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संजीव जीवा : वेस्ट यूपी का एक कुख्यात अपराधी जो कभी हुआ करता था कंपाउंडर, अपने ही मालिक का कर लिया था किडनैप

उत्तर प्रदेश | आज बात पश्चिमी यूपी के कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की इसलिए क्योंकि बीते दिनों शामली पुलिस ने उसी के गैंग के एक शख्स को एके-47,करीब 1300 कारतूस व तीन मैगजीन के साथ पकड़ा है। शामली पुलिस ने रास्ते में चेकिंग के दौरान अनिल नाम के शख्स को धर दबोचा था। दरअसल, जीवा मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। शुरुआती दिनों में वह एक दवाखाना संचालक के यहां कंपाउंडर के नौकरी करता था।

7 जून 2023… शाम के करीब 4 बजे थे। कैसरबाग कोर्ट रूम के अंदर कुछ पुलिसवाले मुख्तार अंसारी से खास शूटर संजीव जीवा को लेकर पहुंचे। हत्या के मामले में उसकी कोर्ट में सुनवाई होनी थी। संजीव एक कुर्सी पर बैठा था। आस पास कई पुलिसवाले और वकील घूम रहे थे। तभी वकीलों की तरह काला कोट पहने एक शख्स आता है और धड़ाधड़ गोलियां चलाना शुरू कर देता है। संजीव को 4 गोलियां लगीं, जिससे उसकी मौत हो गई।

संजीव पहले से उम्रकैद काट रहा था…। वेस्ट यूपी का मोस्ट-वॉन्टेड क्रिमिनल रहा संजीव जीवा कभी घर चलाने के लिए प्राइवेट क्लीनिक में कंपाउंडर का काम करता था। लेकिन पैसों के लालच और अपने ईगो के कारण उसने उसी डॉक्टर को किडनैप कर लिया, जिसने उसे नौकरी पर रखा था।

इस घटना के बाद उसके हौसले बुलंद हो गए। धीरे-धीरे उसके अपराध इतने बढ़े कि वह पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया।

लखनऊ की जेल में बंद था।
उत्तर प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा जितना खेती-किसानी के लिए प्रख्यात है, उतना ही गैंगस्टर और अपराधियों के लिए कुख्यात रहा है। भाटी गैंग, बदन सिंह बद्दो, मुकीम काला गैंग और न जाने कितने अपराधियों के बीच संजीव माहेश्वरी का भी नाम जुर्म की दुनिया में पनपा। 90 के दशक में संजीव माहेश्वरी ने अपना खौफ पैदा शुरू किया, फिर धीरे-धीरे वह पुलिस व आम जनता के लिए सिर दर्द बनता चला गया।

आज बात पश्चिमी यूपी के कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की इसलिए क्योंकि बीते दिनों शामली पुलिस ने उसी के गैंग के एक शख्स को एके-47,करीब 1300 कारतूस व तीन मैगजीन के साथ पकड़ा है। शामली पुलिस ने रास्ते में चेकिंग के दौरान अनिल नाम के शख्स को धर दबोचा था। दरअसल, जीवा मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। शुरुआती दिनों में वह एक दवाखाना संचालक के यहां कंपाउंडर के नौकरी करता था।

इसी नौकरी के दौरान जीवा ने अपने मालिक यानी दवाखाना संचालक को ही अगवा कर लिया था। इस घटना के बाद उसने 90 के दशक में कोलकाता के एक कारोबारी के बेटे का भी अपहरण किया और फिरौती दो करोड़ की मांगी थी। उस वक्त किसी से दो करोड़ की फिरौती की मांग होना भी अपने आप में बहुत बड़ी होती थी। इसके बाद जीवा हरिद्वार की नाजिम गैंग में घुसा और फिर सतेंद्र बरनाला के साथ जुड़ा लेकिन उसके अंदर अपनी गैंग बनाने की तड़प थी।

इसके बाद उसका नाम 10 फरवरी 1997 को हुई भाजपा के कद्दावर नेता ब्रम्ह दत्त द्विवेदी की हत्या में सामने आया। जिसमें बाद में संजीव जीवा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। फिर जीवा थोड़े दिनों बाद मुन्ना बजरंगी गैंग में घुस गया और इसी क्रम में उसका संपर्क मुख्तार अंसारी से हुआ। कहते हैं कि मुख्तार को अत्याधुनिक हथियारों का शौक था तो जीवा के पास हथियारों को जुटाने के तिकड़मी नेटवर्क था। इसी कारण उसे अंसारी का वरदहस्त भी प्राप्त हुआ और फिर संजीव जीवा का नाम कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी आया।

मुजफ्फरनगर…एक ऐसी जगह जो हमेशा से ही असलहों की खेती के लिए मशहूर रहा है। वहां के एक हाई प्रोफाइल अपराधी रवि प्रकाश तक संजीव का किस्सा पहुंचा तो उसने संजीव को अपना शागिर्द बना लिया। यहीं से संजीव का ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा।

हालांकि, कुछ सालों बाद मुख्तार और जीवा को साल 2005 में हुए कृष्णानंद राय हत्याकांड में कोर्ट ने बरी कर दिया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पर 22 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए। इनमें से 17 मामलों में संजीव बरी हो चुका है, जबकि उसकी गैंग में 35 से ज्यादा सदस्य हैं। वहीं, संजीव पर जेल से भी गैंग ऑपरेट करने के आरोप लगते रहे हैं।

मायावती की जान बचाने वाले नेता की हत्या
90 के दशक में पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिमी यूपी तक मुख्तार अंसारी, ब्रजेश सिंह, मुन्ना बजरंगी, बदन सिंह बद्दो और भोला जाट जैसे माफियाओं का दबदबा था। उस वक्त संजीव जीवा अपने छोटे से गैंग को ऑपरेट कर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना चाह रहा था। इसके लिए उसने ऐसा काम किया, जिसने उत्तर प्रदेश में भूचाल ला दिया। संजीव जीवा ने उस बीजेपी नेता की हत्या कर दी, जिसने कभी पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की जान बचाई थी।

तस्वीर गेस्ट हाउस कांड के दिन की है। कहा जाता है कि जब मायावती गेस्ट हाउस में फंस गईं तो उनकी जान ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने ही बचाई थी।
तस्वीर गेस्ट हाउस कांड के दिन की है। कहा जाता है कि जब मायावती गेस्ट हाउस में फंस गईं तो उनकी जान ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने ही बचाई थी।

साल 1997. तारीख 10 फरवरी। बीजेपी के उभरते हुए नेता और विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी फर्रुखाबाद के शहर कोतवाली में अपने घर से कुछ दूर एक तिलक समारोह में शामिल होने गए थे। लौटते वक्त जैसे ही वो अपनी गाड़ी में बैठने लगे, तभी संजीव जीवा ने अपने साथियों रमेश ठाकुर और बलविंदर सिंह के साथ मिलकर उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी। इस हमले में ब्रह्मदत्त द्विवेदी के गनर बीके तिवारी की मौत हो गई। जिन ब्रह्मदत्त की हत्या संजीव जीवा ने की थी। उनके सियासी कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी अंतिम यात्रा में अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज नेता शामिल हुए थे।

बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय के सीने में दागीं 400 गोलियां

यह बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हैं। जिनकी हत्या में मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी और संजीव जीवा का नाम सामने आया था। हालांकि बाद में कोर्ट से सभी आरोपी बरी हो गए थे।
यह बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हैं। जिनकी हत्या में मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी और संजीव जीवा का नाम सामने आया था। हालांकि बाद में कोर्ट से सभी आरोपी बरी हो गए थे।

उत्तर प्रदेश अब एक ऐसी घटना का गवाह बनने वाला था, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। जिस राज्य में 10 साल पहले एक भाजपा विधायक को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। वहीं एक बार फिर गोलियों की बारिश होने वाले थी। 10 नहीं 100 नहीं, बल्कि 400 राउंड गोलियां चलने वाली थीं और इस वारदात को अंजाम देने वाला था वही लोगों का ‘डॉक्टर’ संजीव जीवा।

हाल ही में प्रशासन ने की उसकी संपत्ति कुर्क
जीवा पर साल 2017 में कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी हत्याकांड में भी आरोप लगे थे, इसमें जांच के बाद अदालत ने जीवा समेत 4 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हालांकि जीवा फिलहाल लखनऊ की जेल में बंद है, लेकिन साल 2021 में जीवा की पत्नी पायल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर कहा था कि उनकी (जीवा) जान को खतरा है। बता दें कि, पायल 2017 में आरएलडी के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं और उन्हें हार मिली थी।

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PB:विधायक का महिलाओं ने किया विरोध

संगरूर के बालद कोठी में पहुंची हलका विधायक नरिंदर कौर भराज को आज वहां मौजूद महिलाओं के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा और महिलाओं ने विधायक से सवाल पूछने शुरू कर दिए। वहां मौजूद महिलाएं भड़क उठीं और उन्होंने वहां फैली गंदगी के बारे में बीबा भराज से सवाल किए। इसी दौरान जब विधायक बिना जवाब दिए जाने लगीं तो उक्त महिलाओं ने उन्हें रोककर सवाल पूछे। विधायक ने उन्हें चुप कराने का प्रयास किया, लेकिन वह बालद कोठी के हालातों से अवगत कराते हुए विधायक के सामने ही बड़े गुस्से के साथ ऊंची आवाज में बोलने लगीं। इस दौरान वहां मौजूद नेताओं ने महिलाओं को शांत करने का प्रयास किया। यहां उल्लेखनीय है कि इस कोठी के हालात पिछले काफी समय से बद से बदतर होते जा रहे थे और यहां रहने वाले लोग गंदगी में रहने को मजबूर थे। अपने बचाव के लिए विधायक ने कहा कि बालद कैंचियां में गंदे पानी की समस्या से लोगों को राहत मिलेगी, क्योंकि नगर कौंसिल भवानीगढ़ ने इन कैंचियों के नजदीक घरों के इस्तेमाल किए गए पानी को शहर के सीवरेज से जोड़ने के लिए करीब 65 लाख रुपए का एस्टीमेट पास किया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस एस्टीमेट को मंजूरी मिलते ही अगली कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इस रिहायशी इलाके का सीवरेज सड़कों पर आ जाता है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

PB:घरेलू झगड़े में बेटे ने बरसाई ईंटें, बुजुर्ग मां की मौत, भाई घायल

गांव पावटी में हुए घरेलू झगड़े में एक बुजुर्ग महिला को उसके बेटे ने सिर पर ईंट मारकर मौत के घाट उतार दिया। आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस शिकायत में मृतका के पति रामबीर ने बताया कि वह मूल रूप से उतर प्रदेश के थाना कांधला के गांव असदपुर का रहने वाला है। वर्मान में पावटी में परिवार समेत रह रहा है। उसके 5 बेटे व 2 बेटियां है। बृहस्पतिवार शाम उसका बेटा कपिल अपनी पत्नी रविता के साथ झगड़ा कर रहा था। वह पत्नी बिरमला व छोटे बेटे विकास के साथ बीच-बचाव करने लगा तो कपिल अपनी मां बिरमला व भाई विकास के साथ झगड़ने शुरू कर दिया। इसी बीच कपिल ने मकान की छत पर चढ़कर मां व भाई पर ईंटें बरसानी शुरू कर दी। एक ईंट बिरमला के सिर पर लगी। उसे नागरिक अस्पताल ले गए, जहां से रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई।

PB:आमरण अनशन पर बैठी असिस्टेंट प्रोफेसर की बिगड़ी हालत

पंजाबी यूनिवर्सिटी‌ पटियाला में वाइस चांसलर दफ्तर के सामने आमरण अनशन पर बैठी दो असिस्टेंट प्रोफेसरों में से एक बेहोश हो गई, जिसे इलाज के लिए कैंपस डिस्पेंसरी में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि अध्यापक की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें पटियाला के वर्धमान अस्पताल में रेफर कर दिया गया। पुक्टा यूनियन की अध्यक्ष डॉ. तरनजीत कौर अभी भी आमरण अनशन पर हैं। करीब दो महीने से संघर्ष कर रहे कॉन्ट्रेक्ट असिस्टेंट प्रोफेसरों का कहना है कि अपनी मांगें पूरी न होते देख पंजाबी यूनिवर्सिटी कॉन्ट्रेक्ट टीचर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. तरनजीत कौर और डॉ. राजमोहिंदर कौर ने बुधवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया था। सुबह डॉ. राजमोहिंदर कौर की हालत बिगड़ने लगी और दोपहर को वह वीसी दफ्तर के सामने बेहोश हो कर गिर पड़ी। जिसे संघर्ष कर रहे अन्य साथियों ने यूनिवर्सिटी डिस्पेंसरी में भर्ती कराया है। जानकारी के अनुसार पंजाबी यूनिवर्सिटी के विभिन्न घटक कॉलेजों, नेबरहुड कैंपस, क्षेत्रीय केंद्रों और मुख्य कैंपस में ठेके पर काम कर रहे ये अध्यापक यूजीसी द्वारा 2018 में मंजूर किए गए सातवें वेतन आयोग को लागू करने की मांग कर रहे हैं। पिछले 2 महीनों से चल रहे संघर्ष को आज संबंधित अध्यापकों ने आमरण अनशन में तब्दील कर दिया। यूनियन नेताओं ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन का रवैया उनकी मांगों के प्रति बेहद नकारात्मक रहा है। इस मौके पर डॉ. रणजीत सिंह, डॉ. हरप्रीत रूबी, डॉ. रविंदर रवि, प्रो. हरजीत सिंह व अन्य पुक्टा नेता मौजूद थे।

PB:मजीठिया की गिरफ्तारी राजनीतिक साजिश: चुघ

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी को लेकर भगवंत मान और केजरीवाल पर तीखा हमला बोला गया। चुघ ने कहा कि जब वह हिरासत में थे तो आप सरकार ने उनकी जमानत करवाने में मदद की। अब अचानक से उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस भेजे जा रहे थे । आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा नेता ने कहा कि अकाली नेता के घर पर रेड मारी गई और उनकी पत्नी तक से विजिलेंस विभाग अधिकारियों नें बदसलूकी की । उनके अनुसार ये लोकतंत्र की हत्या है। चुघ ने इस गिरफ्तारी को बदले की कार्रवाई बताया है और कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत उन पर केस लगाए जा रहे हैं। वही चुघ ने आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर इसे देश के लोकतांत्रिक इतिहास का ‘सबसे काला अध्याय’और ‘संविधान हत्या दिवस’ बताया और आपातकाल के खिलाफ लड़ने वालों को सलाम किया। इस मौके पर भाजपा लुधियाना के आपातकाल के दौरान जेल भुगतने वाले भाजपा नेताओं को सम्मानित किया। इस मौके पर जिला भाजपा अध्यक्ष रजनीश धीमान, उपाध्यक्ष जतिंदर मित्तल,महामंत्री अनिल सरीन,सचिव रेनू थापर, कोषाध्यक्ष गुरुदेव शर्मा देबी, प्रदेश कोर ग्रुप के सदस्य जीवन गुप्ता,पूर्व विधायक प्रेम मित्तल, विपन सूद काका,महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष राशि अग्रवाल व मंडलों के प्रधान इत्यादि उपस्थित थे ।

PB:आरटीओ कार्यालयों की सेवाएं अब ऑनलाइन होंगी : भुल्लर

पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने आज मोहाली के आरटीओ कार्यालय और सेक्टर-82 स्थित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का अचानक दौरा कर वहां चल रहे कामकाज का निरीक्षण किया। मंत्री ने बताया कि लोगों की सहूलियत के लिए जल्द ही आरटीओ कार्यालयों की सभी सेवाओं को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया जाएगा, जिससे नागरिक घर बैठे ही काम करा सकेंगे और बार-बार दफ्तर नहीं आना पड़ेगा। मंत्री ने पब्लिक काउंटरों पर जाकर कर्मचारियों और आम लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। लोगों ने दफ्तर के कामकाज और स्टाफ के सहयोग की सराहना की। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों की शिकायतों का मौके पर ही तुरंत समाधान किया जाए। भुल्लर ने टैक्स वसूली प्रक्रिया की भी जांच की और स्पष्ट किया कि जिनके दस्तावेज अधूरे हैं या जिन्होंने कर नहीं भरा, उनके चालान तुरंत किए जाएं। उन्होंने कहा कि हर आने वाले व्यक्ति को पूरी जानकारी दी जाए ताकि किसी को अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े। सेक्टर-82 में बने अत्याधुनिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का निरीक्षण करते हुए मंत्री ने बताया कि यहां ‘हेम्स’ तकनीक अपनाई गई है, जिससे किसी अन्य व्यक्ति की जगह कोई टेस्ट नहीं दे सकता। ट्रैक में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और दोपहिया-चारपहिया वाहनों के टेस्ट पारदर्शी ढंग से हो रहे हैं। चारपहिया वाहनों की पास दर 40 प्रतिशत और दोपहिया की 82 प्रतिशत बताई गई। मंत्री ने कहा कि इस तकनीक से सड़क हादसों में भी कमी आएगी और इसे पंजाब के अन्य ड्राइविंग टेस्ट ट्रैकों पर भी लागू किया जाएगा। इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, आरटीओ राजपाल सिंह सेखों, जिला योजना बोर्ड की चेयरपर्सन प्रभजोत कौर समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

HR:विनोद गर्ग जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्य नियुक्त

श्री वैश्य अग्रवाल पंचायत के कार्यकारिणी सदस्य व कुरुक्षेत्र-कैथल पोस्टल डिविजन पोस्ट फोरम के सदस्य समाजसेवी विनोद गर्ग को हरियाणा सरकार ने जिला कष्ट निवारण समिति का सदस्य मनोनीत किया है। उनकी नियुक्ति पर शहर की विभिन्न संस्थाओं व अग्रवाल सभा ने खुशी जाहिर करते हुए हरियाणा सरकार का आभार जताया। विनोद गर्ग ने मुख्यमंत्री नायब सैनी, कुरुक्षेत्र लोकसभा सांसद नवीन जिंदल का आभार जताया।