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संजीव जीवा : वेस्ट यूपी का एक कुख्यात अपराधी जो कभी हुआ करता था कंपाउंडर, अपने ही मालिक का कर लिया था किडनैप

उत्तर प्रदेश | आज बात पश्चिमी यूपी के कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की इसलिए क्योंकि बीते दिनों शामली पुलिस ने उसी के गैंग के एक शख्स को एके-47,करीब 1300 कारतूस व तीन मैगजीन के साथ पकड़ा है। शामली पुलिस ने रास्ते में चेकिंग के दौरान अनिल नाम के शख्स को धर दबोचा था। दरअसल, जीवा मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। शुरुआती दिनों में वह एक दवाखाना संचालक के यहां कंपाउंडर के नौकरी करता था।

7 जून 2023… शाम के करीब 4 बजे थे। कैसरबाग कोर्ट रूम के अंदर कुछ पुलिसवाले मुख्तार अंसारी से खास शूटर संजीव जीवा को लेकर पहुंचे। हत्या के मामले में उसकी कोर्ट में सुनवाई होनी थी। संजीव एक कुर्सी पर बैठा था। आस पास कई पुलिसवाले और वकील घूम रहे थे। तभी वकीलों की तरह काला कोट पहने एक शख्स आता है और धड़ाधड़ गोलियां चलाना शुरू कर देता है। संजीव को 4 गोलियां लगीं, जिससे उसकी मौत हो गई।

संजीव पहले से उम्रकैद काट रहा था…। वेस्ट यूपी का मोस्ट-वॉन्टेड क्रिमिनल रहा संजीव जीवा कभी घर चलाने के लिए प्राइवेट क्लीनिक में कंपाउंडर का काम करता था। लेकिन पैसों के लालच और अपने ईगो के कारण उसने उसी डॉक्टर को किडनैप कर लिया, जिसने उसे नौकरी पर रखा था।

इस घटना के बाद उसके हौसले बुलंद हो गए। धीरे-धीरे उसके अपराध इतने बढ़े कि वह पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया।

लखनऊ की जेल में बंद था।
उत्तर प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा जितना खेती-किसानी के लिए प्रख्यात है, उतना ही गैंगस्टर और अपराधियों के लिए कुख्यात रहा है। भाटी गैंग, बदन सिंह बद्दो, मुकीम काला गैंग और न जाने कितने अपराधियों के बीच संजीव माहेश्वरी का भी नाम जुर्म की दुनिया में पनपा। 90 के दशक में संजीव माहेश्वरी ने अपना खौफ पैदा शुरू किया, फिर धीरे-धीरे वह पुलिस व आम जनता के लिए सिर दर्द बनता चला गया।

आज बात पश्चिमी यूपी के कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की इसलिए क्योंकि बीते दिनों शामली पुलिस ने उसी के गैंग के एक शख्स को एके-47,करीब 1300 कारतूस व तीन मैगजीन के साथ पकड़ा है। शामली पुलिस ने रास्ते में चेकिंग के दौरान अनिल नाम के शख्स को धर दबोचा था। दरअसल, जीवा मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। शुरुआती दिनों में वह एक दवाखाना संचालक के यहां कंपाउंडर के नौकरी करता था।

इसी नौकरी के दौरान जीवा ने अपने मालिक यानी दवाखाना संचालक को ही अगवा कर लिया था। इस घटना के बाद उसने 90 के दशक में कोलकाता के एक कारोबारी के बेटे का भी अपहरण किया और फिरौती दो करोड़ की मांगी थी। उस वक्त किसी से दो करोड़ की फिरौती की मांग होना भी अपने आप में बहुत बड़ी होती थी। इसके बाद जीवा हरिद्वार की नाजिम गैंग में घुसा और फिर सतेंद्र बरनाला के साथ जुड़ा लेकिन उसके अंदर अपनी गैंग बनाने की तड़प थी।

इसके बाद उसका नाम 10 फरवरी 1997 को हुई भाजपा के कद्दावर नेता ब्रम्ह दत्त द्विवेदी की हत्या में सामने आया। जिसमें बाद में संजीव जीवा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। फिर जीवा थोड़े दिनों बाद मुन्ना बजरंगी गैंग में घुस गया और इसी क्रम में उसका संपर्क मुख्तार अंसारी से हुआ। कहते हैं कि मुख्तार को अत्याधुनिक हथियारों का शौक था तो जीवा के पास हथियारों को जुटाने के तिकड़मी नेटवर्क था। इसी कारण उसे अंसारी का वरदहस्त भी प्राप्त हुआ और फिर संजीव जीवा का नाम कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी आया।

मुजफ्फरनगर…एक ऐसी जगह जो हमेशा से ही असलहों की खेती के लिए मशहूर रहा है। वहां के एक हाई प्रोफाइल अपराधी रवि प्रकाश तक संजीव का किस्सा पहुंचा तो उसने संजीव को अपना शागिर्द बना लिया। यहीं से संजीव का ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा।

हालांकि, कुछ सालों बाद मुख्तार और जीवा को साल 2005 में हुए कृष्णानंद राय हत्याकांड में कोर्ट ने बरी कर दिया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पर 22 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए। इनमें से 17 मामलों में संजीव बरी हो चुका है, जबकि उसकी गैंग में 35 से ज्यादा सदस्य हैं। वहीं, संजीव पर जेल से भी गैंग ऑपरेट करने के आरोप लगते रहे हैं।

मायावती की जान बचाने वाले नेता की हत्या
90 के दशक में पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिमी यूपी तक मुख्तार अंसारी, ब्रजेश सिंह, मुन्ना बजरंगी, बदन सिंह बद्दो और भोला जाट जैसे माफियाओं का दबदबा था। उस वक्त संजीव जीवा अपने छोटे से गैंग को ऑपरेट कर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना चाह रहा था। इसके लिए उसने ऐसा काम किया, जिसने उत्तर प्रदेश में भूचाल ला दिया। संजीव जीवा ने उस बीजेपी नेता की हत्या कर दी, जिसने कभी पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की जान बचाई थी।

तस्वीर गेस्ट हाउस कांड के दिन की है। कहा जाता है कि जब मायावती गेस्ट हाउस में फंस गईं तो उनकी जान ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने ही बचाई थी।
तस्वीर गेस्ट हाउस कांड के दिन की है। कहा जाता है कि जब मायावती गेस्ट हाउस में फंस गईं तो उनकी जान ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने ही बचाई थी।

साल 1997. तारीख 10 फरवरी। बीजेपी के उभरते हुए नेता और विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी फर्रुखाबाद के शहर कोतवाली में अपने घर से कुछ दूर एक तिलक समारोह में शामिल होने गए थे। लौटते वक्त जैसे ही वो अपनी गाड़ी में बैठने लगे, तभी संजीव जीवा ने अपने साथियों रमेश ठाकुर और बलविंदर सिंह के साथ मिलकर उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी। इस हमले में ब्रह्मदत्त द्विवेदी के गनर बीके तिवारी की मौत हो गई। जिन ब्रह्मदत्त की हत्या संजीव जीवा ने की थी। उनके सियासी कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी अंतिम यात्रा में अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज नेता शामिल हुए थे।

बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय के सीने में दागीं 400 गोलियां

यह बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हैं। जिनकी हत्या में मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी और संजीव जीवा का नाम सामने आया था। हालांकि बाद में कोर्ट से सभी आरोपी बरी हो गए थे।
यह बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हैं। जिनकी हत्या में मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी और संजीव जीवा का नाम सामने आया था। हालांकि बाद में कोर्ट से सभी आरोपी बरी हो गए थे।

उत्तर प्रदेश अब एक ऐसी घटना का गवाह बनने वाला था, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। जिस राज्य में 10 साल पहले एक भाजपा विधायक को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। वहीं एक बार फिर गोलियों की बारिश होने वाले थी। 10 नहीं 100 नहीं, बल्कि 400 राउंड गोलियां चलने वाली थीं और इस वारदात को अंजाम देने वाला था वही लोगों का ‘डॉक्टर’ संजीव जीवा।

हाल ही में प्रशासन ने की उसकी संपत्ति कुर्क
जीवा पर साल 2017 में कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी हत्याकांड में भी आरोप लगे थे, इसमें जांच के बाद अदालत ने जीवा समेत 4 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हालांकि जीवा फिलहाल लखनऊ की जेल में बंद है, लेकिन साल 2021 में जीवा की पत्नी पायल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर कहा था कि उनकी (जीवा) जान को खतरा है। बता दें कि, पायल 2017 में आरएलडी के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं और उन्हें हार मिली थी।

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BR:नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए 20 पिंक बसों और राज्य अंतर्गत 166 डिलक्स बसों के परिचालन का किया लोकार्पण

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सुगम परिवहन हेतु महिलाओं के लिए 20 पिंक बसों एवं राज्य अंतर्गत 166 डिलक्स बसों के परिचालन का लोकार्पण किया. परिवहन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 01 अणे मार्ग से मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर बसों को रवाना किया. मुख्यमंत्री ने बसों को रवाना करने के पूर्व बसों का निरीक्षण किया और उसमें उपलब्ध कराए जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली. महिला सशक्तिकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा उठाया गया यह महत्वपूर्ण कदम है जिसके तहत 20 पिंक बसों का परिचालन शुरू किया गया है. इससे महिलाओं का सफर सुरक्षित और आरामदायक होगा और उन्हें आवागमन में काफी सहूलियत होगी. राज्य के विभिन्न जिलों के लिए 166 डिलक्स बसों का परिचालन शुरू किया गया है. इससे राज्य के अंदर यात्रियों का विभिन्न जगहों पर आना-जाना सुगम होगा। साथ ही उनका सफर आरामदायक होगा. इस मौके पर उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप-मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, विधान पार्षद कुमुद वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, परिवहन विभाग के सचिव संदीप कुमार आर पुडकलकट्टी, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्यपदाधिकारी गोपाल सिंह, राज्य परिवहन आयुक्त नवीन कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

BR:पीएम मोदी के बिहार दौरे का शेड्यूल बदला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को बिहार दौरे पर आने वाले थे लेकिन अब उनके दौरे के कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया गया है। पीएम मोदी अब 30 मई के बजाए 29 मई को ही बिहार पहुंच जाएंगे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का यह पहला बिहार दौरा होने जा रहा है। इससे पहले पीएम मोदी पहलगाम हमले के बाद बिहार के मधुबनी पहुंचे थे और बिहार की धरती से आतंकवादियों और उनके आकाओं को सख्त चेतावनी दी थी। दरअसल, बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा का चुनाव होना है। विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय नेता लगातार बिहार दौरे पर पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार बिहार पहुंच रहे हैं। पिछले महीने ही पीएम मोदी मधुबनी पहुंचे थे और सीमांचल के साथ साथ बिहार के लोगों को योजनाओं की सौगात दी थी। अब एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा होने जा रहा है। प्रधानमंत्री 29 मई की शाम पटना पहुंचेंगे। पटना मे रात्रि विश्राम करने के बाद 30 मई को रोहतास के बिक्रमगंज में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। संभावना जताई जा रही है कि 29 मई की शाम को ही पीएम पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का भी उद्घाटन कर सकते हैं। इसके साथ ही साथ 29 मई को ही पीएम मोदी पटना-सासाराम फोरलेन, बिहटा एयरपोर्ट, वाराणसी-रांची 6 लेन एक्सप्रेस वे और नवीनगर थर्मल पावर प्लांट की आधारशिला भी रखेंगे। बता दें कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में बीते 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद बिहार के मधुबनी पहुंचे थे, जहां उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए इस हमले के जिम्मेवार पाकिस्तान को बड़ा मैसेज दे दिया था। पीएम मोदी ने कहा था कि इस हमले को अंजाम देने वाले और इसकी साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। पीएम मोदी की इस चेतावनी के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया और पीओके और पाकिस्तान में मिलाइल दागकर 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया था। अब पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिर से बिहार पहुंच रहे हैं। ऐसे में हर किसी की नजर उनके दौरे पर है।

बिहार : सरकारी स्कूलों में 2 से 21 जून तक रहेंगी गर्मी की छुट्टियां

Bihar :   बिहार में भीषण गर्मी और लू के चलते सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अब जल्द ही राहत मिलने वाली है. राज्य सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियों की घोषणा कर दी है. राज्य के सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में 2 जून से 21 जून 2025 तक ग्रीष्मावकाश घोषित किया गया है. विशेष समर कैंप का आयोजन गर्मी की छुट्टियों के दौरान कक्षा 5वीं और 6वीं के उन विद्यार्थियों के लिए विशेष ‘गणित समर कैंप’ चलाया जाएगा, जिन्हें गणित विषय में अतिरिक्त सहयोग की आवश्यकता है. इस समर कैंप का उद्देश्य बच्चों की गणितीय समझ और दक्षता को बढ़ाना है.   गांवों और टोलों में आयोजित किए जाएंगे कैंप समर कैंप का संचालन ‘प्रथम संस्था’ के सहयोग से किया जाएगा. यह कैंप गांवों और टोलों में आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक बच्चों को इसका लाभ मिल सके. प्रत्येक कैंप में 10 से 15 छात्रों को शामिल किया जाएगा. कौन संभालेंगे पढ़ाई की जिम्मेदारी समर कैंप में बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी इंजीनियरिंग कॉलेजों, पॉलिटेक्निक संस्थानों, एनसीसी कैडेट्स, शिक्षा सेवकों, बिहार कौशल विकास मिशन से जुड़े कुशल युवा, प्रशिक्षु डायट, नेहरू युवा केंद्र के सदस्य, जीविका दीदियों द्वारा प्रेरित युवक-युवतियां और स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ता निभाएंगे.   सुबह 7 से 9 और शाम में 5 से 7 बजे तक होगा कैंप  ये स्वयंसेवक ASER टूल्स के माध्यम से चयनित छात्रों को हर दिन गांव और टोले में जाकर 1 से 1.5 घंटे तक गणित का विशेष प्रशिक्षण देंगे. समर कैंप का संचालन बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुबह 7 से 9 और शाम 5 से 7 बजे तक किया जाएगा. प्रशासनिक तैयारियां तेज राज्य के प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (D.E.O.) और समग्र शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (D.P.O.) को पत्र जारी कर समर कैंप के सफल संचालन और स्वयंसेवकों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.

ट्रंप के दबाव में 3 साल बाद मिले रूस-यूक्रेन, सीजफायर पर नहीं बनी बात

खबर रफ़्तार, रूस : रूस और यूक्रेन के बीच तीन सालों में पहली बार इस्तांबुल में सीधी बातचीत हुई, लेकिन सीजफायर पर कोई सहमति नहीं बन सकी. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की कोशिशों के बावजूद, दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच करीब दो घंटे मीटिंग हुई, लेकिन इसका कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. हालांकि एक हजार युद्धबंदियों के आदान-प्रदान पर सहमति जरूर बनी, जो दोनों देशों के बीच अब तक का सबसे बड़ा समझौता होगा. यूक्रेन के एक प्रतिनिधि के मुताबिक, मॉस्को ने ऐसी शर्तें रखीं जो सोच से परे थीं. रूस चाहता था कि सीजफायर से पहले यूक्रेन अपने कुछ क्षेत्रों से पीछे हटे, जिसे कीव ने स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया. रूस की तरफ से मीटिंग को लीड करने वाले व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा, “हमने सहमति दी है कि दोनों पक्ष संभावित सीजफायर पर अपनी राय देंगे. हालांकि, यूक्रेन ने इन मांगों पर सहमति नहीं जताई. जेलेंस्की की पश्चिमी देशों से अपील  रूस और यूक्रेन के बीच जैसे ही बातचीत खत्म हुई तो यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की ने फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड और ट्रंप से बात की. उन्होंने कहा कि अगर रूस सीजफायर नहीं मानता तो पश्चिम को कठोर प्रतिबंधों का सहारा लेना चाहिए. ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी रूस की स्थिति को स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य बताया और कहा कि पश्चिमी देश अपनी प्रतिक्रिया के बारे में सोचें. ट्रंप ने क्या कहा? डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन से सीधी मुलाकात करना चाहते हैं, लेकिन व्यस्त कार्यक्रम के कारण तुर्किए नहीं जा सके. उन्होंने एयर फोर्स वन में कहा, ‘जब तक मैं और पुतिन आमने-सामने नहीं बैठते तब तक कुछ नहीं होगा.’ पुतिन ने पहले व्यक्तिगत रूप से जेलेंस्की से मिलने का संकेत दिया था, लेकिन इस्तांबुल बातचीत में शामिल नहीं हुए. रूस-यूक्रेन पर क्या है EU-अमेरिका की रणनीति यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि रूस पर एक नया प्रतिबंध पैकेज तैयार किया जा रहा है. उधर, अमेरिका और यूरोपीय सहयोगी देश भी रूस पर और दबाव बनाने के लिए रणनीति तय कर रहे हैं. यूक्रेनी विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा ने ट्वीट कर कहा, ‘पूर्ण और टिकाऊ सीजफायर के लिए रूस पर दबाव और बढ़ाया जाना चाहिए.’

AAP को बड़ा झटका, 13 पार्षदों ने दिया इस्तीफा, नई पार्टी बनाने का ऐलान

खबर रफ़्तार, दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 13 पार्षदों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. हेमचंद गोयल के नेतृत्व में थर्ड फ्रंट पार्टी बनने वाली है. वहीं, सभी निगम पार्षद ने इस्तीफा देकर ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ बनाने का फैसला किया. इस पार्टी के लीडर मुकेश गोयल होंगे. अंदरूनी कलह के कारण नहीं कर सके काम’ आप से इस्तीफा देने पर पार्टी पार्षद मुकेश गोयल ने कहा, “करीब 15 पार्षदों ने आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर नई पार्टी इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी का गठन किया है. सत्ता में होने के बावजूद हम दिल्ली की जनता की सेवा के लिए काम नहीं कर सके, अंदरूनी कलह के कारण हम काम नहीं कर सके.” ‘दिल्ली के विकास के लिए करना है काम’ वहीं आप से इस्तीफे पर पार्टी पार्षद हिमानी जैन ने कहा, “हमने नई पार्टी इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी बनाई है. हमने आप से इस्तीफा दे दिया है. पिछले ढ़ाई साल में निगम में कोई काम नहीं हुआ जो होना चाहिए था. हम सत्ता में थे, फिर भी हमने कुछ नहीं किया, हमने नई पार्टी बनाई है क्योंकि हमारी विचारधारा दिल्ली के विकास के लिए काम करना है, हम उस पार्टी का समर्थन करेंगे जो दिल्ली के विकास के लिए काम करेगी. अब तक 15 पार्षद इस्तीफा दे चुके हैं.” इन 13 पार्षदों ने दिया इस्तीफा हेमनचंद गोयल दिनेश भारद्वाज हिमानी जैन उषा शर्मा साहिब कुमार राखी कुमार अशोक पांडेय राजेश कुमार अनिल राणा देवेंद्र कुमार हिमानी जैन बता दें कि पिछले महीने एमसीडी चुनाव में बीजेपी के राजा इकबाल सिंह मेयर बने थे. उन्होंने इस चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी मनदीप सिंह को हराया था. इस चुनाव में दिलचस्प बात ये रही कि आम आदमी पार्टी ने इस एमसीडी चुनाव का बहिष्कार किया था. माना जा रहा है कि आप के इस फैसले से पार्टी के कई नेता नाराज थे. वहीं अब आप के कई नेताओं की बगावत खुलकर सामने आ गई है.

कौन है यूट्यूबर ज्योति : देश से गद्दारी करने का आरोप, कैसे बनी पाकिस्तानी जासूस

खबर रफ़्तार, हरियाणा: सोशल मीडिया पर सक्रिय हरियाणा की चर्चित यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों को संवेदनशील जानकारी देने का गंभीर आरोप है। इसमें यूटयूबर ज्योति मल्होत्रा तथा उसके पांच साथी शामिल हैं। ज्योति को हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया है। ज्योति हिसार की रहने वाली है। एक आम परिवार की लड़की है ज्योति  आईबी टीम की रिपोर्ट में बताया गया है कि 33 वर्षीय ज्योति के पिता का नाम हरीश कुमार मल्होत्रा है और ये न्यू अग्रसेन कॉलोनी घोड़ा फार्म रोड की निवासी है। यहीं से इसको राउंडअप किया गया है। आईबी टीम द्वारा ज्योति मल्होत्रा को पूछताछ के लिए सीआईए स्टाफ हिसार कार्यालय में ले जाया हुआ है। ज्योति बीए पास है और अविवाहित है। ज्यादातर दिल्ली में रहती है और हिसार में कम आती है। इसका पिता हरीश कुमार मल्होत्रा बिजली विभाग से सेवानिवृत कर्मचारी है। 2018 में बनवाया था पासपोर्ट  ज्योति मल्होत्रा ने 22.10.2018 को अपना पासपोर्ट बनवाया था, जिसकी वैधता 21.10.2028 तक की है। यह पिछले दो-तीन वर्ष से ट्रैवल विद जो के नाम से यूट्यूब चैनल चलाती है और देश-विदेश में घूमकर वीडियो बनाती है। यह दो बार दिल्ली से सिख जत्थे बंदी के साथ व एक बार अकेली करतारपुर साहिब गुरुद्वारा, पाकिस्तान में भी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त यह दुबई, थाईलैंड, इंडोनेशिया, नेपाल, भूटान, चीन, पाकिस्तान व बांग्लादेश आदि देशों में भी यात्रा कर चुकी है। यूट्यूब पर 3.77 लाख और इंस्टाग्राम पर 1.31 लाख फॉलोअर्स  यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के यूट्यूब पर 3.77 लाख और इंस्टाग्राम 1.31 लाख फॉलोअर्स हैं। ट्रैवल विद जो के नाम से यूट्यूब पर यह चैनल बनाती है। इसमें देश-विदेश के स्थानों पर यात्रा से जुड़े संस्मरण और स्थान विशेष की जानकारियां साझा करती हैं। ज्योति जिस भी देश में जाती है वहां की खास जगहों और खाने और संस्कृति से जुड़ी वीडियो बनाती है और उन्हें अपलोड करती है। ज्योति के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर व्यूज भी काफी आते हैं। ज्योति की ज्यादातर वीडियो में पाकिस्तान से जुड़े वीडियो हैं। क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान भारत और पाकिस्तान के मैच पर बनाए थे रिएक्शन वीडियो ज्योति ने हाल में ही हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए मैचों पर दर्शकों की प्रतिक्रिया वाले वीडियो भी बनाकर अपलोड किए थे। इसमें पाकिस्तान से आए हुए लोगों से बातचीत की वीडियो भी हैं। इसके अलावा ज्योति ने कश्मीर टूर पर भी वीडियो बनाए हुए हैं, जिसमें सेना के लोगों को भी फिल्माया गया है। सीआईए के मुताबिक ज्योति अपने पाकिस्तान से जुड़े वीडियो में वहां के सकारात्मक पहलुओं को दर्शाती थीं, जिनमें पाकिस्तान के प्रति इनका रुझान साफ तौर पर देखने को मिलता है। ज्योति ऐसे बनी पाकिस्तान की जासूस ज्योति ने पुलिस को बताया कि वह वर्ष 2023 में वीजा लगवाने के लिए पाकिस्तान हाई कमीशन में गई थी। वहां उसकी मुलाकात अहसान उर रहीम उर्फ दानिश से हुई। उसने दानिश का मोबाइल नंबर ले लिया। दोनों की बातें होने लगी। उसके बाद उसने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की थी। पाकिस्तानी इंटेलीजेंस अधिकारियों से भी मिली  ज्योति ने बताया कि पाकिस्तान में अहसान उर रहीम के कहने पर उनके जानकार अली अहवान से मिली। अली अहवान ने उसके घूमने फिरने और रहने का प्रबंध किया। अली अहवान ने पाकिस्तानी इंटेलीजेंस तथा सिक्योरिटी के अधिकारियों से उसकी मुलाकात कराई। ऐसे पहुंचाती थी देश विरोधी सूचनाएं ज्योति ने बताया कि वह राणा शहबाज और शाकिर से भी मिली। उसने शाकिर का मोबाइल नंबर भी लिया और अपने मोबाइल में जट रंधावा के नाम से सेव कर लिया ताकि किसी को शक न हो। वापस भारत आने के बाद व्हाटस एप, स्नैप चैट, टेलिग्राम के माध्यम से उन लोगों के संपर्क में रहने लगी। देश विरोधी सूचनाएं उन तक पहुंचाने लगी। ज्योति ने पूछताछ में बताया कि वह पाकिस्तानी इंटेलीजेंस आप्रेटिव के संपर्क में भी है। बता दें कि अहसान उर रहीम उफ दानिश को भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने जासूसी के आरोप में पर्सन नोन ग्राटा घोषित किया हुआ है। ज्योति को भी पर्सन नोन ग्राटा घोषित किया गया है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। शनिवार दोपहर बाद उसे अदालत में पेश किया जाएगा।