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Bareilly has evolved into a wonderful confluence of heritage and development: CM Yogi

Bareilly: Highlighting the infrastructure development in Bareilly, Chief Minister Yogi Adityanath, on Wednesday, emphasized the emergence of a new identity for the city. He stressed that Bareilly is evolving into a remarkable blend of ‘virasat and vikas’ (heritage and development), aligning with the Prime Minister’s vision.

“Bareilly, once renowned for its earrings, is now transitioning to be recognized for its flyovers and IT parks,” he remarked.

Chief Minister dedicates 64 projects worth Rs 328.40 crore, including Mahadev Bridge, to Bareilly

UP is guaranteeing jobs to 35 lakh youth with an investment of Rs 10.5 lakh crore

Now, the world looks at India with faith, respect & hope, not doubt: CM

New India does not provoke, but if provoked, it does not hesitate to retaliate: CM

The Chief Minister dedicated 64 projects worth Rs 328.40 crore, including the Mahadev Bridge, to Bareilly. During this, he said, “With the inspiration of Prime Minister Narendra Modi, the vision of Nath Nagri Corridor is being realized in Bareilly. Under the Smart City mission, Mahadev Overhead Bridge on Qutub Khana is ready.”

He further expressed his deep gratitude to the people of Bareilly and the local representatives for their support in the construction of the Mahadev Bridge. He credited PWD Minister Jitin Prasada for his proactive involvement, ensuring the timely completion of the bridge project. Additionally, the Chief Minister extended congratulations to the entrepreneurs and businessmen of Bareilly for their unwavering cooperation in the bridge’s construction.

Arriving at the program roughly 45 minutes ahead of schedule, the Chief Minister appeared visibly pleased upon seeing the venue. He remarked, “The country has changed, and we can proudly say that we are citizens of a ‘Viksit Bharat’. The entire world looks towards India with hope. In times of crisis, people turn to India for inspiration. As respect for India grows, so does the respect for every Indian citizen. The esteem of 140 crore people has risen,” he stated.

The CM continued, stating that the nation’s borders have been secured, and threats like Naxalism and terrorism have significantly diminished. “Now, the enemy dare not glance towards India’s borders. No one dares to provoke us. If someone does, India possesses the strength to respond fittingly. This is the essence of the new India—it does not provoke, but if provoked, it does not hesitate to retaliate.”

Highlighting the significant strides made in infrastructure development in the new India, the CM stated, “Today, we witness the implementation of major infrastructure projects such as highways, railways, airports, AIIMS, and IT parks in every district, alongside innovative approaches in governance. Villages, the impoverished, farmers, women, armed forces personnel, and citizens across the nation are reaping the benefits of welfare schemes, evident within the past decade.”

In the past seven years, under the double-engine government, 56 lakh houses have been constructed for the economically disadvantaged without any discrimination, 3 crore toilets have been built, and Ayushman cards have been issued to 10 crore individuals. Additionally, 15 crore people receive free ration monthly, he added.

The Chief Minister emphasized the historic significance of Ram Lalla’s presence in Ayodhya after 500 years, stating that Uttar Pradesh has become the focal point of faith in India. He described the new Uttar Pradesh as a symbol of security, prosperity, livelihood, and reverence for faith, with a strong emphasis on cultural preservation and robust measures for the safety of women and businessmen.

Criticizing the Congress and SP, he asserted that they are incapable of providing such assurances and fail to respect faith, resorting to violence at the mere mention of Lord Ram’s name.

CM Yogi Adityanath emphasized that Uttar Pradesh offers utmost security for investors, highlighting the recent GBC held in Lucknow, through which investments worth Rs 10.5 lakh crore have been implemented. These investments are expected to create job opportunities for 35 lakh youth, not only within UP but also for young people from across the country seeking employment.

He further revealed that 634 entrepreneurs have signed MoUs in Bareilly, pledging a total investment of Rs 44,649 crore.

CM Yogi virtually participates in the launch program of PM Suraj National Portal

Prime Minister Narendra Modi, on Wednesday, launched the PM Suraj National Portal and engaged in discussions with beneficiaries. Chief Minister Yogi Adityanath participated virtually in this program from the GIC Community Center in Bareilly. During the event, the Chief Minister interacted with beneficiaries of various economic empowerment schemes in the Bareilly division and distributed checks to them.

CM inaugurates Adinath Chowk, unveils damru

After attending the Prime Minister’s program, Chief Minister Yogi Adityanath proceeded to Adinath Chowk in Bareilly. There, he inaugurated Adinath Chowk and unveiled the Damru. This intersection was formerly known as Delapir Chauraha.

The Chief Minister was accompanied by Bareilly in-charge and State Tourism Minister Jaiveer Singh, Public Works Minister Jitin Prasad, Forest and Environment Minister Dr. Arun Kumar, Mayor Dr. Umesh Gautam, MP Santosh Gangwar, Amla MP Dharmendra Kashyap, Cantt MLA Sanjeev Aggarwal, and several other public representatives, including District Panchayat President Rashmi Patel.

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MP: मंत्रि-परिषद ने दी “देवी अहिल्या नारी सशक्तिकरण मिशन” के क्रियान्वयन को स्वीकृति

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक शुक्रवार को लोकमाता अहिल्याबाई की नगरी महेश्वर में हुईं। मंत्रि-परिषद ने प्रदेश के 19 नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मदिरा को प्रतिबंधित किए जाने की स्वीकृति दी है। निर्णय अनुसार उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मण्डलेश्वर, ओरछा, मैहर, चित्रकूट, दतिया, पन्ना, मण्डला, मुलताई, मंदसौर और अमरकंटक की सम्पूर्ण नगरीय सीमा में एवं सलकनपुर, कुण्डलपुर, बांदकपुर, बरमानकलां, बरमानखुर्द और लिंगा की ग्राम पंचायत सीमा में समस्त मदिरा दुकानों एवं बार को बंद किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 19 नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों को पूर्णतः पवित्र घोषित किया गया है। देवी अहिल्या नारी सशक्तिकरण मिशन के क्रियान्वयन की स्वीकृति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के विकास में चार वर्गों यथा युवा, महिला, किसान और गरीब को आधार स्तम्भ के रूप में परिभाषित किया है। इसी अनुक्रम में देवी अहिल्या नारी सशक्तिकरण मिशन प्रारम्भ किया जाएगा। मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में महिलाओं के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास के उद्देश्य से विमेन लीड डेवलपमेंट प्रयास को समन्वित रूप से लागू करने के लिए देवी अहिल्या नारी सशक्तिकरण मिशन के क्रियान्वयन का सैद्धांतिक अनुमोदन दिया है। मिशन के प्रमुख उद्देश्यों में महिलाओं और बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आर्थिक विकास एवं सुरक्षा, महिलाओं एवं बालिकाओं तक विभिन्न सरकारी सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना, महिलाओं के आर्थिक स्वावलम्बन व समाज में आर्थिक भागीदारी बढाने के लिए एकीकृत प्रयास करना, समाज में महिलाओं और बालिकाओं के प्रति सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन के लिए पुरुषों में संवेदनशीलता बढ़ाने वाली जागरूकता विकसित किया जाना शामिल है। मिशन के प्रमुख लक्ष्यों में जन्म के समय लिंगानुपात में 5 अंक प्रति हज़ार की वृद्धि करना, बालिकाओं की 10 या उससे अधिक वर्षों की स्कूली शिक्षा में 5% की वृद्धि करना, मातृ मृत्यु दर में 10 अंक की कमी लाना, महिला के विरुद्ध अपराध में 5 अंक की कमी लाना, बाल विवाह को रोकने और महिला श्रमबल भागीदारी दर में 3% की वृद्धि करना शामिल है। देवी अहिल्या नारी सशक्तिकरण मिशन के प्रमुख घटक में स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा और जीवन कौशल, आर्थिक स्वावलंबन, सुरक्षा एवं संरक्षण और संवाद से व्यवहार परिवर्तन है। “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” में सोलर कृषि पम्प शामिल किए जाने की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में कृषक/कृषकों के समूह को कृषि पम्प कनेक्शन प्रदान करने के लिए “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” में वर्तमान में प्रचलित “मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना” अंतर्गत सोलर कृषि पम्प भी सम्मिलित किए जाने का निर्णय लिया है। निर्णय अनुसार “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” की अनुदान व्यवस्था को संशोधित किया गया है। अब योजना में परियोजना लागत का श्रेणीवार 5 प्रतिशत अथवा 10 प्रतिशत कृषक द्वारा मार्जिन मनी के रूप में दिया जाएगा। शेष राशि के लिए कृषक द्वारा ऋण लिया जाएगा, जिस ऋण के भुगतान का संपूर्ण दायित्व राज्य शासन का होगा। राज्य शासन द्वारा उक्त ऋण का भुगतान सोलर कृषि पंप लगने की वजह से कृषि उपभोक्ताओं के लिए “अटल कृषि ज्योति योजना” एवं अन्य योजनाओं के अंतर्गत वितरण कंपनियों को देय सब्सिडी में हुई बचत से ऋण का भुगतान किया जा सकेगा। योजना के प्रथम चरण में अस्थायी विद्युत संयोजन वाले उपभोक्ताओं अथवा अविद्युतिकृत कृषकों को सोलर पंप का लाभ दिया जाएगा। योजना के आगामी चरणों में स्थायी विद्युत पंप उपयोग कर रहे कृषकों को भी सोलर पंप दिया जाना प्रस्तावित है। इसका क्रियान्वयन राज्य में मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा केन्द्र सरकार की “कुसुम योजना” के घटक ‘ब’ अंतर्गत किया जायेगा। सोलर पम्प की स्थापना से विद्युत पम्पों को विद्युत प्रदाय के लिए राज्य सरकार पर अनुदान के भार को सीमित किया जा सकेगा एवं विद्युत वितरण कम्पनियों की वितरण हानियों को कम किया जा सकेगा। मध्यप्रदेश एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग कॉमिक्स और विस्तारित रियलिटी नीति-2025 की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग कॉमिक्स और विस्तारित रियलिटी क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए “मध्यप्रदेश एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग कॉमिक्स और विस्तारित रियलिटी (एवीजीसी/एक्सआर) नीति-2025” जारी किये जाने का निर्णय लिया है। एवीजीसी/एक्सआर नीति-2025″ लागू किए जाने से एवीजीसी-एक्सआर उ‌द्योग के लिए राज्य में एक स्थायी पारिस्थितिकी-तंत्र का निर्माण होगा, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में निवेश बढ़ेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह नीति एवीजीसी क्षेत्र को बढ़ावा देकर राज्य को कई लाभ प्रदान कर सकती है। इससे न केवल युवाओं के लिए हजारों नौकरियों का सृजन होगा बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। इससे कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा और राज्य को इस क्षेत्र में विश्व स्तरीय उत्पादन केंद्र बनाने में मदद मिलेगी। भोपाल में बावड़ियाकलां चौराहा से ऑशिमा मॉल तक रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति मंत्रि-परिषद ने भोपाल शहर में बावड़ियाकलां चौराहा (अपोलो सेज अस्पताल) से ऑशिमा मॉल तक 733 मीटर लंबे रेलवे ओवर ब्रिज और 310 मीटर एप्रोच रोड़ के निर्माण कार्य के लिए 144 करोड़ 18 लाख रूपये की स्वीकृति दी है। इसके निर्माण से क्षेत्र में आवागमन सुगम होगा। विशेष परिस्थितियों में स्थानान्तरण पर प्रतिबंध से छूट का निर्णय मंत्रि-परिषद ने स्थानान्तरण पर प्रतिबंध से छूट देने की स्वीकृति देते हुए विशेष परिस्थितियों में स्थानान्तरण आदेश जारी करने के अधिकार विभागों को प्रत्यायोजित करने का निर्णय लिया। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय को “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” के रूप में किया जायेगा विकसित मंत्रि-परिषद ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर नगर इन्दौर (महू) में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय को विधि संकाय प्रारंभ करने के लिए 25 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की। इसके साथ ही डॉ. बी.आर अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किए जाने का निर्णय लिया गया है। अन्य निर्णय मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में स्वीकृत नवीन जिले मऊगंज, मैहर एवं पांढुर्णा में जिला चिकित्सालय के संचालन के लिये 424 नवीन पदों की स्वीकृति दी। इसमें 421 नियमित एवं 03 संविदा पद शामिल है।

न मंदिर, न मूर्ति, रामनाम ही है अवतार, रामनाम ही ले जाएगा भवसागर पार

महाकुम्भ नगर। सनातन संस्कृति के महापर्व महाकुम्भ में सम्मिलित होने तरह-तरह के साधु, संन्यासी, जाति, पंथ, संप्रदाय के लोग देश के कोने-कोने से आते हैं। इस क्रम में महाकुम्भ में सम्मिलित होने छत्तीसगढ़ के रहने वाले रामनामी संप्रदाय के अनुयायी पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाने आये हैं। अपने पूरे शरीर में राम नाम गुदवाये हुए, सफेद वस्त्र और सिर पर मोरपंख का मुकुट धारण किये हुए रामनामी संप्रदाय के अनुयायी संगम की रेती पर राम भजन करते हुए महाकुम्भ में पवित्र स्नान को बेताब हैं। रामनामी संप्रदाय के लोग पूरे शरीर पर गुदवाते हैं राम नाम पौराणिक मान्यता और परंपरा के अनुसार महाकुम्भ में पवित्र संगम में स्नान करने सनातन आस्था से जुड़े सभी जाति, पंथ और संप्रदाय के लोग जरूर आते हैं। इसी में से एक हैं छत्तीसगढ़ के जांजगीर, भिलाई, दुर्ग, बालोदाबजार, सांरगगढ़ से आये हुए रामनामी संप्रदाय के लोग। 19वीं शताब्दी में जब सनातन संस्कृति के तथाकथित उच्च वर्ग के लोगों ने छत्तीगढ़ में कुछ जनजाति के लोगों को मंदिर में प्रवेश करने और मूर्ति पूजा से वंचित किया तो जनजाति के लोगों ने अपने पूरे शरीर पर ही राम नाम अंकित कर अपनी देह को राम का मंदिर बना लिया। रामनामी संप्रदाय की शुरूआत जांजगीर चंपा के परशुराम जी से मानी जाती है। इस पंथ के अनुयायी अपने पूरे शरीर पर रामनाम का टैटू या गोदना गोदवाते हैं। राम नाम लिखा हुआ सफेद वस्त्र और सिर पर मोरपंख से बना मुकुट धारण करते हैं। राम नाम का जाप और मानस की चौपाईयों का भजन करते हैं। रामनामी संप्रदाय के लोग मंदिर और मूर्ति पूजा नहीं करते वो निर्गुण राम के उपासक हैं। वर्तमान में रामनामी संप्रदाय के लगभग 10 लाख से अधिक अनुयायी मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ के जिलों में रहते हैं। राम नाम ही अवतार, राम नाम ही भवसागर की पतवार रामनामी संप्रदाय के कौशल रामनामी का कहना है कि महाकुम्भ में पवित्र स्नान करने उनके पंथ के लोग जरूर आते हैं। मौनी अमावस्या की तिथि पर राम नाम का जाप करते हुए हम सब संगम में अमृत स्नान करेंगे। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ से आये कौशल रामनामी का कहना है पिछली पांच पीढ़ी से उनके पुरखे महाकुम्भ में सम्मिलित होने आते रहे हैं। आने वाले समय में हमारे बच्चे भी परंपरा जारी रखेंगे। उन्होंने बताया कि सारंगढ़, भिलाई, बालोद बाजार और जांजगीर से लगभग 200 रामनामी हमारे साथ आये हैं। अभी और भी लोग मौनी अमावस्या से पहले प्रयागराज आ रहे हैं। हम लोग परंपरा के मुताबिक मौनी अमावस्या के दिन राम नाम का जाप करते हुए त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगे। राम भजन करते हुए महाकुम्भ से अपने क्षेत्रों में लौट जाएंगे। उन्होंने बताया कि वो रामनाम को ही अवतार और भवसागर की पतवार मानते हैं। वो मंदिर नहीं जाते और मूर्ति पूजा नहीं करते। केवल राम नाम का जाप ही उनका भजन है और रामनाम लिखी देह ही मंदिर।

Vice President inaugurates Uttar Pradesh Foundation Day celebrations in Lucknow

Vice President Jagdeep Dhankhar inaugurated a three-day celebration marking Uttar Pradesh’s Foundation Day at Avadh Shilp Gram, Lucknow. The event was graced by the presence of Governor Anandiben Patel and Chief Minister Yogi Adityanath. Spanning from January 24 to 26, the grand occasion showcases the state’s rich cultural heritage, developmental journey, and strides in economic empowerment. As part of the celebrations, six distinguished individuals who have brought international recognition to the state’s growth and pride were honored with the ‘Uttar Pradesh Gaurav Samman’. The awardees included Krishnakant Shukla from Varanasi, Himanshu Gupta, an entrepreneur and environmentalist from Vrindavan, Mathura, Manish Verma, an agricultural entrepreneur from Kanpur, Krishna Yadav, a woman entrepreneur from Bulandshahr, Colonel Subhash Deshwal, an agricultural expert from Bulandshahr, and Dr. Jai Singh, a banana cultivation expert from Bahraich. Each recipient was presented with Rs 11 lakh, a certificate of appreciation, and a ceremonial stole by the Vice President. During the event, the Vice President launched the e-portal for the Mukhyamnatri Yuva Udyami Vikas Abhiyan (M YUVA). The initiative aims to make young people self-reliant and entrepreneurial by providing interest-free loans. Under this, youth aged 21 to 40 years are eligible for the scheme. In the first phase, loans up to Rs 5 lakh will be offered, and in the second phase, up to Rs 10 lakh. So far, 27,500 applications have been received, and loans amounting to Rs 254 crore have been sanctioned. During this, checques were distributed to five beneficiaries including Akash Awasthi (Lucknow), Krishna Kumar Vishwakarma (Ayodhya), Amit Kumar and Sonal Sharma (Amroha), and Akshansh Raj Singh (Gorakhpur). The event also recognized individuals promoting traditional crafts and entrepreneurship. Awards were presented to Nisha Devi, a handicraft artist from Varanasi, Jitendra from Gorakhpur, and Shishir Asthana, an MSME awardee from Agra. Additionally, the certificates for Sant Kabir Award was given to Rajiul Hasan (Gorakhpur) and Angika Kushwaha (Varanasi). The event showcased Uttar Pradesh’s rich cultural diversity with mesmerizing performances by artists from various districts. Folk dances and music captivated the audience, with a standout performance by renowned folk singer Padma Shri Malini Awasthi, adding vibrant energy to the celebration. A short film highlighting Uttar Pradesh’s development journey under the leadership of CM Yogi Adityanath was also screened, reflecting the state’s progress and achievements. As part of UP Diwas celebrations, cultural and social programs are being organized across all 75 districts of the state. Special events at Mahakumbh’s Sector-7 and Noida Shilpgram are also narrating the story of the state’s rich heritage and development journey.

MP-भारतीय खिलाड़ियों ने बल, पराक्रम, कौशल एवं बुद्धि से पूरे विश्व में बनाई है पहचान : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सहयोग क्रीड़ा मंडल द्वारा गोटेगांव में आयोजित ऑल इंडिया प्रो- कबड्डी टूर्नामेंट को संबोधित कर कहा कि देश के खिलाड़ियों ने बल, पराक्रम, कौशल एवं बुद्धि से पूरे विश्व में पहचान बनाई है। विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों ने देश का मान बढ़ाया है। प्रत्येक आयोजन में कबड्डी एवं कुश्ती के खिलाड़ियों ने निश्चित रूप से पदक प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आने वाला समय युवाओं का समय है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खिलाड़ियों एवं खेल विधाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। नवीन शिक्षा नीति में खेलों को विषय के रूप में शामिल किया गया है। साथ ही जन शिक्षकों की भर्ती की गई है। 11 लाख रूपए की राशि सहयोग क्रीड़ा मंडल गोटेगांव को देने की घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मणिनागेन्द्र सिंह फाउंडेशन, सहयोग क्रीड़ा मंडल द्वारा पारंपारिक खेलों के लिए किये जा रहे प्रयासों के साथ ही विगत 41 वर्षों से निरंतर आयोजित की जा रही कबड्डी प्रतियोगिता के वृहद आयोजन को लेकर प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि समिति के प्रयासों से अनेकों देश- प्रदेश स्तर के खिलाड़ी बने हैं। कबड्डी का ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं है, जो गोटेगांव से खेलकर न गया हो। उन्होंने समिति द्वारा किये जा रहे खेलों के साथ ही समाज सेवा के कार्यों को भी सराहा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंचीय कार्यक्रम से 11 लाख रुपये की राशि समिति को देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी समय में परंपरागत खेलों को प्रोत्साहित करने के तारतम्य में कबड्डी लीग भी कराया जायेगा। सांसद चौ. दर्शन सिंह, विधायकद्वय श्री विश्वनाथ सिंह पटेल व श्री महेन्द्र नागेश, सहयोग क्रीड़ा मंडल के संस्थापक सदस्य श्री मुलाम सिंह पटेल सहित अन्य विशिष्ट जनप्रतिनिधि मौजूद थे। कबड्डी खिलाड़ियों ने देश का मान बढ़ाया मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कबड्डी के खिलाड़ियों एवं प्रशंसकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कबड्डी एकमात्र ऐसा खेल है, जिसमें भारतीय दर्शन परिलक्षित होता है। कबड्डी के प्राणायाम व व्यायाम से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा महाभारत के चक्रव्यूह की संरचना की तरह इस खेल के मैदान में खिलाड़ी के पराक्रम और स्फूर्ति का अद्भुत समन्वय का अहसास होता है। बदलते दौर में अब अन्य देश भी कबड्डी को प्रोत्साहित कर रहे हैं। कबड्डी के खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का मान बढ़ाया है। परंपरागत खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार भरसक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि माटी में खेलने का आनंद कुछ और ही है। कबड्डी जैसे खेलों को विदेशों में आत्मीयता से अपना रहे हैं। सरकार महिला, गरीब, युवा तथा किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार महिला, गरीब, युवा तथा किसानों के कल्याण के लिए अभियान चलाकर कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2028 तक हर गरीब का पक्के आवास का स्वप्न को पूरा करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसी तरह युवाओं के लिए एक लाख से अधिक सरकारी पदों में नियुक्ति की जा रही है। आने वाले 5 वर्षों में 2.70 लाख पदों पर भर्ती कर सभी सरकारी पद भरे जायेंगे। लोक सेवा आयोग के लंबित सभी परीक्षायें शीघ्र आयोजित की जायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा तथा रोजगार की दिशा में कार्य करते हुए युवा कल्याण का अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है। भगवान श्री राम एवं श्री कृष्ण प्रदेश में जहां– जहां प्रवास किये वहां बनाये जायेंगे धार्मिक पर्यटन स्थल मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर की सुशासन की दिशा में उल्लेखनीय कार्य की है। उनके आदर्शों के अनुरूप प्रदेश में सुशासन के मापदंड स्थापित करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हर स्थानों पर मूलभूत सुविधाओं के साथ- साथ कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण एक वर्ष पूर्ण होने पर देश में उत्साह का माहौल है। पूरे देश में सांस्कृतिक अनुष्ठान आयोजित किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में भी जहां- जहां भगवान श्री राम एवं श्री कृष्ण के चरण पड़े उन स्थानों को धार्मिक पर्यटन केन्द्र के रूप में दर्शित किया जायेगा। 17 अलग- अलग धार्मिक स्थानों में की जायेगी शराबबंदी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश में नशाखोरी जैसी सामाजिक बुराई के रोकथाम के लिए 17 अलग-अलग धार्मिक स्थानों में शराबबंदी की जायेगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा वासियों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। नर्मदा किनारे उनके लिए आश्रय स्थल तथा स्नान घाट बनाये जायेंगे। साथ ही कहा कि नर्मदा के आंचल को हरा-भरा कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी कार्य किया जायेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने स्वागत उद्बोधन में परंपरागत खेलों को बढ़ावा देने में किये जा रहे नवाचार के साथ कहा कि गोटेगांव में लगातार 41 वर्षों से जनभावना के अनुरूप कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार भी खेल गतिविधियों को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। कार्यक्रम के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्व. मणिनागेंद्र सिंह के छायाचित्र पर माल्यार्पण भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हाई जंप नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट अंजली वर्मा को शील्ड देकर सम्मानित किया। मंच से किया विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभांवित मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंच से लाड़ली लक्ष्मी योजना में आनबी पटेल, तेजस्वनी कहार व शिवन्या ठाकुर, मप्र भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण अंतर्गत सुपर 5000 योजना में श्रीमती आस्था लोधी, श्री पंकज दुबे व श्री जगदीश लोधी और पशुपालन विभाग के अंतर्गत चारा विकास योजना के तहत श्री रोहित अग्रवाल को लाभान्वित किया। कबड्डी खिलाड़ियों से किया परिचय प्राप्त मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंचीय कार्यक्रम के बाद सहभागी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। साथ ही सभी खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य शुभकामनायें देकर प्रोत्साहित किया। 135.18 करोड़ रूपये की लागत के 39 निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गोटेगाँव में 135 करोड़ 18 लाख रूपये की लागत के 39 कार्यो का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। इनमें 22 करोड़ 85 लाख रूपये के 19 निर्माण

MP-माँ नर्मदा के आशीर्वाद से निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को लोकमाता अहिल्याबाई की पावन नगरी महेश्वर में नर्मदा के घाट पर माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के आशीर्वाद से मध्यप्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने माँ नर्मदा से प्रदेश की समृद्धि और प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिये कामना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रि-परिषद के सदस्यों के साथ माँ नर्मदा को चुनरी अर्पित कर दुग्ध अभिषेक भी किया। नर्मदा पूजन में 20 स्थानीय पंडितों द्वारा नर्मदाष्टक का उच्चारण कर विधि-विधान से पूजन कराया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव और मंत्रि-परिषद के सदस्य शुक्रवार को केबिनेट बैठक के लिये महेश्वर पहुँचे थे।

उत्तर प्रदेश दिवस राज्य की समृद्धि और गौरव का उत्सव है- सीएम योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की गौरवशाली यात्रा और उपलब्धियों को समर्पित उत्तर प्रदेश दिवस का भव्य शुभारंभ लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में हुआ। 24 जनवरी से 26 जनवरी तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह का उद्घाटन देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (सीएम युवा) के ई-पोर्टल की लॉन्चिंग की गई और 25,000 युवा उद्यमियों को उनके उद्यम की स्थापना के लिए ऋण और स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। साथ ही प्रदेश छह लोगों को उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान प्रदान किया गया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस राज्य की समृद्धि और गौरव का उत्सव है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपराष्ट्रपति का स्वागत करते हुए उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह वर्ष हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यूपी में महाकुम्भ का आयोजन हो रहा है। बीते 10 दिनों में देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पूज्य संतों के सानिध्य में गंगा स्नान कर पुण्य प्राप्त किया। यह श्रद्धालु यहां से देशभर में एकता का संदेश लेकर जा रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि यह वर्ष विशेष रूप से इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में निर्मित संविधान 26 नवंबर 1950 को संविधान सभा को सौंपा गया था। इस संविधान को लागू करने के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। साथ ही 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश की स्थापना हुई थी। यह दिन हमारे लिए गौरवशाली यात्रा का प्रतीक है। आज उत्तर प्रदेश अनलिमिटेड पोटेंशियल का प्रतीक बन गया है- सीएम मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य को रेखांकित करते हुए कहा कि 1775 से 1833 तक यह क्षेत्र फोर्ट विलियम (बंगाल) के अधीन था। 1834 में इसे बंगाल से अलग कर आगरा प्रेसिडेंसी बनाया गया और 1836 में इसका नाम नॉर्थ वेस्टर्न प्रोविंसेज पड़ा। 1902 में इसे ‘नॉर्थ वेस्टर्न प्रोविंसेज एंड अवध’ और 1937 में ‘यूनाइटेड प्रोविंसेज’ नाम दिया गया। अंततः 24 जनवरी 1950 को इसे ‘उत्तर प्रदेश’ के नाम से पहचाना गया। आज यह प्रदेश अनलिमिटेड पोटेंशियल का प्रतीक बन गया है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान से प्रतिवर्ष बनेंगे 1 लाख युवा उद्यमी- सीएम योगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2018 में तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक जी के मार्गदर्शन में पहला उत्तर प्रदेश दिवस मनाया गया। आज यह आयोजन अपने 7वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। उत्तर प्रदेश ने इस दौरान कई योजनाओं की शुरुआत की। पहले स्थापना दिवस में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना लागू की गई। दूसरे स्थापना दिवस में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना प्रारंभ की गई। अलग-अलग वर्षों में अन्य योजनाओं को भी प्रारंभ किया गया। सीएम योगी ने कहा कि आज के इस अवसर पर महामहिम उपराष्ट्रपति के कर कमलों से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान का शुभारंभ हो रहा है। इस योजना के तहत प्रतिवर्ष 1 लाख युवाओं को उद्यमी बनने का अवसर मिलेगा। 21 से 40 वर्ष की आयु के युवाओं को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा। पहले चरण में ₹5 लाख तक का ऋण और दूसरे चरण में ₹10 लाख तक का ऋण दिया जाएगा। इस योजना के तहत अब तक 27,500 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, और ₹254 करोड़ का ऋण स्वीकृत किया गया है। अगले चार वर्षों में ‘वन ट्रिलियन डॉलर’ की अर्थव्यवस्था बनेगा उत्तर प्रदेश- सीएम योगी सीएम योगी ने कहा कि 2016-17 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ रुपये की थी, जो अब 27 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। अगले 4 वर्ष के अंदर प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर के इकोनॉमी के रूप में अपने आप को स्थापित करेगा। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में बिना भेदभाव के शासन की योजना को पहुंचाने का काम चल रहा है। गांव, गरीब, किसान, नौजवान और महिला प्रत्येक के विकास के लिए उत्तर प्रदेश में योजनाएं संचालित हो रही हैं। सभी जनजातीय बंधुओं तक हंड्रेड परसेंट सैचुरेशन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है। कानून व्यवस्था, निवेश, टूरिज्म और आधारभूत संरचना में सुधार कर उत्तर प्रदेश आज देश के विकास इंजन के रूप में उभर रहा है। ‘जीरो पावर्टी’ लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेश- मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘जीरो पावर्टी’ लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रदेश में सर्वेक्षण चल रहा है। हमारा प्रयास है कि अगले वर्ष जब हम उत्तर प्रदेश दिवस मनाएं, तब हर गरीब के पास सिर छिपाने के लिए छत हो, जमीन का पट्टा हो, आयुष्मान कार्ड और पेंशन जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि हम जाति, भाषा या क्षेत्र के भेदभाव से ऊपर उठकर हर गरीब और वंचित को उनका हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। देश के सर्वश्रेष्ठ टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है उत्तर प्रदेश- मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी आध्यात्मिक विरासत को सहेजते हुए देश के सर्वश्रेष्ठ टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है। कानून व्यवस्था को बेहतर बनाकर प्रदेश को निवेश का बेहतरीन गंतव्य बनाया गया है। यह देश का फूड बास्केट बन चुका है। एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट और मेट्रो नेटवर्क के मामले में यह देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस राज्य की ऐतिहासिक यात्रा, सांस्कृतिक धरोहर और उपलब्धियों को समर्पित एक महत्वपूर्ण आयोजन है। प्रदेश तेजी से प्रगति की राह पर बढ़ रहा है। सरकार की योजनाएं और प्रयास उत्तर प्रदेश को ‘उद्यमियों का प्रदेश’ और देश के विकास का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। इस तीन दिवसीय समारोह ने न केवल प्रदेशवासियों को अपने गौरवशाली अतीत पर गर्व करने का अवसर देगा, बल्कि भविष्य के लिए नए सपनों और उम्मीदों का संचार भी करेंगा। उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर 6 विशिष्ट व्यक्तियों को उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, जयवीर सिंह, राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा, संजय सेठ, विधायक राजेश्वर सिंह, जयदेपी, योगेश शुक्ला, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह समेत