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प्रकृति और प्रगति के बेहतर समन्वय के साथ लाएंगे नई हरितक्रांति: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विधान भवन पर झंडा रोहण किया और उसके बाद प्रदेश की जनता को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा विगत पांच वर्ष में हम लोगों ने विकास और सुशासन की नींव तैयार की है। आगामी पांच वर्ष में प्रदेश के प्रगति और समृद्धि की भव्य इमारत आकार लेगी। ये भव्य इमारत नये भारत का नया उत्तर प्रदेश होगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक नई कार्ययोजना के साथ सरकार ने कार्य करना शुरू कर दिया है। हम लोग प्रकृति और प्रगति के बेहतर समन्वय के साथ अन्नदाता किसानों की आय को कई गुना बढ़ाकर एक नई हरितक्रांति लेकर आएंगे।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हम सबके लिए महत्वपूर्ण है। पूरा देश आजादी के 75 वर्ष की यात्रा का साक्षी बन रहा है। इन वर्षों के आत्मावलोकन का सौभाग्य हम सबको प्राप्त हो रहा है। यह अमृतकाल दृढ़ संकल्पों के साथ एक नई कार्ययोजना को लेकर आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रम को आमजन से जोड़कर एक राष्ट्रीय उत्सव बना दिया है। इस ये राष्ट्रीय उत्सव के अंतर्गत विगत पांच दिनों में विभिन्न कार्यक्रमों से जुड़ने का अवसर हम सबको प्राप्त हुआ है। इसके तहत 11 से 17 अगस्त के बीच स्वतंत्रता सप्ताह मनाया जा रहा है। हर घर तिरंगा कार्यक्रम आयोजित हुआ है।बंटवारे की त्रासदी को स्मरण करते हुए विभाजन विभीषिका के तहत पूरे देश के अंदर मौन मार्च निकाला गया, जिससे आने वाले समय में उस प्रकार की त्रासदी का सामना मानवता को न करना पड़े।

हर घर तिरंगा से जुड़े लोग
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम ने देश के 135 करोड़ लोगों को एक स्वर के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार किया। भारत की आन, बान और शान का प्रतीक तिरंगा हर घर, सरकारी, गैर सरकारी कार्यलयों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर फहराता हुआ दिखाई दिया। ये कार्यक्रम हम सबको अपने अतीत की गौरवशाली विरासत के साथ जोड़ता है। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने देश पर और उसके संसदीय लोकतंत्र पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। आजादी का अमृत महोत्सव के इस अवसर पर लोग उत्साह और उमंग के साथ जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।

यूपी देश के अंदर दिए अनेक मॉडल
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस कार्यक्रम पर हमें गौरव की अनुभूति क्यों न हो। याद करिए विगत ढाई वर्ष का वह कालखंड जब हम लोगों ने इस सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना किया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरे देश ने जिस जज्बे के साथ कोरोना महामारी का सामना किया। सबकी आशंका उत्तर प्रदेश पर थी कि क्या होगा यूपी का। लेकिन मुझे उत्तर प्रदेश की जनता पर विश्वास था कि यूपी की जनता आत्मानुशासन का परिचय देते हुए डबल इंजन की सरकार के कार्यक्रमों को अपना पूरा सहयोग देगी। यह आज हम सबके सामने एक प्रमाण भी है। कोरोना कालखण्ड में ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण के अभियान को जिस मजबूती के साथ आगे बढ़ाया गया वह हम सबके सामने है। जब हम सामूहिक रूप से टीम भाव के साथ काम करते हैं तो उसके परिणाम भी उसी रूप में हम सबको मिलते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कोरोना कालखंड में देश के अंदर अनेक मॉडल दिए। दुनिया देखती रही कि उत्तर प्रदेश ये सब कुछ कर सकता है। आज उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टेस्ट, टीकाकरण, निःशुल्क भोजन और खाद्यान्न उपलब्ध कराने वाला राज्य है। आज उत्तर प्रदेश के हर जनपद में कोविड 19 के टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है।

2 करोड़ 61 लाख परिवारों शौचालय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने पांच वर्ष में 2 करोड़ 61 लाख परिवारों शौचालय उपलब्ध कराया। 43 लाख गरीब परिवारों को सिर ढकने के लिए एक-एक आवास दिया। एक करोड़ 50 लाख परिवारों को जिन्हें आजादी के बाद बिजली नहीं मिली थी उन्हें विद्युत कनेक्शन दिया गया। कोरोना कालखंड में 15 करोड़ गरीबों को निःशुल्क खाद्यान उपलब्ध करवाया गया। 10 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा के कवर से जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि भारत में 70 वर्षों तक ईंधन के लिए भटकने वाले लोगों के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 1 करोड़ 70 लाख परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिया गया।

अर्थव्यवस्था के आकार बढ़ाया
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकासपरक माहौल बनाकर सेकटवार नीतियों तथा भरोसेमंद अवस्थापना सुविधाओं की उपलब्धता के कारण उत्तर प्रदेश आज पूरे देश में निवेश के ड्रीम डेस्टिनेशन के रूप में उत्तर प्रदेश उभरा है। राज्य सरकार के नियोजित प्रयासों के परिणामस्वरूप ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में प्रदेश आज देश अग्रणी राज्यों में है। 2015-16 में प्रदेश इस मामले 14वें स्थान पर था। आज यूपी दूसरे स्थान पर है। पांच वर्ष के अंदर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के आकार बढ़ाया है और प्रति व्यक्ति आय को भी दोगुना करने में हमें सफलता प्राप्त हुई है।

उत्तर प्रदेश में छुपी हैं अनन्त सम्भावनाएं
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर छिपी हुई अनन्त सम्भावनाओं के लिए प्रदेश को निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि लगभग चार लाख करोड़ रुपये का निवेश प्रदेश में लाने में हम सफल रहे हैं। साथ ही प्रदेश के परंपरागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद और विश्वकर्मा श्रम सम्मान के माध्यम से प्रदेश के कारीगर एवं हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित किया, जिसने उत्तर प्रदेश के निर्यात को 88 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1 लाख 56 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।

प्रकृति और प्रगति में बेहतर समन्वय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अनन्त सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने का अवसर हम सबके पास आया है। प्रकृति और प्रगति में बेहतर समन्वय करते हुए विगत पांच वर्ष के अंदर दशकों से लंबित सिचाईं की परियोजनाओं को हमने पूरा किया। 21 लाख हेक्टेयर से अधिक की भूमि को सिचाईं की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध कराने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि कम लागत में किसान का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केमिकल, फर्टिलाइजर, पेप्टिसाइड का उपयोग को कम करते हुए कैसे किसान प्राकृतिक खेती के साथ जुड़ सकते हैं इस दिशा में हम कार्य कर रहे हैं। प्राकृतिक खेती के लिए उत्तर प्रदेश ने मां गंगा के तटवर्ती 27 और बुंदेलखंड के 7 जनपदों को तकनीक के साथ जोड़ते हुए केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रथम चरण में लागू किया है।

हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में रोजगार और नौकरी के मामले में भी हमें सफलता प्राप्त हुई है। विगत पांच वर्ष के अंदर पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने 1 करोड़ लाख नौजवानों को विभिन्न प्रकार के रोजगार से जोड़ा है। साथ ही 60 लाख से अधिक लोगों को परंपरागत उद्योग हस्तशिल्प और कारीगरों को रोजगार के साथ जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने तय किया है 2023 की जनवरी-फरवरी माह में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश में करेंगे। जिसमें 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश लाकर उत्तर प्रदेश के अंदर रोजगार और स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम के साथ हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार, नौकरी से जोड़ेंगे।

ईज ऑफ लिविंग केंद्र बिंदु
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को एक मंत्र दिया सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का। इस मंत्र को अंगीकार करते हुए हम लोगों ने उत्तर प्रदेश के अंदर सर्वसमावेशी, सर्वस्पर्शी और समग्र विकास के लिए जिस कार्ययोजना को मजबूती के साथ आगे बढ़ाया है उसके परिणाम सामने हैं। सेवा, सुरक्षा और सुशासन ये हमारी प्राथमिकता है। ईज ऑफ लिविंग डबल इंजन की सरकार की विभिन्न योजनाओं का केंद्र बिंदु है।

वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के रूप में स्थापित कर भारत को दुनिया की एक महाशक्ति के रूप में स्थापित करना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश ने भी आगामी पांच वर्ष की अपनी कार्ययोजना बनाई है, जिसके अंतर्गत प्रदेश की अर्थव्यवस्था को चार गुना यानी वन ट्रिलियन डॉलर बनाने के लक्ष्य के साथ हम लोगों कार्य करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम लोगों ने सभी विभागों को 10 सेक्टर में समायोजित करते हुए कृषि उत्पादन, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, सामाजिक सुरक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगरी विकास, ग्राम्य विकास, पर्यटन एवं संस्कृति, शिक्षा, राजस्व संग्रह तथा सुरक्षा जैसे विविध सेक्टरों में बांटा है।

अन्नदाता किसानों के हित में चलाए अनेक कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। इस देश और प्रदेश ने खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त की। लेकिन इतने भर से हम चैन से नहीं बैठने वाले। विगत पांच वर्ष के भीतर अन्नदाता किसानों के हितों के लिए डबल इंजन की सरकार ने अनेक कार्यक्रम चलाए हैं। साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से किसानों के खातों भिजवाने के कार्य किए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में किसानों के उत्पादन में चार गुना वृद्धि के लक्ष्य के साथ अपनी कार्ययोजना को हम आगे बढ़ रहे हैं। प्राकृतिक खेती और तकनीकी इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक साबित होगी। प्राकृतिक खेती के लिए भारतीय नस्ल के गोवंश महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके लिए राज्य सरकार पहले से कार्य कर रही है। 6 हजार 222 से अधिक निराश्रित गो आश्रय स्थल प्रदेश के अंदर कार्य कर रहे हैं। इनमें 10 लाख से अधिक निराश्रित गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन हो रहा है।

डाटा सेंटर के नए हब के रूप में यूपी
आज प्रदेश डाटा सेंटर के नए हब के रूप में स्थापित हो रहा है। डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से उत्तर प्रदेश देश की सुरक्षा व्यवस्था और रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उभरते उद्यमियों को सुविधा देने के लिए आगरा, कानपुर, और गोरखपुर में प्लेटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स की योजना को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 5 वर्षों में कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने के लिए बेहतर काम किया है। आज उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे के रूप में जाना जाता है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे राज्य को समर्पित हो चुका है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे का कार्य प्रगति पर है। इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को बढ़ावा देते हुए पड़ोसी राज्य झारखंड, बिहार, उत्तराखंड समेत सभी राज्यों के साथ अपनी कनेक्टिविटी के साथ जोड़ने का कार्य किया है। यह सभी कार्यक्रम युद्ध स्तर पर आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज जिला मुख्यालय को फोरलेन की कनेक्टिविटी से और तहसील, ब्लाक मुख्यालय को 2 लेन के साथ और हर गांव में बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए हम सब युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। मेट्रो जो आधुनिक तकनीक ट्रांसपोर्ट की सुविधा है। उत्तर प्रदेश देश के अंदर सर्वाधिक शहर मेट्रो से जुड़े हुए। 5 शहर वर्तमान में हमारे मेट्रो से जुड़े हुए हैं। आगरा में भी मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है। आज 9 एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के अंदर क्रियाशील हैं। जहां से 80 जगह की कनेक्टिविटी प्राप्त हो रही है। आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में 5 इंटरनेशनल हवाई अड्डे वाला देश का पहला राज्य होगा।

विद्युत उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने प्राप्त किया नया लक्ष्य
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विद्युत उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने एक नए लक्ष्य को प्राप्त किया है। विद्युत जनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्टिब्यूशन के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए 1 लाख 21 हजार गांवों को जिन्हें आजादी के बाद कभी बिजली नहीं मिल पाई थी उन्हें बिजली पहुंचाने का कार्य किया गया है। अब प्रदेश में विद्युत वितरण में भेदभाव नहीं होता है। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में जिला मुख्यालय पर 24 घण्टे। तहसील मुख्यालय को 20 से 22 घण्टे और ग्रमीण क्षेत्र में 16 से 18 घण्टे विद्युत आपूर्ति का कार्य किया जा रहा है।

34 लाख परिवारों को घरौनी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज प्रदेश के अंदर हर एक तबके के लिए राज्य सरकार ने कार्य किए हैं। बेटियों के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के माध्यम से प्रदेश की 13 लाख बेटियों को उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के माध्यम से 2 लाख बेटियों का दहेज रहित विवाह कराया गया है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति को हमने कई गुना बढ़ाया है। श्रमिकों एवं निराश्रित बच्चों के लिए आधुनिक एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अटल आवासीय विद्यालय बनाने की कार्यवाही 18 मंडलों में युद्ध स्तर पर चल रही है। हमारा प्रयास की 2023 में इन विद्यालयों का सत्र प्रारम्भ हो जाए। यही नहीं प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत 34 लाख परिवारों को घरौनी दे चुके हैं। हमारी माताएं और बहनें आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बने इसके लिए 10 लाख महिला स्वयं सेवी समूहों से एक करोड़ से अधिक माताओं बहनों को इस अभियान से जोड़ा गया है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला अग्रणी राज्य
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला अग्रणी राज्य है। बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यवसायिक, तकनीकी शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करके अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किए हैं जो हमारे युवाओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के साथ जोड़ते हैं। उनके स्किल डेवलपमेंट के लिए कार्य करते हैं और उन्हें आर्थिक स्वालम्बन की ओर बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अपने नौजवानों के लिए वर्ल्ड रैंकिंग में जिन संस्थाओं का योगदान हो सकता है हम उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के नौजवानों को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने के लिए 2 करोड़ टैबलेट और स्मार्ट फोन दिया गया है। नये विश्विद्यालयों की स्थापना और खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 9 लाख पटरी व्यवसायी को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से जोड़ा गया है।

नगरीय विकास अर्थव्यवस्था का आधार
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नगरीय विकास किसी भी अर्थव्यवस्था का आधार बनता है। प्रधानमंत्री के स्मार्ट सिटी विजन को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने कन्वर्जन के माध्यम से इस दिशा में आगे बढ़ा है। प्रदेश के 17 नगर निगम स्मार्ट सिटी मिशन के साथ जुड़े हैं। जिनमें 10 पर केंद्र सरकार के सहयोग से और 7 पर राज्य सरकार अपने स्तर पर कार्य कर रही है। नीति आयोग के साथ मिलकर 100 नगर निकायों को आकांक्षात्मक नगर निकाय के तौर पर विकसित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में 100 आकांक्षात्मक विकास खंडों का चयन किया है। उनके समग्र विकास की वृहद कार्य योजना के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं।

भगवान श्री राम के धाम का विकास
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ये नया उत्तर प्रदेश है जो अपनी विरासत पर गर्व करता है। दिव्य और भव्य कुम्भ दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बना था। आज काशी विश्वनाथ धाम हम सबके सामने है। इसी तर्ज पर राज्य सरकार ने अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के धाम को विकसित करने की वृहद कार्ययोजना को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। ब्रज भूमि और नैमिषारण्य के समग्र विकास के कार्यक्रम को हम आगे बढ़ा रहे हैं। शुक तीर्थ, विंध्य धाम या फिर आजादी की लड़ाई में ऐतिहासिक भूमिका निभाने वाले बुंदेलखंड के किलों को संरक्षित करने के साथ पर्यटन के डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जा रहा है।

75 जनपदों में निःशुल्क डायलसिस की सुविधा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हम तेजी के साथ आगे बढ़ चुके हैं। संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए हम लोगों ने काला जार पर नियंत्रण पा लिया है। मलेरिया और दिमाग बुखार पर नियंत्रण की दिशा में राज्य सरकार तेजी से आगे बढ़ चुकी है। आने वाले समय में प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निःशुल्क डायलसिस की सुविधा डबल इंजन की सरकार देने जा रही है।

अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति की सभी जगह सराहना हो रही है। यह तब सम्भव हो पाया जब हम लोगों ने भर्ती की प्रक्रिया को ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाया। 1 लाख 54 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती, उनकी आधुनिक ट्रेनिंग और प्रदेश में पहली बार पुलिस और फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट की स्थापना की गई। इसका परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश के अंदर नजीर बनी हुई है। पेशेवर गुंडों और माफिया की 3 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया गया है।

विभूतियों को किया सम्मानित
स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी ने झंडा रोहण के साथ किया। उसके बाद उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद पद्म सम्मान से अलंकृत विभूतियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, क्रांतिकारियों और देश की सीमाओं की सुरक्षा में बलिदान हुए शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। फिर मार्च पास्ट निकाला गया, उसके ब्रज, पूर्वांचल, अवध और बुंदेलखंड से कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।

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HR:दो किलोवाट तक के उपभोक्ताओं के 75 प्रतिशत तक कम हुए बिल

हरियाणा में बिजली की दरों में बढ़ोतरी पर विपक्ष द्वारा किए जा रहे हंगामे के बीच ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने मोर्चा संभाल लिया है। उनका कहना है कि विपक्ष लोगों का गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। पिछले 10 वर्षों में भाजपा सरकार ने कभी भी बिजली दरों में इजाफा नहीं किया। इस अवधि में बिजली उत्पादन की लागत लगातार बढ़ी है। ऐसे में हरियाणा राज्य बिजली विनियामक आयोग ने दरों में मामूली इजाफा किया है। सोमवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में विज ने कहा कि भाजपा ने कभी भी मुफ्त बिजली देने का वादा नहीं किया। विपक्ष इस मामले में लोगों को भ्रमित कर रहा है। विपक्ष द्वारा किए जा रहे आंदोलन व प्रदर्शनों पर कटाक्ष करते हुए विज ने कहा – विपक्ष भाड़े के लोगों को लेकर प्रदर्शन करे। इससे हमें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि 2 किलोवाट तक लोड वाले घरेलू उपभोक्ताओं के मासिक बिल में 2014-15 के मुकाबले 49 से 75 प्रतिशत तक की कमी आई है। इसी तरह से कैटेगरी-।। के उपभोक्ताओं के बिलों में भी कमी दर्ज की है। विज ने साफतौर पर कहा कि प्रदेश में 94 लाभ उपभोक्ता कैटेगरी-। और कैटेगरी-।। में आते हैं। हरियाणा में घरेलू श्रेणी के लिए निश्चित शुल्क (फिक्स्ड चार्जेस) 0 रुपये से 75 रुपये प्रति किलोवाट तक और उच्चतम ऊर्जा स्लैब 7 रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट पर बनाए रखा है। पड़ोसी राज्यों में निश्चित शुल्क 110 रुपये प्रति किलोवाट तक और ऊर्जा शुल्क 8 रुपये प्रति यूनिट तक है। विज ने कहा कि संशोधित बिजली टैरिफ में सभी श्रेणियों के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए न्यूनतम मासिक शुल्क (एमएमसी) को समाप्त किया है। किसानों को 10 पैसे प्रति यूनिट बिजली आपूर्ति विज ने कहा कि कृषि उपभोक्ताओं को पहले की तरह केवल 10 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली आपूर्ति हो रही है। यह टैरिफ मीटर्ड वाले उपभोक्ताओं के लिए है और 15 रुपये प्रति हॉर्स पावर के हिसाब से मासिक फ्लेट रेट तय किया हुआ है। किसानों को दी जा रही सस्ती बिजली की एवज में सरकार की ओर से बिजली कंपनियों को सब्सिडी (अनुदान) दिया जाता है। मीटर वाले कनेक्शन के लिए एमएमसी को घटाकर 180 रुपये (15 बीएचपी तक) और 144 रुपये (15 बीएचपी से ऊपर) कर दिया है।

HR:13 साल बाद होंगे स्टेट गेम्स, एचओए ने बनाई सर्च कमेटी

हरियाणा के खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है। लगभग 13 वर्षों के बाद प्रदेश में ‘स्टेट गेम्स’ होंगे। हरियाणा ओलंपिक संघ ने ये खेल करवाने का निर्णय लिया है। स्टेट गेम्स इसी साल होंगे। इससे पहले 2012 में आखिरी बार स्टेट गेम्स हुए थे। हालांकि समय और जगह अभी तय नहीं की है। इसके लिए संघ ने सर्च कमेटी बनाने का निर्णय लिया है। वहीं फुटबाल खिलाड़ियों के लिए ट्रायल 2 व 3 जुलाई को पंचकूला स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम में होंगे। ट्रायल के लिए फुटबाल की एडहॉक कमेटी का गठन किया है। सोमवार को पंचकूला स्थित हरियाणा ओलंपिक संघ कार्यालय में हुई सालाना जनरल बॉडी और मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में ये निर्णय लिए गए। ओलंपिक संघ के अध्यक्ष जसविंद्र सिंह कप्तान (मीनू बेनीवाल) की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संघ के महासचिव व हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार भी मौजूद रहे। बैठक में खिलाड़ियों की समस्याओं, खेल परिसरों में सुधार सहित कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। साथ ही, यह तय किया गया कि मैनेजमेंट कमेटी (प्रबंधन समिति) की बैठक अब हर माह के पहले मंगलवार को होगी। बैठक में संघ कोषाध्यक्ष मनजीत सिंह, उपाध्यक्ष – मुकेश शर्मा विधायक, नीरज तंवर, सुनील मलिक, अनिल खत्री, जितेंद्र सिंह व राकेश सिंह तथा कार्यकारी सदस्य रोहित पुंडीर, सुरेखा व प्रिया मौजूद रहे। वहीं एजीएम में सभी 22 जिलों के ओलंपिक संघ सचिव, खेल विश्विविद्यालय, पुलिस खेल टीम, एचएसआईआईडीसी तथा बिजली निगमों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। फुटबाल के लिए बनाई गई एडहॉक कमेटी का अध्यक्ष नीरज तंवर को बनाया है। कमेटी में अनिल खत्री, रोहित पुंडीर, सुरेखा व प्रिया को बतौर सदस्य शामिल किया है। बैठक में संघ अध्यक्ष जसविंद्र सिंह कप्तान (मीनू बेनीवाल) ने कहा कि सभी फेडरेशन को खिलाड़ियों को तैयार करने पर विशेष फोकस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओलंपिक संघ 2036 के ओलंपिक खेलों की तैयारियों के हिसाब से काम कर रहा है। कैबिनेट मंत्री व महासचिव कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलों को लेकर काफी गंभीर हैं। उन्होंने सभी सांसदों को भी निर्देश दिए हुए हैं कि वे खेलों के साथ जुड़ें ताकि अच्छे खिलाड़ी तैयार किए जा सकें। उन्होंने कहा कि सभी खेल फेडरेशन का फर्ज बनता है कि वे अच्छे खिलाड़ी तैयार करें ताकि देश व प्रदेश का नाम रोशन हो।

HR:बजट घोषणाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में कहीं भी अनटैप्ड सीवरेज या औद्योगिक अपशिष्ट जल ड्रेन में प्रवाहित न हो, इसके लिए संबंधित विभागों द्वारा ऐसे सभी स्थानों की पहचान कर प्रभावी उपाय किए जाएं, ताकि गंदे पानी को ड्रेनों में गिरने से पूरी तरह रोका जा सके। प्रारंभिक चरण में अंबाला, कुरुक्षेत्र एवं यमुनानगर जिलों में इस दिशा में कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए आगामी तीन माह के भीतर इन जिलों में उल्लेखनीय सुधार किया जाए। मुख्यमंत्री यहां बजट घोषणाओं की प्रगति के बारे में बुलाई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बजट घोषणाओं में किए गए सभी वादों को समय पर पूरा किया जाए ताकि प्रदेशवासियों को जल्द से जल्द इनका लाभ मिल सके। अरावली क्षेत्र में बनने वाली जंगल सफारी की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां ऐसे जानवर रखें जाएं जो मानवता के लिए हानिकारक न हों। पर्यटन एवं विरासत विभाग की घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में तीज-त्योहार, मेले और उत्सवों पर जनभागीदारी बढ़ाने के लिए इस वर्ष बजट में 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पिंजौर के यादवेंद्र गार्डन की विरासत को संजोते हुए इसे और अधिक सुंदर बनाया जाए ताकि देशभर के पर्यटक यहां आकर आनंद ले सकें। बैठक में बताया गया कि केंद्र सरकार ने यादवेंद्र गार्डन और टिक्करताल, मोरनी के पुनर्विकास के लिए 90 करोड़ से अधिक की राशि मंजूर की है। इस अवसर पर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।  

Haryana STF की सर्जिकल स्ट्राइक : 6 माह में 58 इनामी अपराधी, 101 गैंगस्टर और 178 जघन्य आरोपी गिरफ्तार

हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 2025 के पहले छह महीनों के दौरान संगठित अपराध के विरुद्ध कई महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। जनवरी से जून तक की अवधि में एसटीएफ ने 58 इनामी बदमाशों, 101 गैंगस्टरों या उनके सहयोगियों और 178 जघन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये आंकड़े एसटीएफ की योजनाबद्ध कार्रवाई और खुफिया समन्वय को दर्शाते हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर के अनुसार, एसटीएफ ने इस दौरान राज्य और अंतरराज्यीय गैंग नेटवर्क को निशाना बनाकर कार्रवाई की है। उनका कहना है कि तकनीक, विश्लेषण और त्वरित एक्शन के समन्वय से अपराधियों के खिलाफ प्रभावी परिणाम सामने आए हैं। 2024 की तुलना में रणनीतिक पकड़ में सुधार 2024 की इसी अवधि की तुलना में 2025 में गैंगस्टरों की गिरफ्तारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2024 में जहां 29 गैंगस्टर पकड़े गए थे, वहीं 2025 में यह संख्या 101 रही। हालांकि, जघन्य अपराधों में गिरफ्तारियों की संख्या घटकर इस वर्ष 178 रही, जो पिछले वर्ष 227 थी। इनामी बदमाशों की संख्या भी 2024 में 100 थी, जबकि इस वर्ष 58 दर्ज की गई। अंतरराष्ट्रीय अपराधियों पर निगरानी एसटीएफ मुख्यालय में गठित RCN-LOC सेल ने केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से 10 अंतरराष्ट्रीय भगोड़ों का प्रत्यर्पण या निर्वासन सुनिश्चित किया है। यह कार्रवाई इंटरपोल नोटिस, लुकआउट सर्कुलर, पासपोर्ट निरस्तीकरण और अस्थायी गिरफ्तारी अनुरोधों के माध्यम से की गई। साइबर अपराध के मोर्चे पर सक्रियता एसटीएफ ने तकनीक-आधारित अपराधों से निपटने के लिए अपने अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया है। इसमें डार्क वेब विश्लेषण, सर्विलांस तकनीक और साइबर संकेतकों की पहचान जैसे विषय शामिल हैं। डीआरडीओ की संस्था CAIR से प्राप्त उपकरणों और प्रशिक्षण की मदद से टीम की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। संरचना और संसाधनों को मिली मजबूती पिछले दो वर्षों में एसटीएफ की संरचना को सुदृढ़ किया गया है। बल की संख्या में वृद्धि की गई है। दो नई इकाइयों की स्थापना हुई है। एक विश्लेषणात्मक विंग और एक वित्तीय खुफिया इकाई (FIU) भी जोड़ी गई है। इसके अतिरिक्त, फील्ड यूनिटों को अत्याधुनिक हथियार, बुलेटप्रूफ जैकेट और विशेष वाहनों से लैस किया गया है। साथ ही, ईगल (EAGLE) और DMS जैसे डेटा विश्लेषण सॉफ्टवेयर की सहायता से अपराधियों की निगरानी और ट्रैकिंग अब और अधिक सटीक हो गई है। एसटीएफ देश के लिए मॉडल बनेगी : डीजीपी डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि एसटीएफ हरियाणा में संगठित अपराध के खिलाफ राज्य की प्रतिबद्धता का मजबूत उदाहरण बन चुकी है। उन्होंने कहा कि एसटीएफ ने न केवल अपराधियों की गिरफ्तारी की है, बल्कि गैंग नेटवर्क को रणनीतिक रूप से कमजोर किया है। तकनीक, विश्लेषण और त्वरित कार्रवाई के संयोजन ने एसटीएफ को बेहद असरदार बनाया है। उन्होंने बताया कि टीम को आधुनिक संसाधनों और साइबर प्रशिक्षण से लैस किया जा रहा है ताकि भविष्य में और बेहतर परिणाम सामने आएं। डीजीपी के अनुसार, “एसटीएफ अब केवल एक ऑपरेशन यूनिट नहीं, बल्कि एक विश्लेषण आधारित रणनीतिक बल के रूप में काम कर रही है। हमारा लक्ष्य है कि इसे देशभर में संगठित अपराध से निपटने के लिए मॉडल यूनिट के रूप में स्थापित किया जाए।”  

HR:विधायक और रेसलर विनेश फोगाट बनीं मां, दिल्ली में बेटे को दिया जन्म

ओलंपिक में देश का नाम रोशन करने वाली अंतरराष्ट्रीय पहलवान और जुलाना से कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट मां बन गई हैं। मंगलवार सुबह 9 बजे दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उन्होंने बेटे को जन्म दिया। ऑपरेशन के जरिए डिलीवरी हुई और जच्चा-बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। विनेश को सोमवार शाम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके ससुर राजपाल राठी ने बताया कि डॉक्टर्स ने बच्चा सही से ग्रोथ न कर पाने और बॉडी टाइट होने के चलते ऑपरेशन का निर्णय लिया। विनेश ने 6 मार्च 2025 को अपने मां बनने की खुशी सोशल मीडिया पर साझा की थी। उन्होंने पति सोमबीर राठी के साथ फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था — ‘ऑवर लव स्टोरी कंटिन्यूज़ विद न्यू चैप्टर…’ साथ में एक नन्हे बेबी के फुटप्रिंट और लव इमोजी भी जोड़े गए थे।

PB:विधायक का महिलाओं ने किया विरोध

संगरूर के बालद कोठी में पहुंची हलका विधायक नरिंदर कौर भराज को आज वहां मौजूद महिलाओं के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा और महिलाओं ने विधायक से सवाल पूछने शुरू कर दिए। वहां मौजूद महिलाएं भड़क उठीं और उन्होंने वहां फैली गंदगी के बारे में बीबा भराज से सवाल किए। इसी दौरान जब विधायक बिना जवाब दिए जाने लगीं तो उक्त महिलाओं ने उन्हें रोककर सवाल पूछे। विधायक ने उन्हें चुप कराने का प्रयास किया, लेकिन वह बालद कोठी के हालातों से अवगत कराते हुए विधायक के सामने ही बड़े गुस्से के साथ ऊंची आवाज में बोलने लगीं। इस दौरान वहां मौजूद नेताओं ने महिलाओं को शांत करने का प्रयास किया। यहां उल्लेखनीय है कि इस कोठी के हालात पिछले काफी समय से बद से बदतर होते जा रहे थे और यहां रहने वाले लोग गंदगी में रहने को मजबूर थे। अपने बचाव के लिए विधायक ने कहा कि बालद कैंचियां में गंदे पानी की समस्या से लोगों को राहत मिलेगी, क्योंकि नगर कौंसिल भवानीगढ़ ने इन कैंचियों के नजदीक घरों के इस्तेमाल किए गए पानी को शहर के सीवरेज से जोड़ने के लिए करीब 65 लाख रुपए का एस्टीमेट पास किया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस एस्टीमेट को मंजूरी मिलते ही अगली कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इस रिहायशी इलाके का सीवरेज सड़कों पर आ जाता है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।