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May 31, 2023

पहलवानों के समर्थन में उतरा संयुक्त किसान मोर्चा, 1 और 5 जून को देशव्यापी आंदोलन का ऐलान

नई दिल्ली | मोदी सरकार की भारतीय महिला पहलवानों के प्रति क्रूरता के प्रकाश में, जिसने उन्हें गंगा नदी में अपने पदक विसर्जित करने के लिए हरिद्वार जाने (और आग्रह करने के बाद कार्रवाई के लिए सरकार को पांच दिन देने) को मजबूर किया, एसकेएम ने आज सुबह अपनी विस्तारित समन्वय समिति की तत्काल बैठक की। मोर्चा ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ प्रदर्शनरत पहलवानों के प्रति सरकार की उदासीनता, और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह को बचाने की कोशिश को संज्ञान में लिया। मोर्चा ने प्रदर्शनरत पहलवानों के समर्थन में, 1 जून और 5 जून को देशव्यापी आंदोलन के लिए आह्वान के बाद आगे की कार्रवाई पर चर्चा की। मोर्चा ने 1 जून और 5 जून के विरोध कार्यक्रम को योजनानुसार जारी रखने का घोषणा किया, और अपने सभी घटक संगठनों को इसके प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किया। पहलवानों को जंतर-मंतर पर अपना विरोध जारी रखने और सांसद बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध करते हुए, कल डीएम/एसडीएम द्वारा राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। एसकेएम का एक प्रतिनिधिमंडल पहलवानों से मिलने जाएगा और पारस्परिक रूप से समन्वित कार्ययोजना बनाने के बारे में चर्चा करेगा। नई दिल्ली में पहलवानों के विरोध को फिर से शुरू करने के लिए दिल्ली पुलिस के साथ बातचीत भी किया जाएगा। एसकेएम प्रतिनिधि 8 जून 2023 को नई दिल्ली में श्रमिकों, महिलाओं, युवाओं, छात्रों और समाज के अन्य वर्गों के साथ एक बैठक आयोजित करने के बारे में पहलवानों के साथ चर्चा करेंगे। एसकेएम की आम सभा की बैठक 7 जून 2023 को नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी। एसकेएम अन्य प्लेटफार्मों के साथ पहलवानों को सक्रिय समर्थन देना जारी रखेगा।

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जालौन के एक गांव के दरोगा का बेटा बना यूपी पुलिस चीफ, गांव में जश्न का माहौल

जालौन । उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड के जालौन जिले के एक दरोगा का बेटा आज यूपी पुलिस का चीफ बन गया है। जालौन के सतोह गांव निवासी विजय कुमार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नया कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया है। 1988 बैच के आईपीएस विजय कुमार इस वक्त डीजी सीबीआईडी के पद पर काम कर रहे थे। आरके विश्वकर्मा के रिटायर होने के बाद विजय कुमार की ताजपोशी की गयी है। विजय कुमार के यूपी पुलिस चीफ की कुर्सी पर बैठने के बाद उनके पैतृक गांव सतोह में जश्न है। उनका परिवार इसी गांव में रहकर अपने जीवन की तरक्की के रास्ते को तय करके यहां तक पहुंचा है। विजय कुमार के पिता रामप्रसाद उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा थे, उस वक्त उन्हें क्या पता था कि एक दिन उनका बेटा विजय उसी फोर्स का नेतृत्व करेगा जिसकी सेवा उन्होंने की। विजय कुमार के पिता रामप्साद कानपुर में पुलिस इंस्पेक्टर भी रहे थे।

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अधिकारियों को मुख्यमंत्री का निर्देश, 15 जून तक पूरी कर लें बाढ़ प्रबंधन की तैयारियां

● मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बुधवार को आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रबंधन और जन-जीवन की सुरक्षा के दृष्टिगत जारी तैयारियों की समीक्षा की और व्यापक जनहित में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। विशेष बैठक में बाढ़ की दृष्टि से अतिसंवेदनशील/संवेदनशील जिलों के जिलाधिकारियों ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहभगिता की और अपनी तैयारियों से मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया। ● प्रदेश में व्यापक जन-धन हानि के लिए दशकों तक कारक रही बाढ़ की समस्या के स्थायी निदान के लिए विगत 06 वर्षों में किए गए सुनियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं। बाढ़ की दृष्टि से अति संवेदनशील जिलों की संख्या में अभूतपूर्व कमी आई है। विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार हमने आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग कर बाढ़ से खतरे को न्यूनतम करने में सफलता पाई है। बाढ़ से जन-जीवन की सुरक्षा के लिए अंतरविभागीय समन्वय से अच्छा कार्य हुआ है। इस वर्ष भी बेहतर समन्वय, क्विक एक्शन और बेहतर प्रबन्धन से बाढ़ की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कराई जाए। ● जन-धन की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए 2017-18 से अब तक 982 बाढ़ परियोजनाएं पूरी की गईं। इसमें 282 परियोजनाएं अकेले वर्ष 2022-23 में पूरी की गई हैं। वर्तमान में 265 नई परियोजनाएं, 07 ड्रेजिंग संबंधी परियोजना और पूर्व से संचालित 140 परियोजनाओं सहित कुल 412 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। यह सुखद है कि इनका 50% कार्य पूरा हो गया है। अवशेष कार्य नियत समय के भीतर पूरा करा लिया जाए। ● प्रदेश में बाढ़ की दृष्टि से 24 जनपद अति संवेदनशील श्रेणी में हैं। इसमें महाराजगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, बिजनौर, सिद्धार्थनगर, गाजीपुर, गोण्डा, बलिया, देवरिया, सीतापुर, बलरामपुर, अयोध्या, मऊ, फर्रुखाबाद, श्रावस्ती, बदायूं, अम्बेडकर नगर, आजमगढ़, संतकबीर नगर, पीलीभीत और बाराबंकी शामिल हैं। जबकि सहारनपुर, शामली, अलीगढ़, बरेली, हमीरपुर, गौतमबुद्ध नगर, रामपुर, प्रयागराज, बुलन्दशहर, मुरादाबाद, हरदोई, वाराणसी, उन्नाव, लखनऊ, शाहजहांपुर और कासगंज संवेदनशील प्रकृति के हैं। ● अति संवेदनशील और संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ की आपात स्थिति हेतु पर्याप्त रिजर्व स्टॉक का एकत्रीकरण कर लिया जाए। इन स्थलों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था एवं आवश्यक उपकरणों का भी प्रबन्ध होना चाहिए। सभी 780 बाढ़ सुरक्षा समितियाँ एक्टिव मोड में रहें। अति संवेदनशील तथा संवेदनशील तटबंधों का जिलाधिकारी स्वयं निरीक्षण कर लें। ● भारतीय मौसम विभाग, केंद्रीय जल आयोग, केंद्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन, गृह, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सिंचाई एवं जल संसाधन, खाद्य एवं रसद, राजस्व एवं राहत, पशुपालन, कृषि, राज्य आपदा प्रबन्धन, रिमोट सेन्सिंग प्राधिकरण के बीच बेहतर तालमेल हो। केंद्रीय एजेंसियों/विभागों से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें। यहां से प्राप्त आंकलन/अनुमान रिपोर्ट समय से फील्ड में तैनात अधिकारियों को उपलब्ध कराया जाए। भारत सरकार की एजेंसियों की मदद से आकाशीय बिजली के सटीक पूर्वानुमान की बेहतर प्रणाली के विकास के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। ● प्रदेश में बाढ़ से सुरक्षा के लिए विभिन्न नदियों पर 3869 किमी लंबाई वाले 523 तटबंध निर्मित हैं। बाढ़ की आशंका को देखते हुए सभी तटबंधों की सतत निगरानी की जाए। राज्य स्तर और जिला स्तर पर बाढ़ राहत कंट्रोल रूप 24×7 एक्टिव मोड में रहें। ● बाढ़ के प्रति अतिसंवेदनशील तटबन्धों जैसे गोरखपुर में राप्ती नदी पर निर्मित बढ़या-कोठा तटबंध, गाहासाड़-कोलिया एवं बोक्टा-बरवार तटबंध, जनपद बलिया में गंगा नदी पर दूबे छपरा-टेंगरही तटबंध एवं सरयू नदी पर निर्मित तुर्तीपार-श्रीनगर तटबंध, कुशीनगर में बड़ी गंडक नदी पर एपी तटबंध एवं अमवाखास तटबंध, देवरिया ने गोर्रा नदी पर पाण्डेयमाझा-जोगिया तटबंध, गोण्डा में सरयू नदी पर निर्मित सकरौर-भिखारीपुर तटबंध एवं एल्गिन ब्रिज-चरसरी तटबंध, जनपद बहराइच में सरयू नदी पर निर्मित बेल्हा-बेहरौली तटबंध एवं रेवली आदमपुर तटबंध, जनपद बस्ती में सरयू नदी पर निर्मित कटरिया- चांदपुर तटबंध एवं कलवारी – रामपुर तटबंध, बाराबंकी में सरयू नदी पर निर्मित अलीनगर-रानीमऊ तटबंध, , बलरामपुर में राप्ती नदी पर निर्मित बलरामपुर- भड़रिया एवं राजघाट तटबंध, बस्ती में कटरिया-चांदपुर तटबंध, चांदपुर-गोरा तटबंध, कलवारी-रामपुर तटबंध, विक्रमजोत-घुसवा तटबंध एवं काशीपुर-दुबौलिया तटबंध, बाराबंकी में सरयू नदी पर अलीनगर-रानीमऊ तटबंध और रामपुर में कोसी नदी पर लालपुर रुहेला तटबंध पर मरम्मत के समस्त कार्य पूर्ण करा लिए जाएं। ● हमें बाढ़ के साथ-साथ जलभराव के लिए भी ठोस प्रयास करना होगा। जिलाधिकारीगण स्वयं रुचि लेकर जलभराव से बचाव के लिए व्यवस्था की देखरेख करें। प्रत्येक दशा में 30 जून तक नालों आदि की सफाई का कार्य पूर्ण करा ली जाए। ● यह अत्यंत आवश्यक है कि अपराधी/माफिया प्रवृत्ति/खराब छवि के लोग सिंचाई विभाग की परियोजनाओं की ठेकेदारी में कतई न प्रवेश करने पाएं। ठेकेदार तय करते समय सूक्ष्मता से इसकी पड़ताल कर इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यदि ऐसा होता हुआ पाया गया और उसमें किसी शासकीय अधिकारी/कर्मचारी की संलिप्तता मिली तो उस के खिलाफ भी मिलीभगत का दोषी मानकर कार्यवाही की जाएगी। ●अतिसंवेदनशील और संवेदनशील प्रकृति वाले जिलों में जिलाधिकारीगण, क्षेत्रीय सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर, नगरीय निकाय के चेयरमैन/अध्यक्ष की उपस्थिति में बाढ़ पूर्व हो रही तैयारियों की समीक्षा करें। यह कार्य जून के पहले सप्ताह में कर लिया जाए। ● उत्तर प्रदेश पुलिस रेडियो मुख्यालय द्वारा बाढ़ से प्रभावित जनपदों में 113 बेतार केंद्र अधिष्ठापित किए गए हैं। पूरे मॉनसून अवधि में यह केंद्र हर समय एक्टिव रहे। ● आपदा प्रबंधन के लिए जिलों की अपनी कार्ययोजना होनी चाहिए। एनडीआरएफ/एसडीआरएफ के सहयोग से युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए। जिलाधिकारीगण संवेदनशील स्थलों का भौतिक निरीक्षण जनप्रतिनिधियों के साथ जरूर करें। ● समस्त अतिसंवेदनशील तटबंधों पर नामित प्रभारी अधिकारी 24×7 अलर्ट मोड में रहें। तटबन्धों पर क्षेत्रीय अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा लगातार निरीक्षण एवं सतत् निगरानी की जाती रहे। बारिश के शुरुआती दिनों में रैटहोल/रेनकट की स्थिति पर नजर रखें। ● बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए। नदियों के जलस्तर की सतत मॉनीटरिंग की जाए। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24×7 एक्टिव मोड में रहें। आपदा प्रबंधन मित्र, सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों की आवश्यकतानुसार सहायता ली जानी चाहिए। इन्हें विधिवत प्रशिक्षण भी दिया जाए। ● नौकाएं, राहत सामग्री आदि के प्रबंध समय से कर लें। बाढ़/अतिवृष्टि से पर प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में देर न हो। प्रभावित परिवारों को हर जरूरी मदद तत्काल उपलब्ध कराई जाए। नौका बड़ी हो। छोटी नौका/डोंगी का प्रयोग कतई न हो। नौका पर सवार

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खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स रोइंग प्रतियोगिता का समापन

गोरखपुर, 31 मई | खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तहत गोरखपुर के रामगढ़ताल में आयोजित रोइंग प्रतियोगिता अभूतपूर्व यादों को समेटे बुधवार को समाप्त हो गई। आखिरी दिन 500 मीटर की दूरी के फाइनल मुकाबलों के 15 इवेंट्स में पदकों के लिए रोवर में जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। पांच दिन तक चली रोइंग प्रतियोगिता में पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) चंडीगढ़ के खिलाड़ियों ने रामगढ़ताल में बल्ले-बल्ले सा नजारा पेश करते हुए महिला व पुरुष दोनों वर्गों में ओवरऑल चैंपियन का खिताब जीत किया। दोनों वर्गों में पीयू ने 12 स्वर्ण जीते। पुरुष वर्ग में ओवरऑल पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला फर्स्ट रनर अप और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली सेकेंड रनर अप बनी। जबकि महिला वर्ग में ओवरऑल फर्स्ट रनर अप का पुरस्कार यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास और सेकेंड रनर अप का पुरस्कार केरला यूनिवर्सिटी को मिला। बुधवार को रोइंग प्रतियोगिता के अंतिम दिन 500 मीटर दूरी की रोइंग में पुरुष वर्ग में सिंगल स्कल का स्वर्ण पदक चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली के हरविंदर सिंह चीमा, लाइटवेट सिंगल स्कल का स्वर्ण इसी यूनिवर्सिटी के मलक सिंह ने जीता। जबकि महिला सिंगल स्कल में यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता की श्वेता ब्रह्मचारी और लाइटवेट सिंगल स्कल में ओस्मानिया यूनिवर्सिटी की बी. हेमलथा ने फाइनल जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद प्रदेश सरकार के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव, विशिष्ट अतिथि अपर मुख्य सचिव खेल एवं युवा कल्याण डॉ नवनीत सहगल, कमिश्नर गोरखपुर रवि कुमार एनजी, सीडीओ संजय मीना, एडीएम सिटी विनीत सिंह, रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (आरएफआई) की अध्यक्ष एवं भारतीय ओलंपिक संघ की उपाध्यक्ष श्रीमती राजलक्ष्मी सिंह देव, रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव एमवी श्रीराम, आरएफआई के पूर्व अध्यक्ष कर्नल सीपी सिंह देव, स्पर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के डिप्टी डायरेक्टर अतुल सिंह, लीगल एडवाइजर गीतांजलि शर्मा, यूपी रोइंग एसोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा, हरीश शर्मा, संजीव श्रीवास्तव, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर, आल इंडिया यूनिवर्सिटी के राजीव सोबती, एसएम भट्ट, नवाबुद्दीन अहमद, क्रीड़ा भारती के आशीष जायसवाल, अविरल शर्मा आदि ने पदक पहनाकर एवं शुभंकर भेंटकर पुरस्कृत किया। ओवरऑल चैंपियन का पुरस्कार खेल मंत्री व अपर मुख्य सचिव खेल ने प्रदान किया। 500 मीटर दूरी रोइंग के अंतिम परिणाम पुरुष वर्ग सिंगल स्कल स्वर्ण पदक चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली के हरविंदर सिंह चीमा,रजत पदक सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी के डी. नीलेश, कांस्य पदक लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के सुमित राठी। लाइटवेट सिंगल स्कल स्वर्ण पदक चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली के मलक सिंह, रजत पदक लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के गोविंद सिंह राजपूत, कांस्य पदक एलएन मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा दीपांशु कुमार सिंह। डबल कॉक्सलेस पेयर स्वर्ण पदक पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के किशन पांडेय व रवि बेदवाल, रजत पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के सुखदीप सिंह व आदित्य सिंह, कांस्य पदक गुरु नानकदेव यूनिवर्सिटी के अजय व सोयल। डबल स्कल स्वर्ण पदक पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के करनवीर सिंह व शोभित पांडेय, रजत पदक यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास के अरुण व गौतम, कांस्य पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के विजय व लोकेश। क्वाड्रपल (मेन 4) स्वर्ण पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, रजत पदक पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला, कांस्य पदक चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली। क्वाड्रपल स्कल स्वर्ण पदक पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला, रजत पदक गुरु नानकदेव यूनिवर्सिटी, कांस्य पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़। लाइटवेट डबल स्कल स्वर्ण पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के रविंदर व दिनेश कुमार, रजत पदक कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के राहुल व अजय, कांस्य पदक केरला यूनिवर्सिटी के अरुण व आदिनाथ। लाइटवेट क्वाड्रपल स्वर्ण पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, रजत पदक कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, कांस्य पदक पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला। महिला वर्ग सिंगल स्कल स्वर्ण पदक यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता की श्वेता ब्रह्मचारी,रजत पदक पीईएसस यूनिवर्सिटी बैंगलोर की मनसा एसएम, कांस्य पदक पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की अमनदीप कौर। डबल स्कल स्वर्ण पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की खुशप्रीत कौर व दिलजोत कौर, रजत पदक केआईआईटी यूनिवर्सिटी की औपरित कौर व अविनाश कौर, कांस्य पदक सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी की टी. पूनम व सी. कस्तूरी। डबल कॉक्सलेस पेयर स्वर्ण पदक यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास की फती सिउबा व भगवती, रजत पदक केरला यूनिवर्सिटी की देवप्रिया व अरुंधति, कांस्य पदक सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी की सी. भाग्यश्री व बी. कोमल। क्वाड्रपल (वुमेन 4) स्वर्ण पदक केरला यूनिवर्सिटी, रजत पदक यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास, कांस्य पदक सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी। लाइटवेट सिंगल स्कल स्वर्ण पदक ओस्मानिया यूनिवर्सिटी की बी. हेमलथा,रजत पदक सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी की बी. अनीता, कांस्य पदक एसआरएम यूनिवर्सिटी की तमिल सेल्वी। लाइटवेट डबल स्कल स्वर्ण पदक गुरु नानकदेव यूनिवर्सिटी की ज्योति व विंध्या, रजत पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की गुरबानी कौर व पूनम, कांस्य पदक सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी की पी. काजल व एम. श्वेता।। क्वाड्रपल स्कल स्वर्ण पदक पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, गुरु नानकदेव यूनिवर्सिटी, कांस्य पदक सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी। शानदार है रामगढ़ताल, आयोजन भी बेहतरीन विजेताओं के साथ सभी प्रतिभागियों ने रोइंग के लिए रामगढ़ताल को शानदार स्थान बताया और आयोजन को लेकर अभूतपूर्व इंतजामों की खुलकर तारीफ की।

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Gyanvapi Case: ज्ञानवापी केस में मुस्मिल पक्ष को झटका, याचिका ख़ारिज

यह आदेश न्यायमूर्ति जे जे मुनीर ने अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी वाराणसी की तरफ से दाखिल पुनरीक्षण याचिका खारिज कर दिया है। प्रयागराज | वाराणसी का ज्ञानवापी मस्जिद-आदि विश्वेश्वर मंदिर विवाद आज नया मोड़ आया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस जेजे मुनीर आज ज्ञानवापी मस्जिद के लिए मुस्लिम पक्ष के द्वारा दायर की गई याचिका को ख़ारिज कर दिया है। मजिस्ट्रेट ने दोपहर में लंच के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच फैसला सुना दिया है। इस मामले में ज्ञानवापी मस्जिद का केस लड़ रही अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी ने हाईकोर्ट में याचिका दी थी। इस याचिका में वाराणसी के जिला जज की अदालत के फैसले को चुनौती दी गई थी। इसी पर हाईकोर्ट ने सुनवाई कर फैसला सुरक्षित किया था। मगर आज हाईकोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाया है। शृंगार गौरी केस में राखी सिंह और 9 अन्य हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ताओं ने वाराणसी में जिला जज की अदालत में वाद दाखिल किया था। अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी ने इस पर आपत्ति जताई थी। जिसे जिला जज के कोर्ट ने रद्द कर दिया था। जिसके बाद मस्जिद कमेटी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का रुख किया था। मस्जिद कमेटी ने पिछले साल 12 सितंबर को जिला जज के कोर्ट से हुए फैसले को रद्द करने की मांग इलाहाबाद हाईकोर्ट से की है। मुस्लिम पक्ष ने दलील दी है कि 1991 के प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट और 1995 के सेंट्रल वक्फ एक्ट के तहत हिंदू पक्ष का वाद सही नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद का मसला सुलझाने के लिए वाराणसी के जिला जज को केस सुनने का जिम्मा दिया है। इससे पहले केस सिविल जज सीनियर डिविजन के यहां चल रहा था। सिविल जज सीनियर डिविजन ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का कमिश्नर सर्वे कराया था। जिसमें वजूखाने में शिवलिंग जैसी आकृति मिली थी। इसके अलावा मंदिर के अन्य सबूत भी होने का दावा किया गया था। जिसको मस्जिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जिसके बाद केस वाराणसी के जिला जज को ट्रांसफर किया गया था।

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भू-माफिया हो गए भाजपा के नेता, तालाब तक नहीं छोड़े

मैनपुरी | समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को मैनपुरी में पत्रकारों से बातचीत में बड़ा खुलासा किया। अखिलेश ने पूरी यकीन के साथ कहा कि उत्तर प्रदेश में जमीनों पर कब्जे भाजपा के नेता कर रहे हैं। तालाबों तक को नहीं छोड़ा गया है। इसके प्रमाण अगर चाहिए तो मैनपुरी, आगरा और अयोध्या जिले के रजिस्ट्री दफ्तर से रजिस्ट्री की सूची निकालिए, पता चल जाएगा कि किस पार्टी के नेताओं ने सबसे ज्यादा जमीनों की रजिस्ट्री कराई है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भाजपा के भू-माफिया के निर्माण और कब्जे गिराने के लिए बुलडोजर नहीं लेकर जाते हैं। अधिकारी भी मिले हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पूरे उत्तर प्रदेश का यही हाल है, भाजपा के लोग जमीनों पर कब्जे कर रहे हैं।

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US में स्पीच के दौरान राहुल गाँधी ने साधा मोदी जी पर निशाना, कहा ” वे भगवान् को भी ज्ञान दे सकते हैं “

नई दिल्ली | अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस को निशाना बनाया। अमेरिका के सैन फ़्रांसिस्को में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में लोगों को एक ग्रुप ऐसा है, जिसे लगता है कि वे हर चीज़ जानते हैं। राहुल गांधी 10 दिनों की अमेरिका यात्रा पर हैं। सैन फ़्रांसिक्को के बाद वे वॉशिंगटन डीसी और फिर न्यूयॉर्क जाएँगे। संबोधन के दौरान सिख्स फ़ॉर जस्टिस (एसजेएफ़) से जुड़े कुछ लोगों ने खालिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी की और खालिस्तान का झंडा भी दिखाया. इंदिरा गांधी को लेकर भी नारेबाज़ी की गई। एसजेएफ़ का कहना है कि वो राहुल गांधी की हर सभा में जाएँगे और जब पीएम मोदी अमेरिका आएँगे, तो भी ऐसा ही करेंगे। कुछ समय के लिए राहुल गांधी को अपना भाषण रोकना पड़ा। हालाँकि इसके बाद उन्होंने अपनी पुरानी बात दोहराई नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान। राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा – “ऐसे लोग भगवान के साथ बैठ कर उन्हें भी समझता सकते हैं. ऐसे लोगों में एक पीएम नरेंद्र मोदी भी हैं. मुझे लगता है कि अगर आप मोदीजी को भगवान के बगल में बिठा दें, तो मोदी जी भगवान को ये समझाने लगेंगे कि ये ब्रह्मांड कैसे काम करता है. और भगवान भी भ्रमित हो जाएँगे कि मैंने क्या बनाया है. ये मज़ेदार बातें हैं लेकिन यही हो रहा है.” राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लोगों का एक ग्रुप ऐसा है, जिन्हें लगता है कि वे सब चीज़ें जानते हैं। https://twitter.com/SupriyaShrinate/status/1663795877046263808?s=20 उन्होंने कहा – “ये लोग वैज्ञानिकों को विज्ञान समझा सकते हैं, इतिहासकारों को इतिहास समझा सकते हैं और सेना को हथियारों के बारे में समझा सकते हैं. लेकिन दरअसल वे कुछ भी नहीं समझते. क्योंकि जीवन में आप कुछ भी नहीं समझ सकते, अगर आप सुनने को तैयार नहीं हो.” भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत ने किसी विचार को ख़ारिज नहीं किया है। https://twitter.com/AskAnshul/status/1663787682026393600?s=20 कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि BJP में सवालों की जगह नहीं – “ये यही भारत है, जिसका आप प्रतिनिधित्व करते हो. अगर आप इन मूल्यों से सहमत नहीं रहते, तो आप यहाँ नहीं होते. अगर आप ग़ुस्सा, नफ़रत और घमंड में भरोसा करते, तो आप बीजेपी की एक मीटिंग में बैठे होते और मैं ‘मन की बात’ कर रहा होता.” राहुल गांधी ने ये भी कहा कि बीजेपी में सवालों की जगह नहीं, वहाँ सिर्फ़ जवाब होते हैं। कुछ महीने पहले राहुल गांधी की ब्रिटेन यात्रा को लेकर भारत में काफ़ी बवाल हुआ था। बीजेपी ने उन पर ये आरोप लगाया था कि वे विदेशी ज़मीन पर भारतीय लोकतंत्र का अपमान किया था। हालाँकि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने इसका खंडन किया था। उस समय राहुल गांधी कांग्रेस के सांसद थे। अब वे सांसद नहीं हैं। क्योंकि आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें दो साल की सज़ा सुनाई गई है। जिसके बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता ख़त्म कर दी गई थी। राहुल गांधी ने इस फ़ैसले को अदालत में चुनौती दी और ये मामला अदालत के विचाराधीन है। राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे। उनकी सदस्यता जाने के बावजूद भी अभी ये सीट ख़ाली है। राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का भी ज़िक्र किया और आरोप लगाया कि इसे रोकने की काफ़ी कोशिश की गई। राहुल गांधी ने कहा – “सरकार ने भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए अपनी पूरी ताक़त लगा दी. बीजेपी लोगों को डरा रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. लेकिन कुछ भी काम नहीं आया और यात्रा का प्रभाव और बढ़ गया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारत जोड़ो का विचार सबके दिल में हैं.” BJP और RSS पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा इसलिए शुरू हुई क्योंकि लोगों को जोड़ने के लिए जिन चीज़ों की आवश्यकता होती है, उन सबका नियंत्रण बीजेपी और आरएसएस कर रही हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और इसका समापन 30 जनवरी को श्रीनगर में हुआ था। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने तीन हज़ार किलोमीटर से ज़्यादा की दूरी तय की। सैन फ़्रांसिस्को में राहुल गांधी ने जातीय जनगणना को लेकर अपनी पार्टी की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि ये समाज के एक्सरे की तरह होगा और इससे जाति के आधार पर भेदभाव का स्तर सामने आएगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस संविधान पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि वे देश को जाति और धर्म के आधार पर बाँटने की कोशिश कर रहे हैं। https://twitter.com/INCIndia/status/1663774622679203841?s=20 उन्होंने कहा – ग़रीब और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग आज असहाय महसूस कर रहे हैं। भारतीय एक-दूसरे से नफ़रत करने में भरोसा नहीं करते. लेकिन लोगों का एक छोटा ग्रुप, जो सिस्टम को नियंत्रित करता है और मीडिया नफ़रत की आग को भड़का रहा है। राहुल गांधी ने ये भी कहा कि मोदी और उनकी सरकार बेरोज़गारी, बढ़ती क़ीमत, नाराज़गी और नफ़रत का प्रसार और गिरती शिक्षा व्यवस्था को रोक नहीं पा रही है। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा- क्या आप इससे ख़ुश नहीं है कि मैं झुक नहीं रहा हूँ।

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JUNE के महीने में ये फिल्में आएंगी बड़े परदे पर नज़र

मुंबई, महाराष्ट्र | June 2023 Film Release: जून 2023 में कई बड़ी बजट वाली बॉलीवुड फिल्में रिलीज होने के लिए तैयार है. जिसमें अजय देवगन, प्रभास, कियारा आडवाणी, सारा अली खान और विक्की कौशल की फिल्में शामिल है. 2 जून को जहां सारा अली खान और विक्की कौशल की फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ रिलीज होगी. वहीं 16 जून को साउथ एक्टर प्रभास की फिल्म ‘आदिपुरुष’ दस्तक देगी. तो आइये जानते हैं कि जून में कौन से स्टार की कौन सी बॉलीवुड फिल्म रिलीज होने जा रही है. ‘जरा हटके जरा बचके (Zara Hatke Zara Bachke) बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान और विक्की कौशल की फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ जून महीने में रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है. दरअसल, ये फिल्म 2 जून, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी. बता दें कि सारा-विक्की की जोड़ी को पहली बार फैंस स्क्रीन पर देखेंगे. लक्ष्मण उतेरकर के निर्देशन में बनी ये फिल्म बॉलीवुड कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है. वहीं इस फिल्म में विक्की कौशल और सारा अली खान मुख्य किरदार में नजर आएंगे, जबकि इस फिल्म के निर्माता दिनेश विजन और ज्योति देशपांडे हैं. आदिपुरुष (Adipurush) साउथ सिनेमा के सुपरस्टार प्रभास की बहुचर्चित फिल्म ‘आदिपुरुष’ जून के महीने में धमाल मचाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. प्रभास और कृति स्टारर फिल्म ‘आदिपुरुष’ 16 जून, 2023 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी. बता दें कि ये फिल्म बीते साल 12 जनवरी को रिलीज होने वाली थी, लेकिन कानूनी पचड़े में फंसने के बाद फिल्म रिलीज नहीं हुई. हालांकि कई बदलाव के बाद ये फिल्म इस साल सिनेमाघरों में दस्तक देगी. मैदान (Maidaan) अजय देवगन की फिल्म ‘मैदान’ 23 जून, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी. हालांकि अमित शर्मा के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म की रिलीज डेट में कई बार बदलाव किया जा चुका है. बता दें कि फिल्म ‘मैदान’ फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम की जिंदगी पर आधारित है.जो 1950 से 1963 तक भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के साथ जुड़े रहे. इस फिल्म में अजय देवगन फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम का किरदार निभाते हुए नजर आने वाले हैं. ‘मैदान’ में अजय देवगन के अलावा प्रियामणि और गजराज राव नजर आएंगे. जबकि ये फिल्म बोनी कपूर और जी स्टूडियोज के बैनर तले बनी है. सत्य प्रेम की कथा (Satya Prem Ki Katha) बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की फिल्म ‘सत्य प्रेम की कथा’ इसी महीने 29 जून, 2023 को रिलीज होगी. इस फिल्म में कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी लीड रोल में नजर आएगी. जबकि फिल्म का निर्देशन समीर विदवान्स द्वारा किया जा रहा है.  

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स्कॉर्पियो ने मारी स्कूटी को टक्कर, 100 मीटर घसीटा, पति-पत्नी समेत दो बच्चों की मौत

लखनऊ | उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार देर रात विकास नगर स्थित गुलचीन मंदिर के पास हुए भयानक सड़क हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई. तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने गाड़ी ने स्कूटी सवार पति-पत्नी और दो बच्चों को पहले तो टक्कर मारी फिर 100 मीटर तक घसीटते हुए ले गया. इस हादसे में पूरे परिवार की मौत हो गई. हादसे के बाद सड़क किनारे सो रहे लोगों में भगदड़ मच गई. आसपास के लोगों ने इस हादसे की सूचना पुलिस को दी. सूचना पर इंस्पेक्टर विकासनगर शिवानंद मिश्रा पुलिस बल के साथ पहुंचे. आनन-फानन स्कूटी के नीचे फंसे दंपति और दोनों बच्चों को निकाला और उन्हें KGMU के ट्रामा सेंटर भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया. स्कूटी नंबर के आधार पर पुलिस ने पहचान किया. मृतक स्कूटी चालक की पहचान सीतापुर निवासी राम सिंह, उनकी पत्नी और दो बच्चों के रूप में हुई है. मृतक राम सिंह के चाचा विजयपाल ने बताया कि वो अपने परिवार के साथ अलीगंज स्थित हनुमान मंदिर मेला देखने गया थे, वहां से देर रात जब वापस हो रहे थे, तो गुलचीन मंदिर के पास टेढ़ी पुलिया की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने पहले स्कूटी को टक्कर मारी. जिसके बाद स्कूटी समेत सभी लोग स्कॉर्पियो के नीचे फंस गए. ड्राइवर ने गाड़ी भगा ली. स्कॉर्पियो करीब 100 मीटर तक उनको घसीटती रही .उसके के बाद खंभे से टकराकर स्कॉर्पियो रुकी. विजयपाल का कहना है कि स्कॉर्पियो में सवार सभी लोग ड्रिंक किए हुए थे उनके खिलाफ सख्त से सख्त करवाई होनी चाहिए. पूलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी के नंबर से चालक का पता लगाया गया है. ये गाड़ी राजेंद्र राजेंद्र कुमार पाल की है. उन्होंने बताया कि ये मामला ड्रंक एंड ड्राइव का लग रहा है. एक शख्स को हिरासत में लिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक https://twitter.com/CMOfficeUP/status/1663764559361097728?s=20

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Chhattisgarh Food Inspector News : फ़ोन के लिए 41 लाख लीटर पानी बहाने वाले फूड इंस्पेक्टर को रिकवरी का नोटिस, भरने पड़ेंगे इतने रुपए

Chhattisgarh | छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक फोन के लिए 41 लाख लीटर पानी बर्बाद करने वाले फूड इंस्पेक्टर पर जुर्माना लगाया गया है। जल संसाधन विभाग की ओर से फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को नोटिस भी जारी किया गया है। उन्हें इस नुकसान की भरपाई के लिए 53 हजार रुपये जुर्माना भरने का आदेश दिया गया है। बता दें, कांकेर जिले में एक जलाशय में फोन गिरने के बाद उसे ढूंढने के लिए राजेश विश्वास ने 41 लाख लीटर पानी डैम से बहा दिया था। मामला सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने राजेश विश्वास को निलंबित कर दिया था। जारी किया गया नोटिस मोबाइल फोन खो जाने की वजह से डैम का पाने बहाने वाले इंस्पेक्टर को प्रशासन के द्वारा निलंबित कर दिया गया था. इसके अलावा इस काम के लिए उसके ऊपर जुर्माना भी लगया गया था, जल संसाधन विभाग की तरफ से फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को जुर्माना भरने पानी के रेट के अनुसार 53092 रुपये की रिकवरी का नोटिस थमा दिया है. नोटिस में कहा गया है कि ये राशि 10 दिन के अंदर जमा करना अनिवार्य है. बहा दिया था पानी दरअसल कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फूड अफसर राजेश विश्वास 21 मई को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुंचे थे. इस दौरान उनका सैमसंग कंपनी का S सीरीज का लगभग एक लाख रुपए का फोन जलाशय में गिर गया था. जिसके बाद इंस्पेक्टर ने डैम से बिना अनुमति 4104 घन मीटर पानी को निकाल दिया था. स्थानीय लोगों की माने तों 30 एचपी के दो पंप मंगाए गए और तीन दिन तक 24 घंटे पंप चलाकर लाखों लीटर पानी जलाशय से बाहर निकाल व्यर्थ बहाया गया था. जिसका वीडियो वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर में लोग अधिकारी के इस काम को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देने लगे, फिर ये बात ऊपर तक पहुंची और फूड इंस्पेक्टर को कलेक्टर ने निलंबित कर दिया. बताया जा रहा है कि फूड इंस्पेक्टर के इस काम की वजह से स्थानीय लोगों को काफी नुकसान भी झेलना पड़ सकता है. जिसको देखते हुए जल विभाग ने पानी की कीमत वसूलने के लिए रिकवरी का नोटिस जारी किया है.

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