दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल में 10 से 28 जून तक गम्हरिया से सीनी रेलखंड पर ट्रैक रिलेइंग (TRT) मशीनों से मरम्मत और सिग्नलिंग अपग्रेड का कार्य चलेगा. इस कारण 18 प्रमुख एक्सप्रेस और मेमू ट्रेन रद्द रहेंगी. इसके अलावा कई ट्रेनें शॉर्ट टर्मिनेट की जाएंगी या परिवर्तित मार्गों से चलाई जाएंगी. इस मेगा ब्लॉक से झारखंड, ओडिशा और बिहार के हजारों यात्रियों को असुविधा झेलनी पड़ सकती है. प्रभावित ट्रेनों में साउथ बिहार एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, इस्पात एक्सप्रेस, टाटा-इतवारी, टाटा-बिलासपुर, संबलेश्वरी एक्सप्रेस और जनशताब्दी जैसी प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं. 10 से 28 जून 2025 तक रद्द होने वाली प्रमुख ट्रेनें संबलेश्वरी एक्सप्रेस 18005 हावड़ा-जगदलपुर : 10, 17, 24 जून 18006 जगदलपुर-हावड़ा : 12, 19, 26 जून टाटा-इतवारी एक्सप्रेस (18109/18110) 11, 14, 18, 21, 25, 28 जून हावड़ा-बड़बील जनशताब्दी (12021/12022) 11, 14, 18, 21, 25, 28 जून टाटा-बिलासपुर एक्सप्रेस 18113 टाटा-बिलासपुर: 11, 18, 25 जून 18114 बिलासपुर-टाटा: 12, 19, 26 जून मेमू ट्रेनें 68003/68044 टाटा-गुवा-टाटा: 11, 14, 18, 21, 25, 28 जून 68043/68044 टाटा-राउरकेला-टाटा: 11, 14, 18, 21, 25, 28 जून शॉर्ट टर्मिनेशन से प्रभावित ट्रेनें इस्पात एक्सप्रेस 12871 हावड़ा-टिटलागढ़ : केवल टाटानगर तक चलेगी (11, 14, 18, 21, 25, 28 जून) 22862 कांताबांजी-हावड़ा : केवल राउरकेला से चलेगी (उसी तारीखों में) डायवर्टेड मार्ग से चलने वाली ट्रेनें उत्कल एक्सप्रेस 18477 पुरी-योगनगरी ऋषिकेश : 10, 17, 24 जून : भद्रक, टाटानगर, चक्रधरपुर, राउरकेला, झारसुगुड़ा स्टेशनों पर सेवा रद्द 18478 योगनगरी ऋषिकेश-पुरी : 15, 22, 29 जून : झारसुगुड़ा से भद्रक तक सेवा रद्द साउथ बिहार एक्सप्रेस 13288 आरा-दुर्ग: 10, 17, 24 जून : गम्हरिया से टाटानगर के बीच सेवा नहीं 13287 दुर्ग-आरा: 14, 21, 28 जून : गम्हरिया से टाटानगर के बीच सेवा रद्द यात्रियों के लिए सुझाव रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले हेल्पलाइन नंबर 139, NTES ऐप या [enquiry.indianrail.gov.in](https://enquiry.indianrail.gov.in/) पर ट्रेन की स्थिति की जांच कर लें. वैकल्पिक यात्रा के लिए बस सेवाएं या अन्य ट्रेन विकल्पों की योजना भी बनाई जा सकती है सुरक्षा मानकों को बढ़ाने व ट्रेनों की गति को बेहतर करने के लिए मरम्मत जरूरी रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, गम्हरिया-सीनी खंड पर यह मेगा ब्लॉक सुरक्षा मानकों को बढ़ाने और ट्रेनों की गति को बेहतर करने के लिए जरूरी है. पुरानी पटरियों को नई तकनीक से बदला जा रहा है, जिससे भविष्य में ट्रेनों का संचालन अधिक तेज़ और सुरक्षित होगा.