Thelokjan

site logo

गुरुग्राम में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल बीते 10 दिनों से जारी, धारा 144 लगा कर कूड़े के उठान का काम चालू

गुरुग्राम | नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं। इसे देखते हुए उपायुक्त ने धारा 144 लगाकर कूड़ा उठाने का काम भी शुरू करवा दिया है। पिछले कई दिन से चल रही सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण निगम क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर पड़े कचरे को नगर निगम गुरुग्राम द्वारा उठाना शुरू कर दिया गया है तथा शहरवासियों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी, इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।

बुधवार को निगम अधिकारियों की मौजूदगी में सेक्टर-14, 17, 12, चंदन नगर, बस स्टैंड, न्यू कॉलोनी मोड़, अर्जुन नगर, पटौदी चौक, मदनपुरी आदि क्षेत्रों से सड़कों के किनारों व मार्केट क्षेत्रों में पड़े कचरे को उठाने की कार्रवाई शुरू की गई तथा संबंधित संयुक्त आयुक्त ने मौके पर मौजूद रहकर कचरा उठान सुनिश्चित करवाया।

वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला उपायुक्त द्वारा धारा-144 लागू कर दी गई है तथा नगर निगम गुरुग्राम के चारों जोनों में ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिए गए हैं।

बुधवार को भी निगम अधिकारियों व सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ फिर से वार्ता हुई। अधिकारियों ने यूनियन प्रतिनिधियों से कहा कि उनके द्वारा उठाई जा रही मांगों का निर्णय राज्य सरकार के स्तर पर होना है। यूनियन प्रतिनिधि अपनी मांगों पर आज फिर अड़े रहे तथा हड़ताल वापस लेने को राजी नहीं हुए।

 

Must Read

Latest News

2017 से पहले जिन विद्यालयों में बच्चे आने से डरते थे, 6 वर्ष में वहां 55 से 60 लाख अतिरिक्त बच्चों की बढ़ी है संख्याः सीएम योगी

लखनऊ। 2017 से पहले बेसिक शिक्षा स्कूलों में बच्चे आने से डरते थे, लोगों में उत्साह नहीं था। स्कूलों में पेड़ों की जगह झाड़ियां जमा

फिजा के सदस्यों को पूरे यूपी के फिजियोथिरेपिस्ट देंगे मुफ्त परामर्श

द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथिरेपी और फेडरेशन ऑफ इंडियन जर्नलिस्ट्स एंड एक्टिविस्ट्स (फिजा) के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को साकेत नगर स्थित एक होटल में

उत्तर प्रदेश- AI के जरिए बेसिक के बच्चे सीख रहे कविताएं एवं पहाड़े, शिवेंद्र ने तैयार किए AI शिक्षक

हरदोई। टेक्नोलॉजी जैसे जैसे एडवांस होती जा रही है, वैसे वैसे लोग भी इसका जमकर फायदा उठा रहे है। जहां पहले सरकारी स्कूलों की शिक्षा