पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में वाइस चांसलर दफ्तर के सामने आमरण अनशन पर बैठी दो असिस्टेंट प्रोफेसरों में से एक बेहोश हो गई, जिसे इलाज के लिए कैंपस डिस्पेंसरी में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि अध्यापक की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें पटियाला के वर्धमान अस्पताल में रेफर कर दिया गया। पुक्टा यूनियन की अध्यक्ष डॉ. तरनजीत कौर अभी भी आमरण अनशन पर हैं। करीब दो महीने से संघर्ष कर रहे कॉन्ट्रेक्ट असिस्टेंट प्रोफेसरों का कहना है कि अपनी मांगें पूरी न होते देख पंजाबी यूनिवर्सिटी कॉन्ट्रेक्ट टीचर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. तरनजीत कौर और डॉ. राजमोहिंदर कौर ने बुधवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया था। सुबह डॉ. राजमोहिंदर कौर की हालत बिगड़ने लगी और दोपहर को वह वीसी दफ्तर के सामने बेहोश हो कर गिर पड़ी। जिसे संघर्ष कर रहे अन्य साथियों ने यूनिवर्सिटी डिस्पेंसरी में भर्ती कराया है। जानकारी के अनुसार पंजाबी यूनिवर्सिटी के विभिन्न घटक कॉलेजों, नेबरहुड कैंपस, क्षेत्रीय केंद्रों और मुख्य कैंपस में ठेके पर काम कर रहे ये अध्यापक यूजीसी द्वारा 2018 में मंजूर किए गए सातवें वेतन आयोग को लागू करने की मांग कर रहे हैं। पिछले 2 महीनों से चल रहे संघर्ष को आज संबंधित अध्यापकों ने आमरण अनशन में तब्दील कर दिया। यूनियन नेताओं ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन का रवैया उनकी मांगों के प्रति बेहद नकारात्मक रहा है। इस मौके पर डॉ. रणजीत सिंह, डॉ. हरप्रीत रूबी, डॉ. रविंदर रवि, प्रो. हरजीत सिंह व अन्य पुक्टा नेता मौजूद थे।
