हरियाणा में ग्रुप-सी यानी तृतीय श्रेणी की नौकरियों के लिए कॉमन पात्रता परीक्षा (सीईटी) टेस्ट जुलाई में हो सकता है। सीईटी की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में उच्च स्तरीय बैठक ली। इस बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहें।
सीईटी एग्जाम को लेकर सभी जिलों के उपायुक्त, पुलिस आयुक्त व पुलिस अधीक्षक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक से जुड़े। मुख्य सचिव ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि परीक्षा स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुचारू और पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाए। बैठक के दौरान बताया गया कि सीईटी के लिए लगभग 13 लाख 48 हजार 697 आवेदन प्राप्त हुए हैं। आवेदकों की बड़ी संख्या और परीक्षा के पैमाने को देखते हुए, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग यानी एचएसएससी ने दो से तीन दिनों की समय अवधि में परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है।
रस्तोगी ने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे अगले तीन दिनों के भीतर अपने-अपने जिलों में उपयुक्त परीक्षा केंद्रों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केंद्रों का चयन सुरक्षा, रसद, परिवहन पहुंच और उम्मीदवारों को समायोजित करने की क्षमता को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे इन सभी केंद्रों का पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से निरीक्षण करवाएं।
रस्तोगी ने कहा कि प्रस्तावित केंद्रों की सूची की एक विस्तृत रिपोर्ट सोमवार तक मुख्य सचिव कार्यालय और एचएसएससी चेयरमैन कार्यालय, दोनों को भेजी जानी चाहिए। मुख्य सचिव ने भर्ती प्रक्रिया की शुचिता को बनाए रखने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की चूक या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आयोग चेयरमैन हिम्मत सिंह ने कहा कि परीक्षा केंद्रों के चयन के संबंध में सभी उपायुक्तों के साथ एक विस्तृत एसओपी साझा की गई है।
बैठक में शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, परिवहन विभाग के आयुक्त एवं सचिव टीएल सत्यप्रकाश समेत विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। यहां बता दें कि ग्रुप-सी के लिए सीईटी टेस्ट के साथ-साथ आयोग द्वारा ग्रुप-डी यानी चतुर्थ श्रेणी पदों के लिए लिए जाने वाले सीईटी की भी तैयारियां की जा रही हैं। आयोग पहले ग्रुप-सी का सीईटी करवाएगा। इसके तुरंत बाद ग्रुप-डी के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल खोला जा सकता है।