक्त इंतजाम किए हैं। स्थानांतरण आदेश के तहत कई डॉक्टर ऐसे संवेदनशील जिलों में तैनात किए गए हैं जहां तत्काल विशेषज्ञ सहायता की आवश्यकता होती है। तेजी से कार्यभार ग्रहण के निर्देश स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं कि वे शीघ्र अपने नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण करें। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई चिकित्सक निर्धारित समय पर कार्यभार नहीं ग्रहण करता है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

UK-‘द लिटरेचर लॅरिट सम्मान’ से सम्मानित हुए ‘निशंक’

Uttarakhand April 30, 2025adminjeevan ‘द लिटरेचर लॅरिट सम्मान’ से सम्मानित हुए ‘निशंक’ FacebookWhatsAppPinterestLinkedInXTelegramShare देहरादून/नई दिल्ली। अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति एवं वैश्विक हिन्दीशाला संस्थान (वीएचएसएस जर्मनी) द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को नई दिल्ली में “द लिटरेचर लॉरेट” अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान डॉ० निशंक को उनकी रचनाधर्मिता, हिन्दी एवं संस्कृत भाषा के सम्वर्धन तथा प्रचार-प्रसार के साथ ही लेखक गांव की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रदान किया है। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश नीरव एवं सचिव क्रिस्टीन म्यूलर ने डॉ० निशंक को यह सम्मान प्रदान किया। पंडित नीरव ने कहा कि डॉ० निशंक एकमात्र राजनैतिज्ञ है, जिन्होंने हिन्दी एवं संस्कृत भाषा एवं संस्कृति के उत्थान के लिए निर्बाध गति से कार्य किया है और आज भी कार्य कर रहे हैं, आपका साहित्य आज भारत ही नहीं अपितु विश्व के अनेक देशों में भी अनेकों भाषाओं में अनुवादित हुआ है, भारत की संस्कृति का प्रचार-प्रसार निशंक जी की पुस्तकों से बड़ी सरलता से हो रहा है। विश्वभर में हिन्दी, संस्कृत एंव भारतीय भाषाओं को विस्तार देने के लिए अनेकों संगठन एवं संस्थायें निरंतर कार्य कर रही है, और डॉ० निशंक का एक साहित्यकार एवं राजनेता दोनों ही रूपों में सभी को सहयोग मिलता है, हमें डॉ० निशंक को यह सम्मान देने में हमें गर्व हो रहा है। ज्ञात हो कि डॉ. निशंक की प्रेरणा से देहरादून में शिवालिक पहाड़ियों के आँचल में ‘लेखक गांव’ की स्थापना की गई है। जिसका उद्घाटन 25 अक्टूबर 2024 को भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उत्तराखंड के राज्यपाल ले.ज. गुरुमीत सिंह (से.नि.), उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं प्रसिद्ध गीतकार एवं फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी द्वारा किया गया। सम्मान मिलने पर डॉ० निशंक ने आभार प्रकट करते हुये कहा कि साहित्य सृजन समाज के निर्माण में एक अहम भूमिका निभाता है. भाषा-संस्कृति, आध्यात्म एवं आस्था का समावेश मानव के विकास में आवश्यक है, और पुस्तकें इसका सरल माध्यम है। डॉ० निशंक ने कहा कि “लेखक गांव” रचनाधर्मिता का एक वैश्विक केन्द्र बनने की कल्पना के साथ स्थापित हुआ है, निकट भविष्य में लेखक गांव अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लेखकों, नवोदित साहित्यकारों, कवियों, शोधार्थियों एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों का अध्ययन केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि लेखक गांव में प्रथम चरण चालीस हजार पुस्तकों के साथ स्थापित ‘नालंदा पुस्तकालय’ में में 10 लाख पुस्तकें संकलन करने का लक्ष्य है। संस्था के सचिव क्रिस्टीन म्यूलर ने कहा कि डॉ० निशंक की 110 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन एक बड़ी उपलब्धि है, डॉ० निशंक के साहित्य पर लगभग 25 शोध हो चुके है और भारत सहित विश्व के अनेक देशों में उनकी पुस्तकें पढ़ाई जा रही है। भारत ही नहीं अपितु विश्व की अनेक भाषाओं में आपकी पुस्तकों का अनुवाद हुआ है। इस अवसर पर डॉ. शिप्रा शिल्पी, अध्यक्ष अन्तरराष्ट्रीय सृजनी द ग्लोबल, अनिल जोशी, अध्यक्ष वैश्विक हिन्दी परिवार, कपिल त्रिपाठी, वैज्ञानिक, साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी, साहित्यकार मधु मिश्रा, डॉ. वेदप्रकाश, डॉ. कविता सिंह प्रभा तथा ऋषि सक्सेना सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

UK-श्रद्धालुओं की सुखद यात्रा और सकुशल वापसी हमारी प्राथमिकता- मुख्य सचिव

देहरादून। मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में जायजा लिया। उन्होंने सम्बन्धित जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा को अपनी शीर्ष प्राथमिकता पर रखा जाए। मुख्य सचिव ने बुधवार से शुरू हो रही गंगोत्री धाम एवं यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए जिलाधिकारी उत्तरकाशी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षित, सुखद यात्रा और सकुशल वापसी हमारी जिम्मेदारी है। मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा मार्गों में आवश्यक सेवाओं जैसे सब्जी, राशनऔर गैस आदि की आपूर्ति करने वाले वाहनों को प्राथमिकता दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या के लिए कमिश्नर और आईजी सिंगल कॉन्टैक्ट पॉइन्ट होंगे। उन्होंने चारधाम एवं यात्रा मार्गों पर ओवर रेटिंग पर भी निगरानी रखे जाने के निर्देश दिए। इसके लिए निगरानी तंत्र को बढ़ाया जाए। मुख्य सचिव ने चारों धामों में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी के लिए सचिव स्वास्थ्य से अद्यतन जानकारी लेते हुए केदारनाथ में नवनिर्मित अस्पताल को शीघ्र शुरू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से अधिक से अधिक यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां पर श्रद्धालु वाहनों से उतरते हैं, वहां पर स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के लिए रिकॉर्डेड जागरूकता संदेश लगातार चलाया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। ऐसे स्थलों में होमगार्ड एवं पीआरडी जवानों की संख्या भी अधिक रखी जाए। मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा मार्ग पर सड़कों की स्थिति की भी जानकारी ली। जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते यात्रा मार्ग पर शौचालय, पार्किंग और यातायात प्रबंधन को सुदृढ़ किया गया है। चारधाम यात्रा 2025 के सुगम, सुरक्षित और सफलतापूर्वक संचालन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारी की गई है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रमुख मार्गों को सुगम और सुरक्षित बनाने का प्रयास किया गया है। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग डॉ. सौरभ गहरवार एवं जिलाधिकारी चमोली डॉ. संदीप तिवारी ने भी चारधाम यात्रा की तैयारियों की जानकारी दी। इस अवसर पर एडीजी डॉ. वी. मुरूगेशन, सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, अपर सचिव श्रीमती रीना जोशी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।