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उत्तराखंड की धामी सरकार के “तीन साल बेमिसाल”कार्यक्रम के तहत रुद्रपुर में हुआ भव्य कार्यक्रम का आयोजन

 सीएम धामी का हुआ ऐतिहासिक स्वागत, सीएम धामी ने स्वीकार किया जनता का अभिवादन

रोड शो के दौरान गाजे बाजे और आतिबाजी के बीच पुष्प वर्षा से उत्सव जैसा बना माहौल

नये जोश और उत्साह के साथ रुद्रपुर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

मुस्लिम महिलाओं ने भी किया स्वागत, सीएम ने की पुष्प वर्षा

कड़ी सुरक्षा के बीच रुद्रपुर पहुंचे सीएम धामी ने सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर किया जनता का अभिवादन

रूद्रपुर -(एम सलीम खान संवाददाता) सीएम पुष्कर सिंह धामी के स्वागत के सोमवार को जनसमुदाय उमड़ पड़ा। रोड शो के दौरान ढाल नगाड़ों की गूंज और आतिशबाजी के बीच फूलों की बारिश से पूरा माहौल उत्सव सा नजर आया। रोड शो गल्ला मण्डी से शुरू होकर मुख्य बाजार होते हुए गांधी पार्क पहुंचा। सीएम धामी के स्वागत के लिए युवा कार्यकर्ताओं ने बाईक रैली भी निकाली।

सोमवार दोपहर करीब सवा बारह बजे सीएम धामी हैलीपैड पहुंचे। यहां जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा कई भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके पश्चात सीएम धामी का काफिला वेंडिंग जोन पहुंचा। जहां मुख्यमंत्री ने फीता काटकर वेंडिंग जोन का शुभारम्भ किया। इसके पश्चात सीएम धामी सीधे गल्ला मण्डी पहंुचे। यहां पर महापौर विकास शर्मा की अगुवाई में सीएम धामी का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। इसके पश्चात सीएम धामी रोड शो के लिए फूलों से सजे वाहन पर सवार हुए। वाहन में उनके साथ विधायक शिव अरोरा, महापौर विकास शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला भी सवार हुए।

 

सीएम धामी के रोड शो का स्वागत करने के लिए सड़क के दोनों ओर भारी संख्या में लोग जुटे थे। मानव श्रृंखला बनाकर भारी संख्या में लोगों ने सीएम का स्वागत किया। भवनों की छतों पर से भी कार्यकर्ताओं ने सीएम धामी पर पुष्प वर्षा करते हुए उनका स्वागत किया। गाजे बाजों के साथ निकले सीएम धामी के रोड शो के दौरान उनके वाहन के आगे विभिन्न संस्कृतियों की झलक भी देखने को मिली। रोड शो के दौरान जगह जगह आतिशबाजी भी की गयी।

वहीं जेसीबी में सवार कार्यकर्ताओं ने भी सीएम धामी पर पुष्प वर्षा की। मुख्य बाजार में सीएम धामी के स्वागत के लिए अग्रवाल सभा, श्री सनातन धर्म सभा, ब्राम्हण सभा, कैमिस्ट एसोसिएशन,देवभूमि व्यापार मण्डल, गुरूद्वारा श्री सिंह सभा सहित विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने स्टाल लगाये थे जहां पर सीएम धामी पर फूलों की बारिश की गयी।

 

सीएम धामी ने भी लोगों पर पुष्प वर्षा करते हुए उनका अभिवादन स्वीकार किया। रोड शो के पश्चात सीएम धामी ने गांधी पार्क पहुंचकर यहां सरकार के तीन साल पूरे होने पर लगाये गये बहुद्देशीय शिविर में विभागों एवं स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने समूह से जुड़ी महिलाओं से संवाद भी किया। इसके पश्चात उन्होंने मुख्य कार्यक्रम स्थल पर करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।

इस दौरान धीरेन्द्र मिश्रा,भारत भूषण चुघ, सुरेश कोली, तरूण दत्ता, मुकेश वशिष्ठ, संजीव शर्मा, संदीप मिश्रा, विश्वनाथ शर्मा, इंद्रेश मिश्रा, निमित शर्मा, हिमांशु शुक्ला, पूर्व जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा ,अमित नारंग, पूर्व मेयर रामपाल सिंह, विवेक सक्सेना, सुरेश कोली, शालिनी बोरा, संजीव सिंह, रश्मि रस्तोगी, फरजाना बेगम, विजय भूषण गर्ग, शाहखान राजशाही, यशपाल घई, संदीप अनेजा सोनू, प्रीत ग्रोवर, प्रमोद शर्मा, सुरेश गौरी, अनिल चौहान, सुशील चौहान, दिलीप अधिकारी, सुमित छावड़ा, रमेश कालड़ा, राजेश जग्गा, कमल पांडेय, पूरन परिहार, हरीश जोशी, निमित शर्मा, सुनील वाल्मीकि, रजनी रावत, महेन्द्र आर्य, बीनू कुमार, विष्णु, देवेन्द्र बामल, गिरीश पाल, मोहसीन मियां, राजेन्द्र राठौर, कैलाश राठौर, एमपी मौर्य, राधेश शर्मा, पदम शर्मा, गजानंद शर्मा, धीरू तिवारी, नवीन मिश्रा,दलीप अधिकारी, चंदन अग्रवाल, महेन्द्र छाबड़ा, वीनू गम्बर, मनोज मदान, सचिन मुंजाल, पंकज बांगा, विवेकदीप सिंह, राजेश जग्गा, प्रमोद शर्मा, सुशील चौहान,

पवन राणा, भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील ठुकराल,सुशील गाबा, पारस चुघ,जगदीश टंडन, नरेंद्र अरोड़ा, विशाल खुराना, हरजीत राठी,गुरमीत सिंह, धीरेश गुप्ता, मुकेशपाल, हरजीत राठी, देव मेनन, गिरीश पाल, मंदीप वाल्मीकि, दीपक पुंशी, संदीप, श्री सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष एड-महेश बब्बर, वरिष्ठ समाससेवी रोहताश बत्र, महामंत्री ओमप्रकार अरोरा,सुरेन्द्र मिड्डा, सन्नी बब्बर, अग्रवाल सभा के अध्यक्ष अर्जुन गुप्ता, कैलाश चन्द्र गर्ग, तारा चन्द्र अग्रवाल, राजेश श्यामपुरिया,मोहन लाल गर्ग, नरेन्द्र बंसल,श्री ओम अग्रवाल, अजय बंसल,अमित जैन लोहिया, राजेन्द्र तुलस्यान,नितेश गुप्ता,शरद अग्रवाल,कुशल अग्रवाल, मोहन लाल अग्रवाल, सुरेश मित्तल, ललित गोयल,मुकुल मित्तल, अनुज अग्रवाल, आनन्द अग्रवाल, नीरज गर्ग सहित काफी संख्या में विभिन्न धार्मिक,सामाजिक व व्यापारिक संगठनों से जुड़े लोग शामिल थे।

अंतिम छोर तक विकास की धारा पहुंचने तक चैन से नहीं बैठेंगेः धामी

रूद्रपुर – राज्य सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सबसे पहले राज्य आंदोलनकारियों को नमन कर याद किया। सीएम धामी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों को यहां देखकर ऐसा लग रहा है जैसे मेरे उपर आशीर्वाद की बर्षा हो रही है। सीएम धामी ने रूद्रपुर नगर निगम में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के लिए रूद्रपुर की जनता का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्साह का यह माहौल यह संदेश दे रहा है कि तीन वर्ष पूर्व जनता ने जिस विश्वास के साथ हमें राज्य की जिम्मेदारी सौंपी आप के उस विश्वास पर सरकार खरा उतर रही है। इन तीन वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्ग दर्शन में हमारी सरकार ने सेवा सुशासन और विकास की एक नई गाथा लिखने का प्रयास किया है। हमने अपने कार्यकाल में शहरों से लेकर सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक सड़कों से जोड़ने का प्रयास किया है वहीं उड़ान योजना के अंतर्गत दर्जन भर से अधिक स्थानों तक हेली सेवा शुरू कर प्रदेश की एयर कनेक्टिविटी को मजबूत किया है। प्रदेश में सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य एवं खेल सहित प्रमुख क्षेत्रों का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया है। विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 30 से अधिक नीतियां लागू कर रोजगार के अवसर विकसित करते हुए पलायन की समस्या से भी निपटने का प्रयास किया है।

गरीब परिवारों के लिए पक्का घर, निःशुल्क राशन, निःशुल्क सिलेंडर आदि की व्यवस्था भी की जा रही है। प्रदेश के किसानों के उत्थान और समृद्धि के लिए भी सरकार संकल्पित होकर काम कर रही है। किसानों को प्रमुख फसलों पर बढ़ी हुई एमएसपी देकर उनकी आय भी बढ़ाने का भी काम किया गया है। किसानों को कृषि उपकरण खरीदने के लिए भी बड़ी राहत दी जा रही है। हाल ही में उत्तराखण्ड ने राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन करके यह दिखा दिया कि उत्तराखण्ड अब किसी भी राज्य से कम नहीं है उत्तराखण्ड अपने दम पर कोई भी काम कर सकता है।

सीएम धामी ने कहा कि हमारी नीतियों का परिणाम है कि वर्ष 2023-24 में सतत विकास कार्यों के लक्ष्य के इंडेक्स में उत्तराखण्ड पहले नंबर पर आया है। उत्तराखण्ड में बेरोजगारी दर में 4-4 प्रतिशत कमी आई है। विकास और समृद्धि सुनिश्चित करने के साथ ही सरकार ने सरकार ने समान नागरिक संहिता लागू करने का काम किया है। यह कानून भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा। नकल माफिया पर शिकंजा कसने के लिए देश का पहला कठोर नकल रोधी कानून लागू किया। नकल का कानून पूरे देश के लिए उदाहरण बन चुका है। प्रदेश की जमीन को माफिया से बचाने के लिए जनता की उम्मीदों के अनुरूप भू-कानून लागू किया। महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, राज्य आंदोलनकारियों को दस फीसदी क्षैतिज आरक्षण, पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी, विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति, 207 निशुल्क पैथोलॉजी जांच की सुविधा दी है।

सीएम धामी ने कहा कि उधम सिंह नगर जनपद में भी विकास की गंगा बहाई जा रही है। यहां मेडिकल कालेज का निर्माण हो रहा है जिसमें 2026 तक पढ़ाई शुरू होने जा रही है। वहीं किच्छा में 100 एकड़ भूमि पर एम्स का सेटेलाईट सेंटर बन रहा है। इसके साथ ही पंतनगर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा भी बनाया जा रहा है। पिछले साठ वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ी जमरानी बांध योजना को भी केन्द्र की भाजपा सरकार ने स्वीकृति दी है। करोड़ों की लागत से कई योजनाओं पर जिले में काम किया जा रहा है। सीएम धामी ने कहा कि रूद्रपुर में नजूल भूमि की समस्या बहुत बड़ी थी, हमारी सरकार ने इसका समाधान किया। सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड आज कई मामलों में नंबर वन पर आ चुका है। लेकिन जब तक हम उत्तराखण्ड के अंतिम छोर तक बैठे तक विकास की धारा नहीं पहुंचा देंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। सभी के सहयोग से विकल्प रहित संकल्प पर काम करेंगे। सीएम धामी ने कहा कि महापौर विकास शर्मा ने उन्हें करीब बीस सूत्रीय मांग पत्र दिया है इसके अलावा विधायक शिव अरोरा ने भी कुछ मांगें रखी हैं। जल्द ही इनका परीक्षण कराकर जो जल्द पूरी होने वाली हैं उन्हें जल्द पूरा किया जायेगा जो दीर्घकालीक हैं उनके लिए योजना बनाकर काम किया जायेगा।

इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा, महापौर विकास शर्मा, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, राजेश कुमार, अमित नारंग, काशीपुर के मेयर दीपक बाली, रामपाल सिंह, गुंजन सुखीजा, सुनील ठुकराल, धीरेश गुप्ता,प्रेम सिंह राणा आदि सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

सीएम को भेंट किया त्रिशूल

रूद्रपुर – गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम के दोरान महापौर विकास शर्मा की अगुवाई में भाजपा नेताओं ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को त्रिशूल भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही इस मौके पर महापौर विकास शर्मा ने मंच से सीएम धामी के समक्ष कई समस्याएं रखी और उन्हें लिखित मांग पत्र भी सौंपा। अपने सम्बोधन में महापौर विकास शर्मा ने रूद्रपुर की कई समस्याएं उठाते हुए रूद्रपुर महानगर के विकास के लिए नई घोषणाएं करने का आग्रह किया। विकास शर्मा ने अटरिया माता मंदिर का सौंदर्यीकरण, बगवाड़ा से तीन पानी डाम तक जाने वाली सड़क के किनारे नाले को कवर कर सड़क का चौड़ीकरण करने, मुख्य बाजार में बचे हुए फुटपाथ और नाले का निर्माण करने, शिवनगर मोड़ पर शॉपिंग काम्म्पलेक्स का निर्माण करने, ट्रांजिट कैम्प में सिटी पार्क बनाने, गंगापुर रोड का चौड़ीकरण करने, रूद्रपुर को स्पोर्ट सिटी के रूप में विकसित करने, नगर निगम को एंबुलेंस उपलब्ध कराने सहित 20 सूत्रीय मांगें रखी।

इन योजनाओं का हुआ लोकार्पण और शिलान्यास

रूद्रपुर – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने करोड़ों की लागत की दर्जनभर से अधिक योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। सीएम धामी 601-41 लाख की लागत से निर्मित वेंडिंग जोन का लोकार्पण करने के साथ ही कूड़ा निस्तारण के लिए 171-23 लाख लागत से बनाये गये फ्रैश वेंस्ट प्लांट, 4-88 लाख से निर्मित नगर निगम के चार जोनल कार्यालय, 34-15 लाख से ट्रांजिट क्ैम्प में स्थापित स्ट्रीट लाईट, 43-87 लाख से निर्मित एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर एवं 171-23 लाख से निर्मित एफएसटीपी सेंटर का लोकार्पण किया।

इसके अलावा 494-89 लाख लागत से बन रही गौशाला, बिगवाड़ा में 60-11 लाख लागत से स्व- शहीद वीरेंद्र सिंह सामंती की स्मृति में बनाये जा रहे मुख्य द्वार, शमशान घाट की चाहरदिवारी, क्रियाघाट जीर्णाेद्धार,टाईल्स फर्श, 49-72 लाख लागत से सब्जी मण्डी का जीर्णाेद्धार कार्य, 854-30 लाख से रूद्रपुर नगर निगम कार्यालय, 39-89 लाख से चार शहर के चार पार्कों का सौंदर्यीकरण, 155-09 लाख लागत के 4 हाईटैक शौचालयों का शिलान्यास भी किया। इसके अलावा सीएम धामी नगर निगम के कमाण्ड सेंटर एवं स्वच्छता ऐप का शुभारम्भ भी किया।

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UK:नंदप्रयाग की 108 साल पुरानी रामलीला में राम – सीता विवाह और परशुराम संवाद ने लोगों का दिल जीता!

नंदप्रयाग (चमोली):पहाड़ों के बीच बसा नंदप्रयाग नगर इन दिनों रामभक्ति में डूबा हुआ है। यहाँ 108 साल पुरानी ऐतिहासिक रामलीला चल रही है, जो पूरे इलाके की आस्था और एकता की पहचान मानी जाती है। रामलीला के तीसरे दिन सीता स्वयंवर का भव्य मंचन किया गया। मंच पर जनकपुरी का दृश्य ऐसा लगा जैसे मिथिला सचमुच उतर आई हो। कार्यक्रम की शुरुआत शाम को देवी वंदना से हुई। माँ दुर्गा की आरती श्री दुर्गा सिंह रौतेला ने की। उसी के साथ रामलीला का तीसरा दिन शुरू हुआ। इस दिन खास बात यह रही कि नंदप्रयाग की सभी शिक्षिकाओं को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया, जिससे समाज में नारी सम्मान और शिक्षा का सुंदर संदेश गया। राम और लक्ष्मण जब जनकपुरी पहुँचे, तो जनक की भूमिका निभा रहे नगर पंचायत अध्यक्ष श्री पृथ्वी सिंह रौतेला ने उनका स्वागत किया। इसके बाद शुरू हुआ सीता स्वयंवर — जहाँ देश-विदेश के राजा-महाराजाओं ने हास्य और मनोरंजन से भरपूर नाटक पेश किए। फिर आया वो पल जिसका सबको इंतज़ार था — जब भगवान श्रीराम ने शिव धनुष तोड़ा और माता सीता से विवाह किया। इस दृश्य पर पूरा मैदान “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा। इसके बाद परशुराम प्रसंग का मंचन हुआ। बीएसएफ में तैनात श्री दुर्गा सिंह रौतेला, जो जम्मू-कश्मीर से खास तौर पर छुट्टी लेकर आए थे, ने परशुराम की भूमिका निभाई। उनके साथ लक्ष्मण बने अभिषेक कठैत का संवाद दर्शकों को बहुत पसंद आया। नंदप्रयाग की रामलीला सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल भी है। यहाँ हर साल मुसलमान भाई भी मंच पर कई किरदार निभाते हैं। यही वजह है कि यह रामलीला “आपसी भाईचारे” की पहचान बन चुकी है। इतिहास बताता है कि नंदप्रयाग की रामलीला की शुरुआत करीब 1917 में हुई थी। तब से आज तक यह परंपरा बिना रुके हर साल निभाई जा रही है। जो लोग नंदप्रयाग नहीं पहुँच सकते, वे इस रामलीला का सीधा प्रसारण फेसबुक पर “नंदप्रयाग सांस्कृतिक मंच” के पेज पर देख सकते हैं। भक्ति, कला और एकता का यह संगम नंदप्रयाग की पहचान बन चुका है — जहाँ हर साल धर्म और संस्कृति एक साथ खिलते हैं।  रिपोर्ट: अतुल शाह, नंदप्रयाग 

कानपुर:भगत सिंह की जयंती पर मेट्रो में राष्ट्रभक्त राइड

कानपुर। फेडरेशन ऑफ इंडियन जर्नलिस्ट एंड एक्टिविस्ट (फिजा) और गोल्डन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में शहीद- ए- आजम भगत सिंह की जयंती पर रविवार को कानपुर मेट्रो में राष्ट्रभक्त ( पैट्रियट) राइड आयोजित की गई। यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का भी इसमें सहयोग रहा। मोतीझील से आईआईटी और फिर इसी रूट पर वापसी की गई। इसमें भगत सिंह से जुड़े चित्रों और पत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस दौरान पूरे रूट पर भगत सिंह अमर रहें, भारत माता की जय के नारे लगे। फेडरेशन ऑफ इंडियन जर्नलिस्ट एंड एक्टिविस्ट के अध्यक्ष शांतनु चैतन्य ने कहा कि ये यात्रा प्रदर्शनी आयोजित करने के पीछे लक्ष्य यह है कि लोग देश के बलिदानियों को जानें और मानें। क्रांतिवीरों के सम्मान के लिए इस तरह के आयोजन आगे भी किए जाते रहेंगे। गोल्डन क्लब के संस्थापक अनुज निगम ने कहा कि भगत सिंह की जयंती पर प्रत्येक वर्ष हम लोग कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। क्रांतिकारियों से संबंधित कार्यक्रमों में जन जुड़ाव बढ़ना चाहिए। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भारतेंदु पुरी, डॉ. नवीन वर्मा, संदेश तिवारी, अरुण कनौजिया, डीके सिंह, प्रखर श्रीवास्तव, प्रदीप निगम, नीरज सैनी आदि उपस्थित रहे।

एक शिक्षक की प्रेरणादायक कहानी – शिक्षक दिवस विशेष

शिक्षक दिवस पर हर साल हम उन महान व्यक्तित्वों को याद करते हैं जो हमारे जीवन को दिशा देते हैं। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन, 5 सितंबर को मनाया जाने वाला यह दिन न केवल शिक्षकों की कद्र करता है, बल्कि हमें याद दिलाता है कि एक अच्छा शिक्षक कितना बदलाव ला सकता है। आज हम बात करेंगे उत्तर प्रदेश के एक ऐसे शिक्षक की, जिनकी कहानी वायरल हो गई और लाखों लोगों के दिलों को छू लिया। उनका नाम है शिवेंद्र सिंह बघेल। यह कहानी न केवल उनकी यात्रा की है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में समर्पण, नवाचार और छात्रों से गहरा बंधन की है। यह उनके जीवन, संघर्षों, उपलब्धियों और शिक्षक दिवस के संदर्भ में प्रेरणा प्रदान करती है। प्रारंभिक जीवन: पत्रकारिता से शिक्षा की ओर एक कदम शिवेंद्र सिंह बघेल का जन्म उत्तर प्रदेश के एक साधारण परिवार में हुआ था। बचपन से ही वे एक जिज्ञासु और महत्वाकांक्षी व्यक्ति थे। उनके पिता पूर्व में प्रधानाचार्य रहे थे, जबकि मां गृहिणी। ग्रामीण इलाके में बड़ा होने के कारण, शिवेंद्र ने जल्दी ही शिक्षा की कमी और ग्रामीण बच्चों के संघर्षों को करीब से देखा। स्कूल के दिनों में वे खुद एक औसत छात्र थे, लेकिन उनके शिक्षकों ने उन्हें प्रेरित किया। “मेरा पहला गुरु मेरे पिता जी थे, जिन्होंने हमेशा कहा कि पढ़ाई से बड़ा कोई धन नहीं,” शिवेंद्र अक्सर कहते हैं। कॉलेज के बाद, शिवेंद्र ने पत्रकारिता को अपना करियर चुना। वे विभिन्न समाचार संगठनों में रिपोर्टर के रूप में काम करने लगे। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में रिपोर्टिंग करते हुए, उन्होंने शिक्षा प्रणाली की खामियों को गहराई से समझा। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों के बीच की दूरी, कम उपस्थिति, पुरानी शिक्षण विधियां – ये सब उन्हें परेशान करने लगे। “एक रिपोर्टिंग असाइनमेंट के दौरान, मैंने देखा कि बच्चे स्कूल जाते ही नहीं थे। शिक्षक तो आते थे, लेकिन पढ़ाने का तरीका इतना कठोर था कि बच्चे डर जाते थे। मैंने सोचा, अगर मैं शिक्षक बनूं, तो इस अंतर को भर सकता हूं,” शिवेंद्र ने एक साक्षात्कार में बताया। 2018 में, शिवेंद्र ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। उन्होंने पत्रकारिता छोड़ दी और उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन डिपार्टमेंट में असिस्टेंट टीचर के पद के लिए आवेदन किया। चयन प्रक्रिया कठिन थी, लेकिन उनकी दृढ़ता ने काम किया। 7 सितंबर 2018 को उन्होंने चंदौली जिले के चकिया ब्लॉक के रतीगढ़ गांव स्थित कम्पोजिट विद्यालय में जॉइन किया। यह एक ऐसा स्कूल था जो पहाड़ी इलाके में स्थित था, जहां पहुंचना ही एक चुनौती था। स्कूल की स्थिति खराब थी – कम छात्र संख्या, पुरानी इमारतें और संसाधनों की कमी। लेकिन शिवेंद्र के लिए यह एक नया अध्याय था। स्कूल में प्रवेश: पहली चुनौतियां और नवीन शिक्षण विधियां रतीगढ़ स्कूल पहुंचते ही शिवेंद्र को वास्तविकता का सामना करना पड़ा। स्कूल में सैकड़ो छात्र थे, और उपस्थिति बहुत कम थी। बच्चे पहाड़ियों पर खेलना पसंद करते थे, स्कूल जाना बोझ लगता था। अन्य शिक्षक परंपरागत तरीके से पढ़ाते थे – ब्लैकबोर्ड पर लिखो, याद करो, परीक्षा दो। लेकिन शिवेंद्र कुछ अलग करना चाहते थे। “मैंने सोचा, शिक्षा मजेदार होनी चाहिए, न कि सजा,” वे कहते हैं। उनकी पहली नवाचार थी खेल-कूद को शिक्षा से जोड़ना। स्कूल के पास कोई खेल मैदान नहीं था, लेकिन शिवेंद्र ने पहाड़ियों पर क्रिकेट खेलना शुरू किया। “हम पहाड़ियों पर क्रिकेट खेलते थे। गेंद फेंकते हुए गिनती सिखाते, रन बनाते हुए जोड़-घटाव,” उन्होंने एक वीडियो में साझा किया। “मैं फेसबुक और ट्विटर पर वीडियो शेयर करता, ताकि गांव वाले देखें कि स्कूल में क्या हो रहा है। इससे नामांकन बढ़ा,” शिवेंद्र बताते हैं। एक और दिलचस्प विधि थी वर्णमाला सिखाने की। पारंपरिक तरीके से अ से ज्ञ याद करवाने के बजाय, उन्होंने अपनी खुद की राइम्स बनाईं। जैसे, “क से कबूतर उड़ गया फर फर, ख से खरगोश दौड़ा बड़ी जोर…” यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बच्चे इन राइम्स को गाते हुए सीखते, और जल्दी ही पूरे गांव में यह लोकप्रिय हो गया। “मैंने ऐसी वर्णमाला खुद लिखी है बच्चों के लिए, शायद इनको याद करवाने में सफल हो पाऊं,” उन्होंने ट्वीट किया। शिवेंद्र न केवल पढ़ाते थे, बल्कि छात्रों के साथ दोस्त बन जाते थे। वे जमीन पर बैठकर कहानियां सुनाते, पर्यावरण के बारे में बताते। एक बार, उन्होंने स्कूल में ‘बाल मेला’ आयोजित किया। 31 मार्च 2022 को यह इवेंट हुआ। अन्य शिक्षकों ने विरोध किया, कहा कि संसाधन नहीं हैं। लेकिन शिवेंद्र ने हार नहीं मानी। छात्रों ने स्टॉल लगाए – हस्तशिल्प, फल-सब्जियां बेचीं। पूरा गांव इकट्ठा हुआ, और सब कुछ बिक गया। माता-पिता ने धन्यवाद दिया और कहा, “हर साल 31 मार्च को आप आइए।” यह शिवेंद्र का सबसे यादगार पल था। “छात्र खुश थे, यही मेरी कमाई है,” वे कहते हैं। छात्रों से गहरा बंधन: एक परिवार जैसा रिश्ता शिवेंद्र के चार साल के कार्यकाल में, स्कूल बदल गया। नामांकन दोगुना हो गया, छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ा। वे छात्रों को दुनिया से जोड़ते – मोबाइल पर वीडियो दिखाते, करंट अफेयर्स सिखाते लेकिन चुनौतियां भी थीं। पहाड़ी इलाके में पहुंचने के लिए चार घंटे का सफर। बारिश में सड़कें फिसलन भरी, फिर भी शिवेंद्र रोज आते। अन्य शिक्षक कहते, “तुम युवा हो, ऊर्जा है। बाद में थक जाओगे।” लेकिन शिवेंद्र का मानना था, “शिक्षक का इमेज बदलना है। सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों जितने अच्छे हो सकते हैं।” शिक्षक दिवस पर स्कूल में विशेष आयोजन होते। 5 सितंबर को छात्र कार्ड बनाते, कविताएं सुनाते। शिवेंद्र कहते, “शिक्षक दिवस सिर्फ छुट्टी नहीं, बल्कि प्रतिबिंब का दिन है। हम सोचें, कितना बदलाव लाया।” एक शिक्षक दिवस पर, छात्रों ने शिवेंद्र को ‘बेस्ट टीचर’ का खिताब दिया। वे भावुक हो गए, “ये बच्चे मेरे परिवार हैं।” विदाई का दर्द: वायरल वीडियो और भावुक पल 2022 में, शिवेंद्र का ट्रांसफर होरी जिले के बीएसए ऑफिस में हो गया। 14 जुलाई 2022 को विदाई का दिन आया। स्कूल पहुंचे तो छात्र घेर लिया। “मत जाओ सर!” चिल्लाते हुए रोने लगे। वीडियो में दिखा, बच्चे शिवेंद्र को गले लगाए हुए हैं, सिसकियां ले रहे हैं। शिवेंद्र मुस्कुराते हुए कहते, “मैं आऊंगा, पढ़ाई जारी रखो।” लेकिन बच्चे नहीं छोड़ते। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया – लाखों व्यूज, शेयर्स। बीजेपी

अभिषेक सिंह यादव ने 28वीं प्री यूपी स्टेट शूटिंग प्रतियोगिता में जीता ब्रॉन्ज मेडल

कानपुर नगर के केशवपुरम निवासी श्री अभिषेक सिंह यादव ने हाल ही में दिल्ली के डॉ. करनी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित 28वीं प्री यूपी स्टेट (शॉट गन) प्रतियोगिता में शानदार उपलब्धि हासिल की है। यह प्रतियोगिता 23 जुलाई 2025 से 28 जुलाई 2025 तक चली, जिसमें प्रदेश भर के कई अनुभवी और प्रतिभाशाली निशानेबाजों ने हिस्सा लिया। अभिषेक लंबे समय से कोच पदम राज सिंह के मार्गदर्शन में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। प्रतियोगिता के क्ले पिजन डबल ट्रैप शूटिंग चैंपियनशिप में अभिषेक सिंह यादव ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। उनकी सटीक निशानेबाजी और आत्मविश्वास ने अन्य प्रतिभागियों के बीच एक अलग छाप छोड़ी। इस प्रतिस्पर्धी माहौल में अभिषेक ने अपनी क्षमता और समर्पण का प्रमाण दिया है। अभिषेक की इस उपलब्धि पर उनके कोच पदम राज सिंह, परिवारजनों और क्षेत्रवासियों ने खुशी जाहिर की है। कोच पदम राज सिंह का कहना है कि अभिषेक बेहद मेहनती और अनुशासित खिलाड़ी हैं, जिसमें हमेशा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की ललक रहती है। इस जीत से अभिषेक ने न सिर्फ अपने परिवार और कोच का नाम रोशन किया, बल्कि कानपुर नगर को भी गौरवान्वित किया है। अभिषेक सिंह यादव की यह सफलता अन्य युवाओं के लिए भी एक प्रेरणा है। उनकी लगन और समर्पण से यह साबित होता है कि मेहनत और सही मार्गदर्शन के बल पर हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। आने वाले प्रतियोगिताओं में भी अभिषेक से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

HR:दो किलोवाट तक के उपभोक्ताओं के 75 प्रतिशत तक कम हुए बिल

हरियाणा में बिजली की दरों में बढ़ोतरी पर विपक्ष द्वारा किए जा रहे हंगामे के बीच ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने मोर्चा संभाल लिया है। उनका कहना है कि विपक्ष लोगों का गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। पिछले 10 वर्षों में भाजपा सरकार ने कभी भी बिजली दरों में इजाफा नहीं किया। इस अवधि में बिजली उत्पादन की लागत लगातार बढ़ी है। ऐसे में हरियाणा राज्य बिजली विनियामक आयोग ने दरों में मामूली इजाफा किया है। सोमवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में विज ने कहा कि भाजपा ने कभी भी मुफ्त बिजली देने का वादा नहीं किया। विपक्ष इस मामले में लोगों को भ्रमित कर रहा है। विपक्ष द्वारा किए जा रहे आंदोलन व प्रदर्शनों पर कटाक्ष करते हुए विज ने कहा – विपक्ष भाड़े के लोगों को लेकर प्रदर्शन करे। इससे हमें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि 2 किलोवाट तक लोड वाले घरेलू उपभोक्ताओं के मासिक बिल में 2014-15 के मुकाबले 49 से 75 प्रतिशत तक की कमी आई है। इसी तरह से कैटेगरी-।। के उपभोक्ताओं के बिलों में भी कमी दर्ज की है। विज ने साफतौर पर कहा कि प्रदेश में 94 लाभ उपभोक्ता कैटेगरी-। और कैटेगरी-।। में आते हैं। हरियाणा में घरेलू श्रेणी के लिए निश्चित शुल्क (फिक्स्ड चार्जेस) 0 रुपये से 75 रुपये प्रति किलोवाट तक और उच्चतम ऊर्जा स्लैब 7 रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट पर बनाए रखा है। पड़ोसी राज्यों में निश्चित शुल्क 110 रुपये प्रति किलोवाट तक और ऊर्जा शुल्क 8 रुपये प्रति यूनिट तक है। विज ने कहा कि संशोधित बिजली टैरिफ में सभी श्रेणियों के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए न्यूनतम मासिक शुल्क (एमएमसी) को समाप्त किया है। किसानों को 10 पैसे प्रति यूनिट बिजली आपूर्ति विज ने कहा कि कृषि उपभोक्ताओं को पहले की तरह केवल 10 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली आपूर्ति हो रही है। यह टैरिफ मीटर्ड वाले उपभोक्ताओं के लिए है और 15 रुपये प्रति हॉर्स पावर के हिसाब से मासिक फ्लेट रेट तय किया हुआ है। किसानों को दी जा रही सस्ती बिजली की एवज में सरकार की ओर से बिजली कंपनियों को सब्सिडी (अनुदान) दिया जाता है। मीटर वाले कनेक्शन के लिए एमएमसी को घटाकर 180 रुपये (15 बीएचपी तक) और 144 रुपये (15 बीएचपी से ऊपर) कर दिया है।

HR:13 साल बाद होंगे स्टेट गेम्स, एचओए ने बनाई सर्च कमेटी

हरियाणा के खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है। लगभग 13 वर्षों के बाद प्रदेश में ‘स्टेट गेम्स’ होंगे। हरियाणा ओलंपिक संघ ने ये खेल करवाने का निर्णय लिया है। स्टेट गेम्स इसी साल होंगे। इससे पहले 2012 में आखिरी बार स्टेट गेम्स हुए थे। हालांकि समय और जगह अभी तय नहीं की है। इसके लिए संघ ने सर्च कमेटी बनाने का निर्णय लिया है। वहीं फुटबाल खिलाड़ियों के लिए ट्रायल 2 व 3 जुलाई को पंचकूला स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम में होंगे। ट्रायल के लिए फुटबाल की एडहॉक कमेटी का गठन किया है। सोमवार को पंचकूला स्थित हरियाणा ओलंपिक संघ कार्यालय में हुई सालाना जनरल बॉडी और मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में ये निर्णय लिए गए। ओलंपिक संघ के अध्यक्ष जसविंद्र सिंह कप्तान (मीनू बेनीवाल) की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संघ के महासचिव व हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार भी मौजूद रहे। बैठक में खिलाड़ियों की समस्याओं, खेल परिसरों में सुधार सहित कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। साथ ही, यह तय किया गया कि मैनेजमेंट कमेटी (प्रबंधन समिति) की बैठक अब हर माह के पहले मंगलवार को होगी। बैठक में संघ कोषाध्यक्ष मनजीत सिंह, उपाध्यक्ष – मुकेश शर्मा विधायक, नीरज तंवर, सुनील मलिक, अनिल खत्री, जितेंद्र सिंह व राकेश सिंह तथा कार्यकारी सदस्य रोहित पुंडीर, सुरेखा व प्रिया मौजूद रहे। वहीं एजीएम में सभी 22 जिलों के ओलंपिक संघ सचिव, खेल विश्विविद्यालय, पुलिस खेल टीम, एचएसआईआईडीसी तथा बिजली निगमों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। फुटबाल के लिए बनाई गई एडहॉक कमेटी का अध्यक्ष नीरज तंवर को बनाया है। कमेटी में अनिल खत्री, रोहित पुंडीर, सुरेखा व प्रिया को बतौर सदस्य शामिल किया है। बैठक में संघ अध्यक्ष जसविंद्र सिंह कप्तान (मीनू बेनीवाल) ने कहा कि सभी फेडरेशन को खिलाड़ियों को तैयार करने पर विशेष फोकस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओलंपिक संघ 2036 के ओलंपिक खेलों की तैयारियों के हिसाब से काम कर रहा है। कैबिनेट मंत्री व महासचिव कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलों को लेकर काफी गंभीर हैं। उन्होंने सभी सांसदों को भी निर्देश दिए हुए हैं कि वे खेलों के साथ जुड़ें ताकि अच्छे खिलाड़ी तैयार किए जा सकें। उन्होंने कहा कि सभी खेल फेडरेशन का फर्ज बनता है कि वे अच्छे खिलाड़ी तैयार करें ताकि देश व प्रदेश का नाम रोशन हो।