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June 22, 2023

UP : प्रदेश में वृहद स्तर पर चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान

लखनऊ । प्रदेश में मानसून का आगाज हो चुका है। मानसून आने के साथ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बीमारियां उत्पन्न होती है। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी संचारी रोगों से बचाव को लेकर संचारी नियंत्रण रोग अभियान और दस्तक अभियान जुलाई माह से शुरु किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में इसके लिए स्वास्थय विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगामी 1 जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण और 17 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में सफाई एवं जलभराव निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। जिलों में मच्छरों के प्रजनन एवं घनत्व की स्थिति पर निगरानी रखी जाए। हाई रिस्क एरिया में अंतर्विभागीय सहयोग के साथ सघन वाहक और मच्छर नियंत्रण गतिविधियों पर नजर रखी जाए। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए उन्होंने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएं। अभियान की मॉनिटरिंग की रूपरेखा का आंकलन किया जाए। 10 से 15 जुलाई के मध्य फ्रंटलाइन वर्कर्स के प्रशिक्षण में रोगियों की सर्विलांस के विषय में विस्तार से जानकारी दी जाए। इसके अलावा विद्यालयों में रोगों से बचाव तथा रोकथाम के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाए। साथ ही शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाए। पशु बाड़ों एवं सूकर बाड़ों को आबादी से दूर स्थापित कर वहाँ सफाई की व्यवस्था की जाए। दस्तक अभियान के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर्स के द्वारा चिन्हित किए गए लक्षण युक्त लोगों की जांच और उपचार सुनिश्चित किया जाए। शहरों और ग्रामीणों में झाड़ियों की कटाई की जाए। घर घर जाकर चलेगा जागरूकता अभियान अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सहयोगी विभाग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा लोगों को घर-घर जाकर प्रचार-प्रसार के माध्यम से बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया जाए। जिससे संचारी रोगों से लोगों को ग्रसित होने से बचाया जा सके। साथ ही इस दौरान सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।

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4 नए विश्वविद्यालय और 37 महाविद्यालय के छात्रों को भी मिलेगा मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना का लाभ

लखनऊ : मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना में 4 नए विश्वविद्यालय के साथ ही 37 महाविद्यालयों को भी शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। वर्तमान में 05 विश्वविद्यालयों एवं 23 महाविद्यालयों में कृषि एवं गृह विज्ञान के विद्यार्थियों को ₹3000 मासिक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। योजना का लाभ अधिकाधिक युवाओं को मिले, इसके लिए कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी को शामिल किया गया है। 874.71 लाख से अयोध्या में बनेगी टिशू कल्चर प्रयोगशाला विगत दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंडी परिषद की बैठक हुई थी, जिसमें निर्णय लिया गया कि फसलों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए गुणवत्ता पूर्णरोपण सामग्री, बागवानी फसलों के गुणवत्ता पूर्णरोपण एवं रोग मुक्त बनाने के लिए आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज (अयोध्या) में टिशू कल्चर प्रयोगशाला की स्थापना की जाए। यह प्रयोगशाला कम से कम 03 हेक्टेयर के विशाल परिसर में स्थापित हो। इसके लिए धनराशि की व्यवस्था मंडी परिषद द्वारा की जाएगी। इस पर 874.71 लाख रुपये खर्च होंगे। 5 विश्वविद्यालयों और 23 महाविद्यालयों के छात्रों को मिल रही छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत वर्तमान में 05 विश्वविद्यालयों एवं 23 महाविद्यालयों में कृषि एवं गृह विज्ञान के छात्रों को 3000 रुपये मासिक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। उप्र कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची के अनुसार 04 विश्वविद्यालयों व 37 महाविद्यालयों को इस योजना में जोड़ने पर छात्रवृत्ति में प्रथम वर्ष लगभग 2.65 करोड़ का व्ययभार आयेगा, जो 03 वर्ष बाद लगभग 6.63 करोड़ वार्षिक व्ययभार में परिवर्तित हो जायेगा। मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत पूर्व में दी जाने वाली छात्रवृत्ति का व्ययभार अधिकतम 5.13 करोड़ रुपये आता है। योजना के लिए बजट में 15 करोड़ की धनराशि बजट में प्रस्तावित की गई है। मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना में शामिल 37 नए महाविद्यालय चंद्रशेखर आजाद कृषि व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर से सम्बद्ध कृषि महाविद्यालय (लखीमपुर कैम्पस), गृह विज्ञान महाविद्यालय, वानिकी महाविद्यालय, उद्यान महाविद्यालय, कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय इटावा व मत्स्य महाविद्यालय नरेंद्र देव कृषि व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फैजाबाद से सम्बद्ध कृषि महाविद्यालय ( आजमगढ़ कैम्पस ), गृह विज्ञान महाविद्यालय, कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय, अम्बेडकरनगर उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय, मत्स्य महाविद्यालय व डॉ. राम मनोहर लोहिया प्लान्ट बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोडायवर्सिटी सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि व प्रौद्योगिकी विश्विद्यालय, मोदीपुरम मेरठ से सम्बद्ध उद्यान महाविद्यालय, पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी महाविद्यालय व कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय कृषि एवं प्रौद्योगिक महाविद्यालय बांदा के अंतर्गत कृषि, उद्यान महाविद्यालय, वानिकी महाविद्यालय और गृह विज्ञान महाविद्यालय पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के अंतर्गत श्री गणेश राय पी०जी० कॉलेज, दोभी, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्विद्यालय कानपुर से सम्बद्ध चौ. चरण सिंह पीजी कॉलेज, सैफई, इटावा लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महेश प्रसाद डिग्री कॉलेज बिंदुआ, मोहनलालगंज डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से सम्बद्ध चौ०च०सिंह शिवदान सिंह महाविद्यालय अलीगढ़, मेघ सिंह डिग्री कॉलेज, आबिदगढ़ आगरा, आर. बी. डिग्री कॉलेज, टेढ़ी बगिया के निकट, नराइच आगरा, सर्वोदय महाविद्यालय, चौमुहाँ, मथुरा व लाल पोखपाल सिंह कृषि महाविद्यालय, आनन्दपुरम, अचलपुर, एटा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी के तहत जिला परिषद कृषि महाविद्यालय बांदा, नेहरू महाविद्यालय ललितपुर, पीजी. कालेज अतर्रा बांदा, अमृत कुंवर महाविद्यालय, अतराकलां जालौन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से सम्बद्ध किसान पी०जी० डिग्री कॉलेज सिंभौली गाजियाबाद, इंस्टीट्यूट ऑफ एडवान्स्ड स्टडीज मेरठ, आर.के.पीजी कालेज शामली, मुजफ्फरनगर। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्विद्यालय अयोध्या से सम्बद्ध मदन मोहन मालवीय पी०जी० कॉलेज, कालाकांकर प्रतापगढ़ बाबा बरियार शाह महाविद्यालय भरखरे सुल्तानपुर और नन्दिनी नगर महाविद्यालय, नवाबगंज, गोण्डा

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डेढ़ हजार जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री, नव दम्पतियों को दिया आशीर्वाद

गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आधी आबादी को नकार कर कोई भी समाज सशक्त नहीं हो सकता। आधी आबादी के सशक्तिकरण के बिना विकास की अवधारणा असंभव है। समाज को सशक्त करने के लिए महिलाओं के प्रति अत्याचार को रोकना होगा, सशक्तिकरण के कदम उठाने होंगे। इसे समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार नारी गरिमा की रक्षा व सशक्तिकरण के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। सीएम योगी गुरुवार पूर्वाह्न चंपा देवी पार्क मैदान में डेढ़ हजार जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दहेज की सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ सामूहिक विवाह योजना एक सकारात्मक अभियान है। दहेज एक सामाजिक कुरीति है और दहेज मुक्त विवाह के अभियान में पूरे समाज की खड़ा होना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक दो लाख से अधिक शादियां करा चुकी है। 2017 के पूर्व प्रति जोड़े विवाह पर 31 हजार रुपये खर्च किए जाते थे बाद में इसे बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दिया गया है। डबल इंजन की सरकार का यह सामूहिकता का प्रयास है। महिला सशक्तिकरण को सरकार प्रतिबद्ध, उठा रही हर जरूरी कदम मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार महिला सुरक्षा, सम्मान व सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है और इस निमित्त हर जरूरी कदम उठा रही है। हर बेटी, बहन के लिए सुरक्षा के वातावरण में पढ़ाई, रोजगार और सम्मान देने के कार्य पूरी प्रतिबद्धता से चलाए जा रहे हैं। प्रदेश में कन्या के जन्म से लेकर स्नातक की पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना चलाई जा रही है तो महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। कन्या की स्नातक की पढ़ाई के बाद उसकी शादी के लिए भी किसी को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, इसके लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना है। यह गांव की बेटी, सबकी बेटी की भावना के अनुरूप है। सीएम योगी ने महिला कल्याण के क्षेत्र में सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मातृ वंदना आदि योजनाओं का भी जिक्र किया। पुलिस में 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती, गोरखपुर में पीएसी की महिला बटालियन सीएम योगी ने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए उनकी सरकार ने पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती को अनिवार्य कर दिया है। 1947 से लेकर 2017 तक यूपी पुलिस में महिला कार्मिकों की संख्या दस हजार थी, आज यह संख्या चालीस हजार है। 2017 के बाद महज छह वर्षों में यह संख्या चार गुना हो गई है। इस तरह के अभियान को गति देते हुए गोरखपुर में पीएसी की महिला बटालियन की स्थापना के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। 10 नवयुगलों को प्रमाण पत्र व उपहार भी किया भेंट समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित इस समारोह में डेढ़ हजार जोड़े विवाह के पावन बंधन में बंधे। नवयुगलों में हिन्दू, मुस्लिम दोनों शामिल रहे। सभी नव दम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री ने उनके सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने मंच से दो अल्पसंख्यक जोड़ों समेत दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र और उपहार-शगुन किट भेंट किया। प्रमाण पत्र देने के दौरान मुख्यमंत्री ने जोड़ों से आत्मीय संवाद भी किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सांसद रविकिशन शुक्ल, कमलेश पासवान, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, विधायक श्रीराम चौहान, फतेह बहादुर सिंह, राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, डॉ विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, भाजपा के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि भी उपस्थित रहे।

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