हरियाणा व पंजाब के बीच वर्षों से चल रहे जल विवाद के बीच अब हरियाणा व राजस्थान ने दोनों राज्यों के बीच जल विवाद सुलझाने का फैसला किया है। जल विवाद को केंद्र सरकार द्वारा संयुक्त बैठक करवाए जाने के बाद अब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल के बीच फोन पर लंबी बातचीत हुई है। इसमें यह तय किया गया है कि राजस्थान के भिवाड़ी की जल निकासी और यमुना जल बंटवारे जैसे मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों राज्यों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक करवाई जाएगी।
राजस्थान के भिवाड़ी और हरियाणा के बॉर्डर एरिया में जल निकासी की समस्या लंबे समय से उद्योगों और स्थानीय निवासियों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई थी। राजस्थान सरकार ने इस दिशा में पहले ही कई कदम उठाए हैं, जिसमें औद्योगिक जल को शुद्ध करने की व्यवस्था शामिल है। हरियाणा के सहयोग से इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाएगा। बातचीत के दौरान इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों मुख्यमंत्रियों ने तकनीकी और प्रशासनिक स्तर पर स्थायी समाधान के लिए सहयोग पर जोर दिया।
दोनों राज्यों के बीच हुए इस समझौते को लागू करने के लिए ज्वाइंट रूप से विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट के तैयार होने के बाद दोनों राज्य प्रोजेक्ट के लिए बराबर-बराबर वित्तीय सहयोग करेंगे। जुलाई महीने में दोनों राज्य इन मुद्दों को सुलझाने की दिशा में काम करना शुरू करें। दोनों राज्यों के बीच जल निकासी को लेकर बिछाई जाने वाली पाइपलाइन के लिए जमीनी अलाइनमेंट सर्वे शुरू किया जाएगा। यह परियोजना दोनों राज्यों के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।