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एनसीआर की तर्ज पर गठित होगा ‘उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, आवास विकास परिषद व सभी शहरी विकास प्राधिकरणों की समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

– मुख्यमंत्री योगी का आदेश, लखनऊ व आसपास के जिलों को शामिल कर तैयार करें प्रस्ताव

– बोले योगी, यूपी में भूमाफिया स्वीकार नहीं, भूमाफियाओं के खिलाफ विकास प्राधिकरण व नगरीय निकाय और तेज करें कार्रवाई

– ‘सोलर सिटी’ अयोध्या दुनिया को देगी ऊर्जा संरक्षण का संदेश

– निवेश, रोजगार और नवाचार के लिए स्वतः स्फूर्त प्रयास करें विकास प्राधिकरण: मुख्यमंत्री

– मुख्यमंत्री ने की आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, आवास विकास परिषद व शहरी विकास प्राधिकरणों की समीक्षा, दिए जरूरी दिशा निर्देश

– लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण के लिए मुख्यमंत्री ने मांगा प्रस्ताव

 

◆ आदरणीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से विगत 05 वर्ष में उत्तर प्रदेश में विश्वस्तरीय नगरीय अवस्थापना सुविधाओं में अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। आरआरटीएस और मेट्रो जैसी अत्याधुनिक नगरीय परिवहन हो या शुद्ध पेयजल, इंटीग्रेटेड टाउनशिप का विकास, एक्सप्रेस-वे की रफ्तार हो या कि कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था हर क्षेत्र में तकनीक की मदद से आम शहरवासी को ‘ईज ऑफ लिविंग’ का अनुभव हो रहा है।

◆ प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप अगर हमें $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त करना है तो हमें शहरीकरण को बढ़ाना होगा। विकास प्राधिकरणों की भूमिका इसमें बहुत अहम है। निवेश, रोजगार और नवाचार के लिए तकनीक की मदद से विकास प्राधिकरणों को स्वतः स्फूर्त से आगे बढ़ना होगा। हमें नगरीय नियोजन का मॉडल देना होगा। सभी प्राधिकरण अपने विजन के अनुरूप ऐसे प्रयास करें।

◆ विकास परियोजनाओं का निर्धारण करते समय आगामी 50 वर्षों की स्थिति को ध्यान में रखें। मास्टर प्लान में सुनियोजित विकास का पूरा खाका होना चाहिए। हर विकास प्राधिकरण/नगरीय निकाय में टाउन प्लानर की तैनाती की जाए। प्राधिकरणों को अपनी परियोजनाओं के लिए वित्तीय प्रबंधन भी खुद ही करने पर गम्भीरता से विचार करना होगा। नए शहर बसाने हों अथवा कोई अन्य ग्रीन फील्ड परियोजना इनकी प्लानिंग ऐसी हो कि यहां कॉमर्शियल गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। इससे प्राधिकरण को आय होगी, जो संबंधित परियोजना में उपयोग हो सकेगी।

◆ सतत-समन्वित प्रयासों से राजधानी लखनऊ आज मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में अत्याधुनिक नगरीय सुविधाओं से लैस हो रही है। विभिन्न नगरों से लोग यहां आकर अपना स्थायी निवास बनाना चाहते हैं। आस-पास के जिलों में भी जनसंख्या का दवाब बढ़ रहा है और कई बार अनियोजित विकास की शिकायतें भी मिलती हैं। ऐसे में भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर ‘उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र’ का गठन किया जाना चाहिए। इस राज्य राजधानी क्षेत्र में लखनऊ के साथ-साथ उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी, कानपुर नगर और कानपुर देहात को शामिल किया जा सकता है। सभी आयामों पर अध्ययन और विमर्श करते हुए यथाशीघ्र विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत की जाए।

● प्रधिकरणों और नगरीय निकायों में भूमाफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कठोरतम कार्रवाई का दौर लगातार जारी रहेगा। भूमि सरकारी हो या निजी, अवैध कब्जे की हर शिकायत पर पूरी संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई होगी। उत्तर प्रदेश में किसी गरीब के घर पर दबंग का कब्जा कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।

◆ सभी प्राधिकरण, स्थानीय निकाय यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी किसी भी परिस्थिति में अवैध बस्तियां/रिहायशी कॉलोनी बसने न पाए। हर कॉलोनी में सभी जरूरी सुविधाएं हों।

◆ अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना पर तेजी से कार्य किया जाए। यह प्रयास वैश्विक पटल पर अयोध्या को एक विशिष्ट पहचान देने वाला होगा। अयोध्या से पूरी दुनिया को ऊर्जा संरक्षण का महान संदेश मिलेगा। यहां के ऐतिहासिक स्थलों पर भित्ति चित्र कलाकृति, राम कथा गैलरी, ओपन एयर थियेटर से जुड़े का समय से पूरे होने चाहिए। रामायण परंपरा की ‘कल्चरल मैपिंग’ कराई जाए। इसी प्रकार, राम वन गमन पथ पर रामायण वीथिकाओं का निर्माण कराने की कार्यवाही हो।

◆ बरसाना में राधारानी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को जल्द ही रोप-वे की नई सुविधाम मिल सकेगी। यह महत्वपूर्ण परिययोजना इसी वर्ष दिसम्बर तक पूर्ण कर ली जानी चाहिए। इसी प्रकार, काशी में कैंट रेलवे स्टेशन से गिरजाघर तक बनने वाला रोप-वे आम जन को एक अनूठी नगरीय परिवहन व्यवस्था से परिचय कराएगा। इस परियोजना को शीर्ष प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ाया जाए।

● लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर की विशिष्ट योजना को अगले जल्द से जल्द प्रारंभ करा दिया जाए। यह योजना लखनऊ को एक आकर्षक स्वरूप देने वाली होगी। नगर निगम के लखनऊ के दायरे को विस्तार दिया जाए। बटलर झील और सीजी सिटी में वेटलैंड के पुनरोद्धार के लिए तत्काल कार्यवाही की जाए।

● प्राधिकरण सीमान्तर्गत सभी आवासीय/निजी/शासकीय भवनों में रेन वॉटर हारवेस्टिंग को प्रोत्साहित किया जाए। इस संबंध में एक सुस्पष्ट नियमावली तैयार कर प्रस्तुत करें।

◆ लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, झांसी, मथुरा, बरेली, मेरठ, आगरा, चित्रकूट, वाराणसी, प्रयागराज का सिटी डेवलपमेन्ट प्लान तैयार कर लिया जाए। लीड्स – 2021 नीति के अन्तर्गत गाजियाबाद, प्रयागराज, आगरा, लखनऊ, कानपुर , वाराणसी एवं मेरठ की शहरी लॉजिस्टक योजना तैयार करने में देरी न हो।

◆ राजधानी लखनऊ में मेट्रो की सेवा आम जन को खूब भा रही है। कोविड काल से पूर्व करीब 72000 यात्री हर दिन इस सेवा का लाभ लेते रहे हैं, अब एक बार फिर मेट्रो में यात्रियों की संख्या पूर्ववत हुई है। लखनऊ मेट्रो के अगले चरण के विकास का प्रस्ताव तैयार कर एक सप्ताह में प्रस्तुत किया जाए।

◆ मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण में गोकुल और बलदेव के क्षेत्र को समाहित करते हुए इसका विस्तारीकरण किया जाना चाहिए। इस सम्बंध में औपचारिक प्रस्ताव तैयार किया जाए।

◆ रिटेल एस्टेट सेक्टर में विकास की अपार संभावनाएं हैं। हाल के।वर्षों में अनेक हाईटेक टाउनशिप और इंटीग्रेटेड टाउनशिप की परियोजनाओं और तीन बार की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से लगभग 30,877 करोड़ का निवेश का इस सेक्टर में आया है। अब जनवरी 2023 में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में अधिकाधिक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए यह जरूरी है कि इंटीग्रेटेड टाउनशिप प्लान नीति को और व्यवहारिक बनाया जाए। नवीन नीति तैयार करते समय सम्बंधित सेक्टर के विशेषज्ञों, निवेशकों को जरूरतों और अपेक्षाओं का भी ध्यान रखें। यह नीति इसी माह के अंत तक तैयार कर प्रस्तुत करें।

◆ भवन का मानचित्र पास कराने, शुल्क जमा करने जैसी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए आम आदमी को परेशान न होना पड़े। इसके लिए विकास प्राधिकरणों को अपनी दैनिक कार्यशैली को सरल बनाना होगा।

◆ शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित जो कॉलोनियां अभी तक नगर निगमों को हस्तांतरित नहीं हुई हैं, वहां प्राधिकरण की जिम्मेदारी है कि आमजन की बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराएं।

◆ राजधानी लखनऊ की महत्ता को देखते हुए यहां एक सर्वसुविधायुक्त ‘कन्वेंशन सेंटर’ की स्थापना की आवश्यकता है। कन्वेंशन सेंटर ऐसा हो जो कि विश्वस्तरीय आयोजनों की मेजबानी कर सके। कम से कम 35 एकड़ के विशाल परिसर का लक्ष्य लेकर भूमि चयन, प्रारूप आदि तय करते हुए इस सम्बंध में आवश्यक प्रस्ताव तैयार किया जाए।

◆ अवध शिल्पग्राम की उपयोगिता को बढाये जाने की जरूरत है। यहां पाक्षिक अंतराल पर एमएसएमई, कौशल विकास, हुनर हाट जैसे आमजन के लिए उपयोगी प्रदर्शनी लगाई जानी चाहिए। आवास विकास परिषद द्वारा अवध शिल्पग्राम एवं काकोरी शहीद स्मृति उद्यान को डायनेमिक फ़साड लाइटिंग से और आकर्षक रूप देने की कोशिश हो।

◆ अयोध्या में पुरातन संस्कृति सभ्यता का संरक्षण के साथ-साथ भविष्य की जरूरतों को देखते हुए आधुनिक पैमाने के अनुसार सभी नगरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार संकल्पित है। प्रधानमंत्री जी की भावनाओं के अनुरूप तैयार अयोध्या के समग्र विकास की हर परियोजना शासन की प्राथमिकता है। यहां के सांस्कृतिक महत्व के दृष्टिगत ब्रम्हकुंड, संध्या कुंड, मनुमुनि कुंड, विद्या कुंड, अग्नि कुंड, सीताकुंड, दशरथ कुंड, खजुआ कुंड सहित 08 कुंडों के कायाकल्प, संरक्षण संचालन और रखरखाव का काम जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए। इसके अंतर्गत वैदिक विधि से जल शुद्धिकरण की सुविधा भी हो।

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MP News:मंत्री सारंग ने किया शा. नवीन उ. मा. विद्यालय सेमरा का औचक निरीक्षण

सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने सोमवार को नरेला विधानसभा अंतर्गत शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेमरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय के प्रांगण में निर्माण कार्य में अनियमित्ता मिलने पर पीआईयू के कार्यपालन यंत्री से नाराजगी व्यक्त की। मंत्री श्री सारंग भोपाल में भारी वर्षा के कारण सेमरा स्थित शासकीय स्कूल प्रांगण में जलभराव की शिकायत मिलने पर औचक निरीक्षण करने पहुंचे। मंत्री श्री सारंग ने नरेला विधानसभा के सभी शासकीय विद्यालयों के पुराने भवनों के उन्नयन के लिये मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कक्षा में पहुंचकर विद्यार्थियों से संवाद कर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की तथा क्लासरूम में शिक्षकों द्वारा पढ़ाये जा रहे पाठ्यक्रम का भी अवलोकन किया। पीआईयू के निर्माण कार्य में अनियमितता मिलने पर जताई नाराजगी मंत्री श्री सारंग ने सेमरा शासकीय विद्यालय प्रांगण में विगत दिनों अतिवर्षा के कारण जलभराव की स्थिति निर्मित होने पर पूरे भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि शाला प्रांगण में पीआईयू डिविजन क्रमांक-1 द्वारा निर्माण कार्य करवाया जा रहा है तथा निर्माण कार्य में अनियमितता के कारण जलभराव की स्थिति निर्मित हो रही है। मंत्री श्री सारंग ने तत्काल कार्यपालन यंत्री को कॉल कर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्माण कार्य को निश्चित समयावधि के भीतर पूरा करने के साथ ही नरेला विधानसभा के सभी शासकीय स्कूलों के पुराने भवनों के उन्नयन के लिये मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिये। नरेला विधानसभा अंतर्गत सभी शासकीय विद्यालयों का होगा उन्नयन  मंत्री श्री सारंग ने बताया कि नरेला विधानसभा अंतर्गत सभी शासकीय विद्यालयों का एक वर्ष के भीतर उन्नयन करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये स्कूल शिक्षा विभाग, पीआईयू, नगर निगम द्वारा समन्वय करते हुए मास्टर प्लान तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अधोसंरचना का विस्तार करते हुए शासकीय विद्यालयों के भवनों की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित की जायेगी, जिससे शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की सुविधाओं में भी विस्तार होगा। क्लासरूम और लेब का किया अवलोकन, विद्यार्थियों से किया संवाद निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री सारंग ने विद्यालय भवन, क्लासरूम, लेब आदि उपलब्ध सुविधाओं का भी अवलोकन किया। मंत्री श्री सारंग ने विद्यार्थियों से संवाद कर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। इस पर विद्यार्थियों ने मंत्री श्री सारंग के समक्ष संतुष्टि व्यक्त की। मंत्री श्री सारंग क्लासरूम भी पहुंचे। यहां उन्होंने शिक्षकों द्वारा पढ़ाये जा रहे पाठ्यक्रम की जानकारी प्राप्त की।

CG News: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भोरमदेव में हजारों कावड़ियों का पुष्प वर्षा कर किया भव्य स्वागत

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज प्रदेश के प्राचीन, पुरातात्विक, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल बाबा भोरमदेव मंदिर में पवित्र सावन मास के अवसर पर हजारों कावड़ियों का हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। इस ऐतिहासिक आयोजन में मुख्यमंत्री श्री साय ने हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष के साथ कावड़ियों और श्रद्धालुओं का स्वागत किया और उनका हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने भी कावड़ियों का अभिनंदन किया। यह छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार हुआ है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्वयं हेलीकॉप्टर से शिवभक्त कावड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अद्वितीय मौके पर भोरमदेव बाबा भगवान शिव जी की विशेष पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक भी किया, जिसमें उन्होंने प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री श्री साय और उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से मुलाकात की और भंडारा स्थल पर पहुंचकर अपने हाथों से श्रद्धालुओं को खीर, पुड़ी, चावल और प्रसाद वितरित किया। इस दौरान पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला राम कुमार भट्ट, जनपद अध्यक्ष श्री इंद्राणी चंद्रवंशी, पूर्व विधायक श्री अशोक साहू, और नगर पंचायत अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक ने भी बाबा भोरमदेव भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। सावन में शिव भक्तों के लिए ऐतिहासिक आयोजन इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम सभी भक्तजनों को सावन मास की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सावन के तीसरे सोमवार को भगवान भोलेनाथ के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है और उन्होंने प्रदेश के सभी लोगों की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की है। पवित्र सावन माह में शिव भक्तों के लिए यह ऐतिहासिक आयोजन रहा। कबीरधाम जिले में स्थित बाबा भोरमदेव मंदिर के साथ-साथ, बुढ़ा महादेव और डोंगरिया के जलेश्वर महादेव जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों पर भी हर साल हजारों कावड़ियों द्वारा जलाभिषेक किया जाता है। इस अवसर पर, अमरकंटक से शिव भक्त पदयात्रा कर छत्तीसगढ़ के विभिन्न शिवालयों में जल चढ़ाते हैं। कावड़ यात्रा की ऐतिहासिक परंपरा बाबा भोरमदेव मंदिर 11वीं शताब्दी का एक प्राचीन, ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व का स्थल है, जहां हर साल सावन मास में कावड़ियों की पदयात्रा का आयोजन होता है। इस कावड़ यात्रा में मध्यप्रदेश के अमरकंटक से मां नर्मदा का पवित्र जल लेकर भक्तजन कठिन मार्गों से गुजरते हुए बाबा भोरमदेव, जलेश्वर महादेव और पंचमुखी बूढ़ा महादेव में जलाभिषेक करते हैं। इस दौरान वे “बोल बम” के जयघोष के साथ भगवान शिव की महिमा का गुणगान करते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में इस वर्ष की कावड़ यात्रा विशेष रूप से स्मरणीय रही, जिसमें सरकार की ओर से कावड़ियों के स्वागत और सेवा का अभूतपूर्व आयोजन किया गया।

MP News:सावन का महीना भाई-बहनों के प्रेम को प्रगाढ़ करने का पर्व: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ.  मोहन यादव ने कहा है कि भारत त्यौहारों की संस्कृति वाला देश है। यहाँ हर एक त्यौहार मनाने के पीछे कोई न कोई मूल भावना होती है। इन त्यौहारों में परस्पर भाईचारा, प्रेम और रिश्तों को निभाने वाले संस्कार समाहित होते हैं। वर्ष के 12 महीनों में एक मास श्रावण ही ऐसा है जिसका इंतजार सभी को रहता है। इस समय बादलों के घुमड़ने के साथ ही पेड़ों पर झूलों की बहारे नजर आने लगती है। ऐसे में रक्षाबंधन का त्यौहार आता है। आज मैं अपनी लाड़ली बहनों के बीच रक्षाबंधन का उत्सव मनाकर धन्य हो गया हॅू। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्रावण के पवित्र सोमवार को बालाघाट के इतवारी गंज जैविक कृषि मंडी में आयोजित लाड़ली बहनों के लिये समर्पित आभार सह उपहार कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि हमारी संस्कृति यह सिखाती है कि जीवन में स्नेह का पहला हक माता-पिता का होता है। इनके बाद यह हक बहनों को मिला है जो अपने भाई से प्रेम करती है। मुझे 1 अगस्त से प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर अपनी बहनों का अपार स्नेह प्राप्त हो रहा है। भारी बारिश के बीच जबलपुर से बालाघाट मार्ग में आते समय जिस उत्सुकता से बहनों ने मेरा इंतजार किया है। वह इसी स्नेह का प्रतीक है। मेरी बहनें रक्षाबंधन का त्यौहार धूमधाम से मना सके इसके लिये 10 अगस्त को लाड़ली बहना योजना के तहत 1250 रुपये और रक्षाबंधन के शगुन/उपहार रूप में पर 250 रुपये की राशि सिंगल क्लिक से बहनों के खाते में अंतरित की जायेगी। रक्षाबंधन पर जब बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर राखी बांधेगी तो उनका यह आशीर्वाद मुझे अपने आप ही मिल जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि हमारी बहनें मिलने वाली राशि का सदुपयोग और प्रबंधन करना बखूबी जानती है। बालाघाट जिले की बहनों को 10 अगस्त को 08 करोड़ 92 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। हमारी सरकार द्वारा जून 2023 से अगस्त 2024 तक हर माह 3 लाख 56 हजार बहनों को 500 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री उज्जवला गैस योजना में अब गैस सिलेण्डर 450 रुपये में देने का कार्य भी सरकार कर रही है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में स्व सहायता समूहों, एमएसएमई के माध्यम से उद्योगो से जोड़ने की दिशा में सरकार ने पहल की है। गेहूं की तरह धान के लिए भी मिलेगी बोनस की राशि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बालाघाट जिले के चिन्नौर चावल को जीआई टैगिंग का दर्जा प्राप्त हुआ है। अब किसानों को गेहूं की तरह ही धान के लिए भी बोनस की राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही पशु पालकों की आर्थिक स्थिति एवं उनकी आमदनी को बेहतर बनाने के लिए बोनस दिया जाएगा। तेंदुपत्ता संग्राहकों को प्रोत्साहन देने के लिए उन्हें मिलने वाली प्रति बोरा की राशि भी बढ़ाई जायेगी। पीएम जनमन योजना में विशेष पिछड़ी जनजातियों के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए लगभग 7 हजार 300 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान बजट में किया गया है। जनजातीय समुदाय की बैगा बसाहटों में 19 सड़को के निर्माण कार्य भी प्रारंभ किये जाएंगे। साथ ही जल जीवन मिशन अंतर्गत नल-जल योजना का भी लाभ दिलाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रदेश के बालाघाट की धरती को प्रकृति का आशीर्वाद मिला है। यह जिला अपनी खनिज संपदा के लिए देश-विदेश में पहचाना जाता है। अपने गर्भ में मैंगनीज एवं तांबा जैसी बहुमूल्य धातु समाई हुई है। जिले में लगभग 80 प्रतिशत मैंगनीज के भंडार मौजूद है। अगली बार मलाजखंड जाकर यहां तांबा खनन के कार्य को देखूंगा। मुख्यमंत्री करेंगे सिवनी में मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि वे बालाघाट आने पर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किये जा रहे है। उन्होंने बताया है कि सिवनी में शीघ्र ही नये मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 12 मेडिकल कॉलेज पीपीपी मॉडल के अंतर्गत प्रारंभ किये जायेंगे। इसके अलावा सिवनी से बालाघाट सड़क मार्ग को फोर लेन बनाने के लिए सर्वे कार्य भी कराया जाएगा।   मुख्यमंत्री ने बहनों का मुंह मीठा किया, बहनों ने बांधी राखी श्रावण के पवित्र सोमवार को बालाघाट की बहनों ने मुख्यमंत्री भाई डॉ. यादव की कलाई पर राखी बांधी। राखी बंधवाते हुए भाई मुख्यमंत्री डॉ. यादव पूरी तरह भाव विभोर हुए। उन्होंने बहनों के आगे अपने दोनों हाथ बढ़ाकर राखी बंधवाई और अपने हाथों से उपहार भी प्रदान किये। वहीं उन्होंने बहनों को अपने हाथों से मिठाई खिलाकर मुंह मीठा भी कराया। श्रावण का उत्सवी माहौल इतवारीगंज स्थित जैविक मंडी में आयोजित हुआ। लखपति दीदियों ने भी सीएम भैया को बांधी राखी बालाघाट की लखपति दीदियों ने भी बालाघाट में हुए कार्यक्रम में राखी बांधी तो सीएम भैय्या ने अपने हाथों से मुंह मीठा कराया। जन-प्रतिनिधि बहनों, जैन समाज, लखपति दीदियों का समूह, प्रस्फुटन समिति, सखी समूह और रोटरी क्लब की बहनों के साथ ही बैगा जनजाति की बहनों ने भी अपने हाथों से बनाई राखी बांधी।

CG News:मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा से की सौजन्य मुलाकात

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजनांदगांव के क्लब हाऊस सन सिटी में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा से सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने उन्हें शाल-श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया तथा स्मृति चिन्ह के रूप में बेलमेटल की नंदी की मूर्ति भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पावन श्रावण मास चल रहा है, इस दौरान आपसे मुलाकात करने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने पूजा-अर्चना की और पंडित श्री प्रदीप मिश्रा से आशीर्वाद ग्रहण किया। इस अवसर पर पूर्व सांसद श्री मधुसूदन यादव, राजनांदगांव के कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

MP News:मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबलपुर-सिवनी-बालाघाट मार्ग पर यात्रा कर अतिवृष्टि से उपजे हालात का लिया जायजा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में अतिवृष्टि से उत्पन्न हालातों का जायजा लेने के लिये आज जबलपुर से सिवनी होते हुए बालाघाट तक सड़क मार्ग से भ्रमण किया। उन्होंने वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों और पशुओं के लिये पर्याप्त सुरक्षात्मक बंदोबस्त करने के निर्देश प्रशासनिक अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों और आम नागरिकों को नियमानुसार क्षतिपूर्ति (मुआवजा) राशि दी जायेगी। मुख्यमंत्री का सड़क मार्ग से यात्रा के दौरान गाँव-गाँव में सभी वर्गों के लोगों के साथ जन-प्रतिनिधियों ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मार्ग में आमजन से चर्चा की और संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि सिवनी-बालाघाट मार्ग जल्दी ही फोरलेन बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कुर्रई महाविद्यालय के नवीन भवन निर्माण और नगरीय क्षेत्र बरघाट में डिवाइडर युक्त मॉडल रोड निर्मित किये जाने की सौगात जनता को दी। मुख्यमंत्री ने नागनदेवरी, लखनादौन, गनेशगंज, छपारा एवं बंडोल में बहनों से बंधवाई राखी मुख्यमंत्री डॉ. यादव के सड़क मार्ग द्वारा जबलपुर से सिवनी- जबलपुर सीमा में स्थित ग्राम बंजारी पहुंचने पर विधायक बरघाट श्री कमल मर्सकोले, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मालती डेहरिया एवं वरिष्ठ जिलाधिकारियों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्राम बंजारी से सिवनी की ओर मार्ग में नागनदेवरी, लखनादौन, गनेशगंज, छपारा तथा बंडोल में बहनों से आत्मीय भेंट कर राखी बंधवाई। उन्होंने बहनों को रक्षाबंधन एवं कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी। भीमगढ़ बांध के बैक वाटर क्षेत्र का अवलोकन कर अधिकारियों को दिए निर्देश मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिवनी जिले में छपारा तहसील स्थित बैनगंगा नदी के पुल पर वाहन रुकवाया एवं बैनगंगा नदी को प्रणाम कर पुष्प अर्पित किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भीमगढ़ बांध के बैक वाटर का अवलोकन कर विगत 22 जुलाई को हुई अतिवर्षा से निर्मित बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन से अतिवर्षा के दौरान जल भराव क्षेत्र एवं प्रभावित गाँवों के संबंध में जानकारी लेकर आवश्यक प्रबंध करने को निर्देशित किया। सिवनी जिले की बहनों का स्नेह कभी नहीं भूलूंगा मुख्यमंत्री डॉ. यादव का सड़क मार्ग से सिवनी जिला मुख्यालय पहुंचने पर नगरवासियों द्वारा अभिवादन किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अगस्त माह बहनों के लिए उत्सव की तरह मना रही है। नारी सशक्तिकरण की दिशा में सरकार द्वारा कईं महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 10 अगस्त को प्रदेश में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रदेश की लाडली बहनों को प्रतिमाह मिलने वाली 1250 रूपये की राशि के अतिरिक्त 250 रूपये की राशि रक्षा बंधन के लिए उनके बैंक खाते में अंतरित की जा रही है। जिससे वे रक्षा बंधन का त्यौहार पूरे उत्साह से मना सकें। उन्होंने बताया कि 10 अगस्त को ग्रामवार, वार्डवार, निकायवार तथा जिलेवार भव्य आयोजन किए जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे सिवनी जिले की बहनों के स्नेह को सदैव अपनी स्मृति में सजों कर रखेंगे। बरघाट में बनेगा डिवाईडरयुक्त मॉडल रोड मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सिवनी-बालाघाट सड़क मार्ग के गड्डों एवं सोल्डर की तत्काल मरम्मत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने सिवनी-बालाघाट राज्य मार्ग को परीक्षण उपरांत फोरलेन बनाए जाने की घोषणा की। उन्होंने कुरई में महाविद्यालय का नवीन भवन बनाने एवं नगरीय क्षेत्र बरघाट में डिवाईडरयुक्त मॉडल रोड बनाने की घोषणा की।

CG News:मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 6 अगस्त की शाम रायपुर लौटेंगे

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मंगलवार 6 अगस्त को शाम 4:55 बजे जशपुर जिले के दो दिवसीय प्रवास के बाद रायपुर लौटेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सवेरे 10:50 बजे जशपुर जिले बगिया स्थित अपने निवास से कार द्वारा रवाना होकर 11 बजे कुनकुरी विकासखंड के ग्राम बन्दरचुंआ स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला आयेंगे और वहां कार्यक्रम में शामिल होने के बाद दोपहर 12:10 बजे बगिया पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री अपरान्ह 3:30 बजे बगिया से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर शाम 4:55 बजे रायपुर लौट आएंगे।