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पहली बार मात्र 9 माह में किसी आयोग और बोर्ड ने पूरी की भर्ती प्रक्रिया: सीएम योगी

लखनऊ: योगी सरकार की निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया लगातार जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के तहत अब तक साढ़े 6 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी उपलब्ध करायी है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 39 उपजिलाधिकारियों, 41 पुलिस उपाधीक्षकों एवं 16 कोषाधिकारी-लेखाधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये। इस दौरान नवचयनित अभ्यर्थियों ने अपने अनुभव साझा किये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब सरकार ईमानदारी के साथ काम करती है तो ओवरऑल परसेप्शन चेंज होता है। उन्होंने कहा कि पिछले 7 वर्षों में आपने देखा होगा कि जहां पहले प्रदेश के लोगों के सामने अपनी पहचान का संकट था। वहीं, आज वह सीना तान कर कहते हैं कि मैं उत्तर प्रदेश का हूं। यह सब सरकार के निर्णय के मेकैनिज्म से हुआ है।

– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नव चयनित 39 उपजिलाधिकारियों, 41 पुलिस उपाधीक्षकों एवं 16 कोषाधिकारी-लेखाधिकारियों को वितरित किये नियुक्ति पत्र

– पहले प्रदेशवासी के सामने पहचान का संकट था, आज सीना तान कर बोलता है कि वह उत्तर प्रदेश का है

– युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों से सख्ती से निपट रही सरकार: सीएम योगी

आज भर्ती में न किसी सिफारिश की जरूरत पड़ रही और न ही कोई हस्तक्षेप हो रहा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवचयनितों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पास 30 से 35 वर्ष का समय जनता जनार्दन की सेवा करने का है। उनकी दुआएं लेने का है, ताकि अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी आयोग और बोर्ड ने मात्र 9 माह में चयन की प्रक्रिया पूरी की है। इसमें न किसी की सिफारिश की जरूरत पड़ी और न कोई हस्तक्षेप हुआ। वहीं जिन लोगों ने परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने की कोशिश की, वह लोग उसका खामियाजा भुगत रहे हैं। उनकी प्रॉपर्टी जब्त कर ली गई, उनके घर पर रेड पड़ी। इतना ही नहीं सरकार तय कर चुकी है कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। उन्हाेंने कहा कि हमारी कार्ययोजना का ही परिणाम है कि पिछले 7 वर्षों के अंदर करोड़ों युवाओं को नौकरी और रोजगार की सुविधा प्रदेश में उपलब्ध करायी गयी है। इसी का परिणाम है कि आज पर कैपिटा इनकम और प्रदेश की जीडीपी में इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं यूपी देश की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरकर सामने आया है। यह तब होता है जब सरकार ईमानदारी के साथ कार्य करती है। उन्हाेंने कहा कि आपको गवर्नमेंट के इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करना है। आज टेक्नोलॉजी काफी इंप्रूव हो चुकी है। उन्हाेंने कहा कि आप जब तक फील्ड में आएंगे तब तक हम राजस्व के सभी कार्यों को डिजिटाइज करने में सफल हो चुके होंगे। इसके बाद भी राजस्व संबंधी विवाद के मामले सामने आएंगे। ऐसे में इन मामलों को निपटाने के लिए आपको अपनी तहसील में रहकर फाेकस करना होगा। साथ ही पेंडेंसी को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करना होगा।

थाने की एक-एक गतिविधियों को करना है वॉच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक गरीब को न्याय देना हमारा दायित्व होना चाहिए। हमें गरीबों के साथ खड़े होना चाहिये। उन्हाेंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ राजस्व संबंधी मामलों के निस्तारण में डिप्टी एसपी का अहम रोल होता है। ऐसे में उन्हे थाने जाकर वहां की एक-एक गतिविधियों को वॉच करना होगा। इसके साथ ही पब्लिक से कैसा व्यवहार हो रहा है, चार्ज शीट की क्या स्थिति है आदि पर ध्यान देना होगा। उन्हाेंने नवचयनितों पर विश्वास जताते हुए कहा कि वह ईमानदारी के साथ प्रदेश सरकार के कार्यों की स्पीड को आगे बढ़ाएंगे। साथ ही जनता जनार्दन के हितों का ध्यान रखें और त्वरित निर्णय लें ताकि अच्छे प्रशासन के अधिकारी के रूप में आपकी छवि बने। उन्हाेंने सभी नवचयनितों को प्रशासन का हिस्सा बनने पर बधाई दी।

कार्यक्रम में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति डॉ. देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद आदि मौजूद रहे।

पारदर्शी और समयबद्ध परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण कराने पर नव चयनितों ने जताया सीएम योगी का आभार
नवचयनित अभ्यर्थियों ने मात्र 9 माह में परीक्षा प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता से संपन्न कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। डिप्टी एसपी पद पर चयनित प्रयागराज के आकाश प्रियदर्शी ने कहा कि सरकार और लोक सेवा आयोग द्वारा निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से यह भर्ती प्रक्रिया पूरी कराई गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री जी और लोक सेवा आयोग के चेयरमैन का बहुत आभारी हूं। इसी तरह, डिप्टी एसपी पद के लिए चयनित संत कबीरनगर की प्रभा पटेल ने भी सीएम योगी के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि समयबद्ध परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए धन्यवाद कहना चाहूंगी। सीएम योगी के मार्गदर्शन में परीक्षाएं पूरी शुचिता के साथ संपन्न कराई गईं। इसकी वजह से हम जैसे युवाओं को पुलिस सेवा में आकर लोगों के लिए कार्य करने का सुअवर प्राप्त हो रहा है। डिप्टी एसपी पद के लिए प्रथम स्थान पर चयनित स्मृति राणा ने कहा कि नियुक्ति पत्र प्रदान करने के साथ ही पारदर्शिता के साथ मात्र 9 माह में परीक्षा प्रक्रिया को पूर्ण कराने के लिए सीएम योगी की आभारी हूं। कानपुर के अनुभव राजर्षि भी डिप्टी एसपी पद पर चयनित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही आज नियुक्ति पत्र भी मिल गया है। सीएम योगी ने आज जो सफलता के मंत्र दिए हैं, उन्हें आत्मसात करने का पूरा प्रयास करूंगा।

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CG News:मलेरिया के रोकथाम एवं बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी

बारिश को देखते हुए मलेरिया संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है। इसे देखते हुए कलेक्टर श्री राहुल देव ने चिकित्सा अमले को पूरी सतर्कता एवं सक्रियता के साथ मलेरिया के रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा मलेरिया के रोकथाम एवं बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेंद्र पैकरा ने बताया कि मलेरिया एक जानलेवा मच्छर जनित रक्त रोग है, जो मादा एनोफ़िलेज़ मच्छर के काटने से होता है। मलेरिया होने पर मरीज में बुखार आना, सर दर्द होना, उल्टी होना, मन का मचलना, ठंड लगना, चक्कर आना, थकान पेट दर्द आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं। उन्होंने कहा कि मलेरिया का ईलाज और रोकथाम संभव है। मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मलेरिया की रोकथाम के लिए उचित कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत मैदानी स्तर पर फोकस एरिया का चिन्हांकन, मलेरिया के संदेहास्पद रोगियों की रक्त जांच, आर.डी. टेस्ट, माइक्रोस्कोपिक जांच के माध्यम से मलेरिया पैरासाइट स्टेज एंड डेंसिटी का पता लगाना, स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा गृह भेंट कर रैपिड फीवर सर्वे, सुदूर वनांचल सहित स्कूल, छात्रावास हाट बाजार आदि स्थलों में कैंप लगाकर मलेरिया प्रकरणों की जांच, लार्वा नियंत्रण कीटनाशक छिड़काव किया जा रहा है तथा मलेरिया की रोकथाम के प्रति आमजनों को जागरुक भी किया जा रहा है। डीपीएम श्री गिरीश कुर्रे ने बताया कि मलेरिया की रोकथाम के लिए मच्छरों पर नियंत्रण तथा उनके काटने से बचाव जरूरी है, इसलिए हमें घरों और अपने आस-पड़ोस में अच्छी सफाई रखनी चाहिए, लोगों को मलेरिया होने के कारण की जानकारी देनी चाहिए, घरों के आसपास गंदगी एवं पानी एकत्रित नहीं होना देना चाहिए, कूलर की समय-समय पर साफ-सफाई, मच्छरदानी आदि का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि पानी इकट्ठा वाले स्थान पर मिट्टी तेल का छिड़काव किया जाना चाहिए, जिससे मच्छरों के लार्वा मर जाएं, तालाब या झीलों में लार्वा खाने वाली मछलियां जैसे गैंबुसिया आदि छोड़ना चाहिए, खिड़की एवं दरवाजा में बारीक जाली लगानी चाहिए। उन्होंने बताया कि बुखार या अन्य लक्षण दिखाई देने पर मरीज को तत्काल अपने रक्त की जांच करानी चाहिए एवं चिकित्सक की सलाह से ही दवाई इत्यादि का सेवन करना चाहिए।

CG News: जशपुर को पर्यटन नक्शे में शामिल करने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने की बड़ी पहल

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल से जिले के प्रसिद्व प्राकृतिक व धार्मिक पर्यटन स्थल मयाली को पर्यटन विभाग ने स्वदेश दर्शन योजना के दूसरे चरण में शामिल कर लिया है। इस योजना में शामिल हो जाने से पर्यटन स्थल में बुनियादी सुविधाओं का विकास तेजी से हो सकेगा। साथ ही इसके प्रचार प्रसार होने से यहां पर्यटकों की हलचल बढ़ने की संभावना भी है। उल्लेखनीय है कि मयाली नेचर केैम्प,जिले के कुनकुरी ब्लाक में चराईडांड़ बगीचा स्टेट हाईवे में स्थित है। बेलसोंगा डेम और एशिया की सबसे उंचा शिवलिंग माना जाने वाला मधेश्वर पहाड़ का विहंगम मनमोहक दृश्य पर्यटकों को घंटों समय व्यतीत करने का अवसर देता है। वनविभाग ने इस स्थल पर पर्यटकों की सुविधा के लिए टेंट की व्यवस्था भी की है। इन टेंट हाउस में डेम के किनारे,हरियाली से भरे हुए प्राकृतिक स्थल पर रात्रि विश्राम का परिवार के साथ आनंद उठाने के लिए भारी संख्या में पर्यटक जुटते हैं। विशेष कर विकेंड के दिनों में यहां पर्यटकों की हलचल अधिक रहती है। पर्यटकों को मयाली नेचर कैंप में बोटिंग का आनंद उठाने की सुविधा भी दी गई है। इसके लिए गाइड के साथ सुरक्षा के सभी इंतजाम किये गए हैं। राज्य सरकार के सहयोग से मयाली नेचर कैम्प में कैकट्स गार्डन का विकास भी किया जा रहा है। इस विशेष गार्डन में देश भर में पाएं जाने वाले कैक्ट्स की प्रजातियों को समेटा गया है ताकि युवा पीढ़ी कैम्टस से भली भांति परिचित हो सके। इसका एक उद्देश्य लोगों को बायोडायर्वसिटी और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना भी है। विकास के लिए दस करोड़ की स्वीकृति – स्वदेश दर्शन योजना में शामिल करने के साथ ही पर्यटन विभाग ने मयाली के विकास के लिए 10 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है। इसके लिए जिला स्तरीय संचालन समिति का गठन करते हुए,विकास के लिए एक्शन प्लान और डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया गया है।

CG News: विष्णु के सुशासन में दिव्यांगों को मिल रही सुविधा

छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार प्रदेश में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं लागू हुई है। राज्य के निःशक्तजनों के लिए सरकार सहारा बन रही है। जिसके समाज कल्याण विभाग के माध्यम से राहत पहुंचाने का कार्य हो रहा है। निराश्रित, बुजुर्ग एवं दिव्यांग हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाओं पर काम हो रहा है। जिला कांकेर, ग्राम गोतपुर आवास पारा निवासी 13 वर्षीय कुमारी वर्षा 80 प्रतिशत दिव्यांग है और चलने-फिरने में अक्षम है। उसे कहीं भी जाने के लिए दूसरे पर निर्भर रहना पड़ता था। अब उसकी राहे आसान हो गई है और वह अपना सफर पूरा करने के लिए खुद सक्षम है। क्योंकि समाज कल्याण विभाग द्वारा व्हील चेयर प्रदान किया गया। व्हील चेयर मिल जाने से अब उन्हें गांव से बाहर आने-जाने में आसानी होगी। समाज कल्याण विभाग की अधिकारी श्रीमती क्षमा शर्मा ने बताया कि दिव्यांग वर्षा के पिता श्री कमलेश के द्वारा व्हीलचेयर प्रदान करने हेतु आवेदन किया गया था, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए समाज कल्याण कार्यालय परिसर में व्हीलचेयर प्रदान किया गया।

MP News:हर घर, जल ग्राम घोषित करें : सचिव नरहरि

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सचिव श्री पी. नरहरि ने उज्जैन में जल जीवन मिशन के कार्यों की संपूर्ण जानकारी स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के साथ समय-समय पर साझा करने तथा परियोजना स्थल पर उनका दौरा कराने के भी निर्देश दिए।कार्यों को गुणवत्ता पूर्वक त्वरित गति से पूर्ण कर संबंधित ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित कर उन्हें “हर घर जल ग्राम “घोषित करने एवं प्रमाणीकरण करने के लिए निर्देशित किया। संभाग के सभी जिलों के जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन यंत्री, सहायक यांत्रियों के साथ जल जीवन मिशन की समीक्षा की। जल निगम के एम डी श्री कोलसानी समीक्षा बैठक में उपस्थित थे।

MP News:चार बैगा परिवारों की संवर गई जिन्दगी पीएम जनमन से मिला नया घर, नया जीवन

ये कहानी उन चार बैगा जनजाति परिवारों की है, जिन्होंने कुछ दिन पहले तक सिर्फ अभावों और कठिनाईयों का जीवन जिया था। जीवन की दुश्वारियों से परेशान ये बैगा परिवार अपनी जिन्दगी बदलना तो चाहते थे, पर कोई राह नहीं मिल रही थी। इनकी कई परेशानियों के इन्ही कड़वे दिनों में एक नई मिठास लेकर आई पीएम जनमन योजना। भारत सरकार ने देश की 75 विशेष पिछड़ी जनजातियों (पीवीटीजी) के उत्थान के लिये यह योजना प्रारंभ की है। इसमें (पीवीटीजी) परिवारों को पक्का घर, पोषण आहार, स्वच्छ जल, बिजली, अच्छी शिक्षा, रोग उपचार, गांव तक पक्की सड़क, संचार कनेक्टिविटी जैसी तमाम सुविधाओं एवं इन जनजातियों के रोजगार का प्रबंध भी किया जा रहा है। भारत सरकार के साथ मध्यप्रदेश सरकार भी प्रदेश की तीन विशेष पिछड़ी जनजातियों बैगा, भारिया एवं सहरिया के समग्र कल्याण के लिये विशेष उपाय कर रही है। इन जनजातियों के सभी परिवारों को पक्का घर एवं इन घरों को बिजली से रौशन करने के लिये सरकार तेजी से प्रयासरत है। इन चार बैगा परिवारों को भी पीएम जनमन की ‘सबको घर’ और ‘हर घर बिजली’ योजना का लाभ मिला है। शहडोल एक जनजातीय विशेषकर बैगा जनजाति बाहुल्य जिला है। जिले के ग्राम टेटका निवासी श्रीमती रामरती बैगा पहले एक कच्चे मकान में अपने परिवार के साथ रहती थीं। कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण रामरती बैगा को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए मजदूरी तक करना पड़ी। मजदूर परिवार के लिए खुद के घर का सपना देखना मानो बेमानी था। पीएम जनमन योजना ने रामरती और उसके परिवार का यह सपना पूरा कर दिया। रामरती को अब पक्का घर मिल चुका है। पहले रामरती का परिवार ठंड, गर्मी, बरसात में जैसे-तैसे गुजर-बसर करता था, पर आज वे सभी खुशहाल जीवन जी रहे हैं। उनका जीवन स्तर भी सुधर रहा है। इन्हें अनेक शासकीय योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है। कच्चे घर की कठिनाईयाँ भी अब दूर हो गयी हैं। ग्राम पंचायत मसियारी की मुन्नीबाई बैगा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। पहले वे कच्चे मकान में गुजर-बसर करती थीं। बरसात में आये दिन ऊपर से पानी ठपकता रहता था। ठंड में तो जीना मुहाल हो जाता था। काफी परेशानियां झेलनी पड़ती थीं। दूसरों के पक्के घर देखकर वे सोचती थीं कि इस जीवन में क्या वह भी कभी अपने पक्के घर में रह पायेगी। पर पक्के घर के मुन्नीबाई के सपने को जन-मन आवास योजना ने पूरा कर दिया है। योजना से मुन्नीबाई का पक्का घर तैयार हो गया है। अब वे इसी पक्के घर में रहती हैं। कच्चे घर की उन तमाम समस्याओं से भी उन्हें हमेशा के लिये निजात मिल गई है। वर्षा और ठंड की दिक्कतें भी अब नहीं उठानी पड़तीं। बुढ़ार की ग्राम पंचायत भमला निवासी आइतू बैगा भी इस योजना से पक्के घर की सौगात के लाभार्थी हैं। आइतू बैगा बताते हैं पहले उनका परिवार कच्ची झोपडीनुमा घर में रहता था। जिसमें काफी परेशानियां झेलनी पड़ती थीं। पीएम जनमन से मेरा पक्का मकान तैयार हो गया है और अब मैं इसी मकान में खुशी-खुशी रहने लगा हूं। जयसिंहनगर की ग्राम पंचायत बनसुकली निवासी श्रीमती सरोजनी बैगा को भी पीएम जन-मन आवास योजना से पक्के घर का लाभ मिला है। कच्चे घर और उसकी परेशानियों को सरोजनी अब एक बुरे सपने की तरह भूल चुकी हैं। क्योंकि इन सबके जीवन में पीएम जन-मन योजना से एक नई डगर, एक नया उजाला जो आ गया है।

MP News:सौर ऊर्जा को घर-घर तक पहुँचाना है लक्ष्य हमारा – मंत्री

नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला ने कहा है कि आने वाला समय सौर ऊर्जा का है। हमें सौर ऊर्जा को घर-घर तक पहुँचाना है क्योंकि ऊर्जा का सबसे सस्ता और सुलभ स्रोत सौर ऊर्जा बनने जा रहा है। मंत्री श्री शुक्ला ने ऊर्जा विभाग और काउंसिल ऑफ एनर्जी एनवायरमेंट एण्ड वाटर (सीईईडब्ल्यू) के बीच आज मंत्रालय में हुए 3 साल के करारनामे (एमओयू) के बीच चर्चा में ये बातें कही। उन्होंने सीईईडब्ल्यू की टीम को अन्य राज्यों में किये गये कार्यों का अनुभव मध्यप्रदेश ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा करने को कहा। मंत्री श्री शुक्ला के मौजूदगी में ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मनु श्रीवास्तव और सीईईडब्ल्यू के सीईओ डॉ. अरूणाभ घोष ने तीन साल के एमओयू पर हस्ताक्षर किये। मंत्री श्री शुक्ला ने सबसे पहले काउंसिल का मध्यप्रदेश में स्वागत करते हुए कहा कि निश्चित ही उनके साथ काम करने से मध्यप्रदेश के लोगों को लाभ होगा और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सीईईडब्ल्यू बिहार और आसाम में किये गये कार्यों के अनुभव को मध्यप्रदेश ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा करे। साथ ही मध्यप्रदेश ऊर्जा विभाग के अधिकारी बिहार और आसाम की विजिट करें। इससे प्राप्त अनुभव से मध्यप्रदेश में बेहतर कार्य योजना बनाई जा सकेगी। अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री श्रीवास्तव ने कहा कि ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ला के मार्गदर्शन में प्रदेश में काउंसिल के साथ मिलकर कार्य करेंगे। रूफ टॉप एनर्जी, कुसुम-ए एवं कुसुम-सी योजना में अधिकतम लोगों को लाभांवित करने की संभावनाओं को भी तलाशा जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी के साथ आज हुए करारनामे में तत्परतापूर्वक कार्य किया जायेगा। आगामी दो माह में टेण्डर इत्यादि प्रक्रिया पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। बिजली के क्षेत्र में प्रदेश में एक करोड़ से अधिक लोग अटल योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। प्रयास करेंगे कि सौर ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाकर अधिक से अधिक लोगों तक सस्ती बिजली मुहैया कराई जाये। काउंसिल के सीईओ डॉ. घोष ने बताया कि सीईईडब्ल्यू ऊर्जा, पर्यावरण और जल के क्षेत्र में एशिया की अग्रणी गैर लाभकारी नीति अनुसंधान संस्थाओं में से एक है। यह संसाधनों के उपयोग, पुन: उपयोग और दुरूपयोग से बचाने के लिये डाटा, एकीकृत विश्लेषण और रणनीतिक ऑउटरीच का उपयोग करती है। इस अवसर पर ऊर्जा विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री अमनवीर सिंह बैस और सीईईडब्ल्यू की प्रोग्राम डायरेक्टर सुश्री शालू अग्रवाल मौजूद थीं।